चेन्नई सुपरकिंग्स और दिल्ली कैपिटल्स उन टीमों में से हैं जो आईपीएल के पहले संस्कण से जुड़ी हुईं हैं। इन दोनों ही फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त है। चेन्नई सुपरकिंग्स जहाँ अनुभवी कप्तान और प्लेयर्स के साथ खेलती है। वहीं, दिल्ली कैपिटल्स युवा खिलाड़ियों की फौज के साथ आईपीएल के संग्राम में उतरी हुई है।
एक ओर जहाँ चेन्नई ने जहाँ लगातार फाइनल्स खेलने का रिकॉर्ड कायम किया है। तो दूसरी ओर कैपिटल्स भी कई बार प्ले ऑफ में पहुंच चुकी है। हालांकि, जब आईपीएल खिताब जीतने की बात की जाती है तब दोनों फ्रेंचाइजी के बीच बड़ा अंतर दिखाई देता है। चेन्नई तीन बार आईपीएल ख़िताब अपने नाम कर चुकी है। जबकि, दिल्ली सिर्फ एक बार ही फाइनल का रास्ता तक कर सकी है।
आईपीएल के 13 वर्षों के इतिहास में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो दोनों ही टीमों से खेल चुके हैं। हालांकि कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्होंने तभी अच्छा प्रदर्शन किया है जब वे सीएसके लिए खेल रहे थे। आइये नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों पर जिन्होनें दिल्ली में जाते ही अपना फॉर्म खो दिया।
1.) मुरली विजय:
मुरली विजय शुरुआती दौर में चेन्नई सुपरकिंग्स की सफलता के प्रमुख कारणों में से एक थे। कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की अगुवाई में चेन्नई के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले मुरली विजय, दिल्ली के लिए अधिक प्रभावशाली नही रहे।
दिल्ली के लिए 11 मैच खेलते हुए मुरली विजय 20 से कम की औसत से मात्र 207 रन ही बना सके थे। इस मैचों में उनका स्ट्राइक रेट 107.81 था। जबकि चेन्नई की ओर से खेलते हुए उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए दो शतक भी लगाए थे।
2.) पवन नेगी:
पवन नेगी ने आईपीएल और चैम्पियन्स लीग ट्वेंटी-20 में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। अपने असाधरण प्रदर्शन के बल पर ही वे सुर्खियों में आ गए थे और जल्द ही उन्हें टीम इंडिया में भी शामिल कर लिया गया था।
आईपीएल 2016 में चेन्नई सुपरकिंग्स को निलंबित किए जाने के बाद पवन नेगी, दिल्ली में शामिल हो गए थे। जहाँ उन्होंने 17 मैच खेले लेकिन इस दौरान मात्र 8 विकेट ही हासिल कर सके। कई बार देखा गया है कि गेंदबाजों को पॉवर प्ले, मिडिल ओवर्स या स्लॉग ओवर्स में अधिक विकेट मिलते हैं। लेकिन, दिल्ली के कप्तान जेपी डुमिनी ने इन्हें सही तरीके से इस्तेमाल नही किया।
3. मोहित शर्मा:
चेन्नई सुपरकिंग्स में रहते हुए बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले एक और प्लेयर का नाम है मोहित शर्मा। मोहित ने चेन्नई के लिए खेलते हुए बेहतरीन गेंदबाजी की थी। हर मोर्चे पर चेन्नई को ब्रेक थ्रू दिलाने वाले मोहित शर्मा सीएसके की ओर से खेलते हुए पर्पल कैप विजेता भी थे।
लेकिन, आईपीएल-2020 में जब वे दिल्ली में शामिल हुए तब वह कुछ खास नही कर सके। और, दिल्ली के साथ के अपने सफर को एक मात्र मैच में वे 45/1 के साथ समाप्त किया। हालांकि, इस सीजन उन्हें गेंदबाजी के पर्याप्त मौके भी नही दिए गए। यदि उन्हें अधिक मौके दिए गए होते तो शायद परिणाम कुछ और होता।
4.) एल्बी मोर्केल:
आइपीएल के शुरुआती संस्करण में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए एल्बी मोर्कल एक सुपर स्टार की तरह थे। जिन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से ही बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कई बार चेन्नई को मैच जिताया था। लेकिन जब उन्हें दिल्ली ने साइन किया तब उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई।
एल्बी मोर्कल ने सीएसके के लिए कुल 78 मैच खेले इनमें उन्होनें 8.10 की इकॉनमी के साथ 76 विकेट चटकाए। लेकिन, जब उन्होंने दिल्ली में गेंदबाजी की तो उनका इकॉनमी रेट बढ़कर 9 से अधिक हो गया। एल्बी की बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने चेन्नई के लिए 157.35 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी। जबकि दिल्ली में रहते उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली। दिल्ली से खेलते हुए उनका स्ट्राइक रेट 132.31 हो गया था।