क्रिकेट में किसी भी प्लेयर के स्तर का अंदाजा एक या दो मैचों से नही लगाया जा सकता। हालांकि तकनीक और कुशलता के विषय में परखा जा सकता है। लेकिन, वास्तविक क्षमता प्रदर्शित करने के लिए किसी भी बल्लेबाज या गेंदबाज को कई मौके दिए जाने चाहिए।
क्रिकेट में ऐसे कई मौके देखे गए हैं जब कोई खिलाड़ी एक मैच में शून्य पर ही आउट हो जाता है। लेकिन फिर अगले मैच में वापसी करते हुए वही बल्लेबाज शतक जड़ता हुआ दिखाई देता है। दिग्गज खिलाड़ियों या डेब्यूटेंट का शून्य में आउट एक समान दृष्टि से देखा जाना चाहिए। हालांकि, ऐसा कभी होता नही है।
आज हम बात कर रहे हैं, क्रिकेट के उन दिग्गज खिलाड़ियों की जो अपने पहले वनडे मैचों में खाता भी नही खोल सके थे।
5. रिले रोसौव
दक्षिण अफ्रीका के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज रिले रोसौव ने साल 2014 में अपना वनडे डेब्यू किया था।रिले रोसौव अपना डेब्यू मैच निचली रैंकिंग वाली जिम्बाब्वे के खिलाफ रहे थे। लेकिन अपने दोनों शुरुआती वनडे मैचों में उन्हें बिना खाता खोले ही पवेलियन जाना पड़ा।
रिले रोसौव अपने पहले वनडे मैच में रन आउट हो गए थे। जबकि, अगले मैच में पहली ही गेंद पर दिग्गज गेंदबाज प्रॉस्पर उत्सेया ने उन्हें आउट कर दिया था। रिले रोसौव अपने पूरे अंतर्राष्ट्रीय करियर में मात्र 7 बार ही शून्य पर आउट हुए। लेकिन, अपने वनडे करियर की शुरुआती दो पारियों में डक पर आउट होकर अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
4.) केन विलियमसन
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कप्तान और आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की अगुवाई कर रहे केन विलियमसन विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक मायने जाते हैं। न्यूजीलैंड को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का विजेता बनाने वाले विलियमसन ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
साल 2010 में भारत के खिलाफ वनडे डेब्यू करने वाले केन विलियमसन का शुरुआती करियर बेहद खराब रहा। केन विलियमसन को भी अपने वनडे करियर के दो शुरुआती मैचों में बिना खाता खोले पवेलियन में बैठना पड़ा। विलियमसन को पहले मैच में प्रवीण कुमार ने उन्हें शून्य पर आउट कर दिया था। इसके बाद विलियमसन ने अपना दूसरा वनडे मैच श्रीलंका के विरुद्ध खेला। जहाँ दूसरी गेंद पर ही एंजेलो मैथ्यूज ने उन्हें एक बार फिर शून्य पर आउट कर दिया।
3.) नाथन मैकुलम
अपने वनडे करियर के दो शुरुआती मैचों में शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ियों की सूची में एक और नाम है नाथन मैकुलम का। न्यूजीलैंड के दिग्गज ऑल राउंडर नाथन मैकुलम ने अपने वनडे करियर का पहला मैच श्रीलंका के विरुद्ध खेला था। जहाँ श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया था।
इसके बाद उनके वनडे मैच में शाहिद अफरीदी ने पहली ही गेंद पर उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। इस तरह नाथन मैकुलम को पहली दो वनडे पारियों में शून्य पर आउट हुए और उनके निराशा उनके हाथ लगी। हालांकि अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में नाथन मात्र 7 बार ही शून्य आउट हुए थे।
2.) शादाब कबीर
हम यहाँ उन खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं जिन्हें वनडे करियर की शुरुआती दो पारियों में शून्य पर आउट कर दिया गया। लेकिन, पाकिस्तान के मध्यक्रम के बल्लेबाज शादाब कबीर ने अपनी पहली तीन वनडे पारियों में शून्य पर आउट होने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। शादाब कबीर ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया। जहां एडम होलियोके ने उन्हें शून्य पर ही आउट कर दिया।
इसके बाद शादाब कबीर को भारत के खिलाफ खेलने उतरे शादाब कबीर को अनिल कुंबले ने पहली ही गेंद पर वापस पवेलियन भेज दिया। इसके बाद अगले मैच में भी शादाब कबीर अनिल कुंबले के सामने बल्लेबाजी करने उतरे। लेकिन, अनिल कुंबले ने एक बार फिर शादाब कबीर को शून्य के स्कोर पर आउट कर दिया। हालांकि तीनों वनडे मैचों में शून्य पर आउट होने के बाद उन्हें वनडे टीम से बाहर कर दिया गया। और इस तरह से मात्र तीन वनडे मैच खेलकर शादाब कबीर का वनडे करियर समाप्त हो गया।
1.) सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट में जब भी रिकॉर्ड्स की बात है, सचिन तेंदुलकर उसमें पहला नाम होते हैं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए और तोड़े हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन और 100 शतक बनाने वाले सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के आसपास पहुंचना भी मुश्किल दिखाई देता है।
हालांकि, सचिन अपने वनडे करियर की पहली दो पारियों में शून्य पर आउट हो गए थे। पहले मैच में पाकिस्तान के वकार यूनिस और दूसरे मैच में न्यूजीलैंड के शेन थॉमसन ने उन्हें पहले दो मैचों में शून्य पर आउट किया था। शुरुआती असफलता ने भी सचिन को बिल्कुल निराश नही किया और वे डटे रहे। लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद सचिन आज विश्व के सर्वकालिक महान बल्लेबाज हैं।