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वो 5 क्रिकेट स्टार जिन्होंने गरीबी को मात देकर विश्व क्रिकेट में बनाया नाम

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आज जब यह कहा जाता है कि, क्रिकेट की दुनिया में पैसों की बौछार हो रही है। क्रिकेटर मालामाल हो रहे हैं। कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने के कारण क्रिकेटर्स की राष्ट्रभक्ति तक पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया जाता है। तब, ऐसे लोगों को क्रिकेटर्स के संघर्ष और जिंदगी जद्दोजहद में सब कुछ भूलकर सिर्फ क्रिकेट पर फोकस कर आगे बढ़ने वाले प्लेयर्स की कहानी पढ़नी चाहिए।

यह सच है कि, क्रिकेटर आज मालामाल हो रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग जैसी फ्रेंचाइजी क्रिकेट और एडवरटाइजिंग से भरपूर पैसा कमा रहे हैं। लेकिन, वास्तव में सभी क्रिकेटर शुरुआत से ही धनी नही होते हैं। वह आगे बढ़ते हुए दुनियाभर में नाम और दौलत कमाते हैं तो सिर्फ और सिर्फ अपने संघर्ष और प्रदर्शन के बल पर।

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आइये, आज हम ऐसे कुछ क्रिकेटर्स के बारे में जानें जिन्होंने गरीबी नामक राक्षसी को हराकर शिखर तक का सफर तय किया है।

5.) क्रिस गेल:

हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि यूनिवर्स बॉस आज बेहद शान-ओ-शौकत से रहते हैं। लेकिन, उन्होंने यह सब आसानी से हासिल नही किया है। उनकी बल्लेबाजी के कायल करोड़ों लोग आज भी यह नही जानते हैं कि उन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर कैसे तय किया है।

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वास्तव में, गेल एक गरीब घर से थे। गरीबी ऐसी नही थी कि, उनके पास पहनने के लिए कपड़े नही थे। या फिर, गरीबी ऐसी भी नही थी कि वह स्कूल नही जा सकते थे। बल्कि, उनके घर में पेट भरने के लिए भी धन नही था। कई बार उन्हें भूखा तक सोना पड़ता था। स्थितियां तो यहां तक थीं कि उन्होंने पेट भरने के लिए चोरियां भी की थीं।

एक साक्षात्कार में, गेल अपने बचपन को याद करते हुए बेहद दुःखी हो गए थे। उन्होंने बताया था कि, वह अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ मिट्टी के कच्चे मकान में रहते थे।उनके पिता पुलिस में थे, जबकि उनकी मां मूगफली बेंचती थीं। और, गेल कूड़ा-करकट को खंगालते थे ताकि भूख शांत करने के लिए भोजन का कोई टुकड़ा उन्हें मिल जाए।

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यही नही, वह कचरे के ढेर से मिली प्लास्टिक की बोतलें भी बेचते थे। लेकिन, सब के दिन और सब दिन एक जैसे नही होते। इसलिए, क्रिस गेल के दिन बदलते देर नही लगी। लुकास क्रिकेट क्लब ने उनकी प्रतिभा और क्षमताओं को देखते हुए दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। और आज, विश्व क्रिकेट में गेल किसी परिचय के मोहताज नही हैं।

4.) डेल स्टेन:

डेल स्टेन ने अपनी धारधार गेंदबाजी और अपने शानदार प्रदर्शन से दिग्गज बल्लेबाजों को लंबे समय तक परेशान किया था। स्टेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के उस दौर में डेब्यू किया, जब शॉन पोलक, मखाया नतिनी और एलन डोनाल्ड जैसे गेंदबाजों का दुनिया भर में दबदबा कायम था।

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डेल स्टेन की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे किसी भी बल्लेबाज का टिक पाना आसान नही था। हालांकि, यह सब कर पाना उनके लिए कभी भी आसान नही रहा। जब उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो उनके पास उचित और नए क्रिकेट के जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए, वह भीख मांगकर जूते खरीदते थे ताकि उनकी गेंदबाजी में कोई समस्या न आए।

3.) शोएब अख्तर:

रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर 21 वीं सदी की शुरुआत के सबसे घातक और प्रभावशाली गेंदबाज थे। शोएब अख्तर की गेंदबाजी का सबसे बड़ा हथियार उनकी गति थी। जो पलक झपकते किसी भी बल्लेबाज को या तो चोटिल कर सकती थी या फिर डंडे उखाड़ सकती थी।

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शोएब का बचपन बेहद गरीबी से गुजरा। वह अपने माता-पिता  के साथ जिस घर में रहते थे वह बेहद जर्जर था। बरसात के दिनों में उससे लगातार पानी रिसता रहता था। लेकिन, एक दिन उनका घर भी ढह गया। स्थितियां ऐसी हो गईं कि शोएब के पास रहने के लिए घर भी नही था।

जिस स्टेडियम में शोएब को प्रैक्टिस करने के लिए जाना होता था। वह उनके घर से काफी दूर था। न तो उनके पास साइकल थी और न ही पैसे कि वह किसी वाहन से स्टेडियम तक पहुंच सके। ऐसी स्थिति में उन्हें करीब 2 घण्टे पैदल चलकर स्टेडियम जाना होता था।

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शोएब बताते हैं कि, जिस दिन उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट टीम क ट्रायल के लिए बुलाया गया था उस दिन उनके पास बस से जाने के पैसे नही थे। इसलिए, उन्होंने कंडक्टर से विनती की थी कि वह उन्हें बस के ऊपर ही बैठा कर ले जाए।

2.) डेविड वार्नर:

ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज, डेविड वार्नर को रात 3 बजे तक नौकरी करने और फिर सुबह 7 बजे से स्कूल जाने तक के लंबी-लंबी यात्राएं करने के लिए मजबूर होना पड़ता था। उनकी ये यात्राएं किसी वाहन से नही बल्कि पैदल होतीं थीं।

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दस साल की उम्र में वॉर्नर एक हाउसिंग-कमीशन के छोटे से कमरे में रहते थे और उनकी हालत ऐसी थी कि उनका परिवार एक बल्ला भी नहीं खरीद सकता था। काफी संघर्षों के बाद, वार्नर का परिवार आखिरकार एक बल्ला खरीदने में कामयाब रहा। जैसा कि, ऊपर बताया गया है, वह रात के 3 बजे तक एक स्टोर पर नौकरी भी करते थे और फिर सप्ताहांत में इस दिग्गज क्रिकेटर को पेपर डिलीवरी बॉय के रूप में काम करना होता था। हालांकि, अंततः उन्हें सफलता मिली और अब वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं।

1.) मोहम्मद सिराज:

भारतीय क्रिकेट का भविष्य काफी उज्ज्वल है। क्योंकि, देश में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज और गेंदबाज सामने आ रहे हैं। मोहम्मद सिराज उन्हीं में से एक हैं। आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलने वाले सिराज की किस्मत तब बदली जब उन्हें आईपीएल में 2.6 करोड़ की बड़ी बोली हासिल हुई।

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यह भी पढ़ें: वो 5 खिलाड़ी जिन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में अपार सफलता अर्जित की।

वास्तव में, सिराज एक ऑटो-रिक्शा चालक बेटे हैं और उनकी घरेलू स्थिति भी अन्य क्रिकेटरों जैसी ही अच्छी नही थी। हालांकि, सिराज के संघर्ष के दिनों पर कम चर्चाएं ही देखने को मिलती हैं। लेकिन, वह अच्छा बैट खरीदने की स्थिति में नही थे। इसलिए, गेंदबाजी करना शुरू किया। शेष उनके आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय करियर के आंकड़े उनके प्रदर्शन को बताने के लिए काफी हैं।

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