आईसीसी टी-20 विश्वकप के शुरु होने में कुछ ही हफ्तों का समय शेष है। प्रत्येक टीम इस विश्वकप को जीतने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। टी-20 विश्वकप के अब तक 6 संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं। लेकिन यह पहला मौका है जब इस टूर्नामेंट के आयोजन में अधिक समय लिया गया है।
गौरतलब है कि, पिछला टी-20 विश्वकप 2016 में आयोजित किया गया था और आगामी विश्वकप इस साल 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में होगा। कोविड-19 के कारण इस टूर्नामेंट में 5 वर्षों का अंतराल देखने को मिला है। इस टी-20 विश्वकप के लिए, सभी देशों ने अपनी टीमों की घोषणा कर दी है। ऐसा कई बार, देखा गया है जब चुनी हुई टीम के सभी सदस्यों को प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नही बनाया जाता है।
इसलिए आज इस लेख में, हम उन पांच क्रिकेटरों पर एक नज़र डालते हैं जो अपना पहला टी-20 विश्वकप खेलेंगे। और, जिन्हें इस विश्वकप में टीम मैनेजमेंट द्वारा प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाए जाने की अधिक संभावनाएं हैं।
1) केएल राहुल:
भारतीय ओपनर केएल राहुल उन हाई-प्रोफाइल क्रिकेटरों में से एक होंगे जो अपना पहला विश्वकप खेलते हुए दिखाई देंगे। उल्लेखनीय है कि, जब साल 2016 का टी-20 विश्वकप खेला जा रहा था। तब, केएल राहुल भारतीय टी-20 क्रिकेट का हिस्सा नही था। हालांकि, एक महीने बाद उन्होंने आईपीएल में आरसीबी के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया. जिसके बाद उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ टी-20I सीरीज में पदार्पण का मौका मिला।
जिम्बाब्वे के खिलाफ हुई उस सीरीज के बाद से, केएल राहुल, इस प्रारूप में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं।राहुल एक साल से अधिक समय तक आईसीसी के T20I बल्लेबाजी चार्ट में नम्बर दो काबिज रह चुके हैं। केएल ने साल 2018 और 2019 दोनों में 300 से अधिक रन बनाते हुए टीम में अपनी जगह पक्की कर ली थी। इस टी-20 विश्वकप में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। क्योंकि, भारत लंबे समय के बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतने की कोशिश कर रहा है।
2) बाबर आजम:
पाकिस्तान के युवा बल्लेबाज बाबर आजम वर्तमान में, आईसीसी की टी-20 बल्लेबाजी रैंकिंग में नंबर 2 पर बने हुए हैं। बाबर आज़म टी-20 विश्वकप के इस आयोजन में पहली बार शामिल होने वाले लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक होंगे। टी-20 विश्वकप के पिछले संस्करण के दौरान बाबर घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे। जहाँ बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें टी-20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला।
टी-20 क्रिकेट में डेब्यू के बाद से बाबर ने अब तक 61 टी-20I मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने, 46.89 की शानदार औसत से 2204 रन बनाए हैं। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के नाम टी-20 फॉर्मेट में सबसे तेज 2000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी है। यदि पाकिस्तान आईसीसी टी-20 विश्वकप में जीत ददर्ज करना चाहता है, तो टीम मैनजमेंट को बाबर आजम पर विश्वास रखना होगा। और बाबर को मुख्य रूप से बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करना होगा।
3) ऋषभ पंत:
भारतीय विकेटकीपर और शानदार बल्लेबाज ऋषभ पंत उन लोकप्रिय क्रिकेटरों में से एक हैं जिन्हें टी-20 विश्वकप की टीम में चुना गया है। ऋषभ इस विश्वकप में भारतीय टीम के मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करते हुए दिखाई देंगे। हालांकि, पंत का अब तक का टी-20I रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। लेकिन, इस विश्वकप में यदि ऋषभ को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाता है तो उन्हें सम्हल कर बल्लेबाजी करनी होगी।
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने टी-20 विश्व कप के सभी छह संस्करण खेले हैं। लेकिन, अब वह इस संस्करण में टीम के मार्गदर्शक की भूमिका में दिखाई देंगे। एक तरह से देखा जाए तो ऋषभ पंत भारतीय टीम में धोनी की जगह लेंगे। जब पंत ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20I में डेब्यू किया तभी से उन्हें इस भूमिका के लिए तैयार किया गया था। इन चार सालों में ऋषभ पंत विकेटकीपिंग के लिए तमाम नामों के बीच सबसे बड़ी पसंद हैं।
4) शिमरोन हेटमायर:
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने ड्वेन ब्रावो और क्रिस गेल के बिना टी-20 विश्वकप की तैयारी शुरू कर दी है। इस तैयारी में शिमरोन हेटमेयर और निकोलस पूरन की अगुवाई वाली नवीनतम पीढ़ी इस टी-20 विश्वकप में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करती नजर आएगी। मध्यक्रम के मुख्य बल्लेबाजों में से एक शिमरोन हेटमायर वेस्टइंडीज की टी-20 विश्वकप टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
वास्तव में, शिमरोन की बिग हीटिंग किसी से छिपी नही है। हालांकि, उन्होंने अब तक 37 टी-20I मैचों में 19.96 की खराब औसत से केवल 539 रन ही बनाए हैं। फिर भी, वह एक ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ी हैं जो वेस्टइंडीज क्रिकेट को ऊंचाइयों में ले जा सकते हैं।
5) सैम करन:
इग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी सैम करन धीरे-धीरे अपने T20I करियर की शुरुआत कर रहे हैं। लेकिन, लीग क्रिकेट में अपने कारनामों के आधार पर, वह इस टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड को आगे बढ़ाने वाले खिलाड़ियों में से एक होंगे। वास्तव में जब भी उन्हें जिम्मेदारियां दी गईं हैं उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
इस ऑलराउंडर ने इंग्लैंड के लिए अब तक केवल 16 टी-20I मैच खेले हैं। जिनमें उन्होंने 7.93 की इकॉनमी से 16 विकेट हासिल किए हैं। बल्लेबाजी की बात करें तो उन्हें अब तक कुल 10 पारियों में ही बल्लेबाजी करने का मौका मिला है, जिनमें उन्होंने 159.65 के स्ट्राइक रेट और 18.20 के औसत से 91 रन बनाए हैं। जिनमें 6 चौके और 6 छक्के शामिल हैं।विशेष यह है कि वे इस दौरान 5 बार नॉट आउट भी रहे हैं।