भारतीय क्रिकेट के सुपर स्टार विराट कोहली वर्तमान समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट और युवा व नवागत क्रिकेटरों को काफी महत्व दिया है। भारतीय क्रिकेट टीम में ‘फिटनेस क्रांति’ लाने वाले कप्तान विराट कोहली को दुनिया की सबसे फिट टीम बनाने का श्रेय दिया जाना चाहिए।
बतौर कप्तान, विराट कोहली की सफलताओं की चर्चाएं न के बराबर ही होती हैं। लेकिन उन्होंने इंडियन क्रिकेट टीम और क्रिकेटर्स को आगे बढ़ाने के लिए घर संभव प्रयास किए हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में प्रतिभावान खिलाड़ियों को बार-बार मौका देकर उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचा दिया है।
आइए नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों पर जिन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में सफलता के कई मानक प्राप्त किए हैं।
1.) जसप्रीत बुमराह:
भारतीय तेज गेंदबाज और टीम इंडिया की गेंदबाजी की मुख्य कड़ी जसप्रीत बुमराह ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया था। लेकिन, उन्होंने अपने अधिकांश अंतरराष्ट्रीय मैच विराट कोहली के नेतृत्व में ही खेले हैं। बुमराह भारत की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुए हैं।
गौरतलब है कि, बुमराह अपने करियर की शुरुआत में टी-20 और वनडे स्पेशलिस्ट के रूप में जाने जाने जाते थे। और, टेस्ट क्रिकेट के लिए उन्हें ठीक नही माना जाता था। लेकिन, विराट कोहली ने उन पर भरोसा दिखाया और आज हम सभी जानते हैं कि उन्होंने अपने कप्तान को कैसे जवाब दिया। जसप्रीत दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज में एक टेस्ट मैच में पांच विकेट लेने वाले पहले एशियाई बन गए, ये सभी आंकड़े उनके पहले दौरे के हैं।
2.) मोहम्मद शमी:
मोहम्मद समी ने साल 2013 में भारतीय टीम में डेब्यू किया था और वह 2015 में विश्व कप टीम का भी हिस्सा थे। लेकिन, वह हमेशा ही चोटों से जूझ रहे थे और अधिकांश श्रृंखलाओं से चूक गए थे। हालांकि, उन्होंने कड़ी मेहनत की जिसके बल पर 2019 विश्वकप से पहले टीम में वापसी भी की। इस विश्वकप में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। शमी ने विश्वकप 2019 के 4 मैचों में 13.78 के औसत और 15 के शानदार स्ट्राइक रेट से 14 विकेट हासिल किए थे।
आज बुमराह की तरह ही शमी भी भारतीय टीम में पहली पसंद वाले प्लेयर हैं। शमी ने उतार-चढ़ाव से भरी अपनी पूरी यात्रा में उनका साथ देने का श्रेय कोहली को दिया। कोहली ने अपने निजी जीवन में भी चोटों और मुद्दों के कारण संघर्ष करते हुए शमी का भरपूर समर्थन किया। विराट ने उन्हें काफी मौके दिए और नतीजा सबके सामने है। हाल ही में जो टेस्ट मैच खेले गए हैं, उनमें शमी भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज रहे है।
3.) मोहम्मद सिराज:
इस साल जनवरी की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के बाद से मोहम्मद सिराज ने काफी ऊंचाईयां हासिल की हैं। सिराज ने एक तरीके से ब्रिस्बेन टेस्ट में तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व भी किया। जहां उन्होंने, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार 5 विकेट भी हासिल किए।
सिराज ने अब तक कुल 9 टेस्ट मैच खेले हैं। जिनमें उन्होंने 29.40 के औसत से 30 विकेट हासिल किए हैं। आईपीएल-2021 में भी अब तक उन्होंने शानदार गेंदबाजी की है। यहाँ भी विराट कोहली की ही कप्तानी में उन्होंने पावर प्ले में भी किफायती गेंदबाजी कर सभी को प्रभावित किया है।
4.) युजवेंद्र चहल:
युजवेंद्र चहल को साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारतीय टीम में चुना गया था। चहल ने 2014 में विराट कोहली की कप्तानी में आरसीबी के लिए खेलना शुरू किया और सभी को प्रभावित किया था। उन्होंने आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और भारतीय टीम में जगह बनाई। चहल भी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का श्रेय विराट को देते हैं।
साल 2017 से 2019 के दौरान चहल ने कुलदीप यादव के साथ मिलकर भारतीय टीम के लिए काफी विकेट चटकाए।हालांकि, कुलदीप अब नियमित खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन चहल अपनी जगह बरकरार रखने में कामयाब रहे हैं।
5.) देवदत्त पडिक्कल:
देवदत्त पडिक्कल भारत के उभरते सितारे हैं। वह घरेलू स्तर पर कर्नाटक के लिए खेले। आईपीएल-2020 की नीलामी से पहले, 19 वर्षीय इस बल्लेबाज ने शानदार प्रदर्शन किया। घरेलू टूर्नामेंटों में अपने प्रदर्शन के लिए सुर्खियों में रहने वाले व्यक्ति होने के बावजूद, पडिक्कल को उनके बेस प्राइज यानि ₹20 लाख में ही खरीदा गया। इसका मतलब यह था कि आरसीबी के अलावा किसी और टीम ने उनमें दिलचस्पी नही दिखाई थी।
कप्तान कोहली ने उन्हें आरसीबी के हर मैच में प्लेइंग 11 का हिस्सा बनाया और परिणाम शानदार रहा। पडिक्कल आईपीएल-2020 में टीम के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने, क्योंकि उन्होंने 15 मैचों में 473 रन बनाए थे। आईपीएल-2021 के पहले भाग में पडिक्कल ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ निडर होकर अपना पहला आईपीएल शतक बनाया। कोहली के नेतृत्व में खेलते हुए, यह युवा खिलाड़ी सफलता के नए आयाम स्थापित कर रहा है।