भरत और श्रीलंका के बीच दूसरा टेस्ट मैच बैंगलोर में खेला जा रहा है। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 9 विकेट खोकर 303 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। पहली पारी में 143 रन की बढ़त के कारण भारतीय टीम ने श्रीलंका को 447 रनों का बड़ा टारगेट दिया। वहीं श्रीलंका की टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट खोकर 28 रन बना लिये है। पहली पारी में भारतीय टीम के लिये 92 रन की शानदार पारी खेलने वाले श्रेयस अय्यर दूसरी पारी में भी बेहतरीन फॉर्म में नजर आये और 67 रन की अर्धशतकीय पारी खेली।
इसके साथ ही श्रेयस अय्यर भारत के लिये पिंक बॉल टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन चुके हैं। उनके अलावा भारतीय टीम के लिये दूसरी पारी में रोहित शर्मा ने 46 और ऋषभ पंत ने 50 रन की पारी खेली।
पिंक बॉल टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने वाले बने चौथे बल्लेबाज
वहीं पिंक बॉल टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने का कारनामा वेस्टइंडीज के बल्लेबाज डैरेन ब्रावो ने 2016 में करके दिखाया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में खेले गये पिंक बॉॉल टेस्ट मैच में 87 और 116 रनों की पारी खेलकर दिखाई थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने भी 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ 130 और 63 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा मार्नस लाबुशेन ये कारनामा दो बार करके दिखा चुके हैं। उन्होंने 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच में 143 और 50 रन की पारियां खेली थी। इसके बाद उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ एडिलेड में 103 और 51 रन की पारी खेली थी।
शनिवार को अय्यर ने 98 गेंदों पर 92 रन की पारी खेली थी जिसकी मदद से भारत पहली पारी में 252 रन का स्कोर खड़ा कर पाया था। हालांकि वो शतक बनाने से चूक गए थे, लेकिन उनका कहना है कि ये पारी शतक के बराबर ही थी।
“मैंने पर्सनली महसूस किया कि यह फिफ्टी शतक की तरह था। इसलिए मैंने शतक की तरह जश्न मनाया। इस अर्धशतकीय पारी को खेलकर मुझे शतक वाली फीलिंगआ रही थी। आपने उन खिलाड़ियों को देखा जो गेंद को डिफेंड कर रहे थे वहां पर गेंद के बल्ले का किनारा लेने की ज्यादा चांसेस थे और उस विकेट पर काफी उछाल था। आप उस विकेट पर बहुत ही नेगेटिव सोच के साथ बल्लेबाजी नहीं कर सकते और केवल गेंद को डिफेंड करते रह सकते हैं। जब आप मैदान पर उतरते हैं तो आपके पास वह पॉजिटिव माइंड सेट होना चाहिए। विकेट उतना अच्छा नहीं है। यह निश्चित तौर पर गेंदबाजों के मददगार पिच है।”