किसी भी खिलाड़ी के लिए इससे बुरा कुछ नही हो सकता कि उसे टीम से बाहर कर दिया जाए। ख़ासतौर से तब जबकि उस खिलाड़ी ने टीम को विजेता बनाया हो और टूर्नामेंट में वास्तविक छवि प्रदान की हो। सनराइजर्स हैदराबाद की आईपीएल-2021 में स्थिति बेहद दयनीय है। लेकिन, इससे पहले के सालों तक सनराइजर्स को डेविड वॉर्नर ने न केवल मजबूत बनाया बल्कि टूर्नामेंट का विजेता भी बनाया था।
डेविड वॉर्नर फिलहाल खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। पिछले दो मुकाबलों में उनका स्कोर 0 और 2 रहा है। जिस कारण उन्हें राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हुए मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में स्थान नही दिया गया।
वॉर्नर टूर्नामेंट के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक हैं। तीन बार के ऑरेंज कैप विजेता प्लेयर का प्लेइंग इलेवन में न होना हर किसी के लिए हैरानी की बात थी। लेकिन, इस दिग्गज बल्लेबाज और उसके फैंस को यह दिन भी देखना पड़ा।
हालांकि, एक फ्रेंचाइजी व प्लेयर के दृष्टिकोण से इस फैसले को दो तरीकों से देखा जाना चाहिए। अव्व्ल तो यह कि, सनराइजर्स, राजस्थान रॉयल्स के साथ हुए मुकाबले से पहले आईपीएल-2021 में मात्र एक मैच ही जीत पायी थी। ऐसे में, हैदराबाद को जीत की तलाश थी तो टीम में बदलाव किया गया।
दूसरे दृष्टिकोण से देखें तो, डेविड वॉर्नर को कुछ और मौके मिलने चाहिए थे। उन्होंने हैदराबाद के लिए बहुत कुछ किया है। प्रत्येक खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरता है। ऐसे समय में, उनका साथ छोड़ देना उचित नही था।
क्रिकेट विशेषज्ञ और कमेंटेटर हर्षा भोगले ने डेविड वॉर्नर को प्लेइंग इलेवन में स्थान न दिया जाना दर्दनाक बताया। उन्होंने वॉर्नर को बेंच पर बैठे हुए देखने के बाद ट्वीट कर कहा कि, “सालों से कुछ विदेशी खिलाड़ी और फ्रैंचाइज़ी साथ हैं। जैसे पोलार्ड और मलिंगा #MI के साथ, AB #RCB के साथ। शायद ब्रावो #CSK के साथ। वार्नर और #SRH हमेशा वहीं रहेंगे। इसे इस प्रकार देखना थोड़ा दर्दनाक है।”
There are some overseas player-franchise associations for the ages. Like Pollard and Malinga with #MI, AB with #RCB. Maybe Bravo with #CSK. Warner and #SRH will always be up there. Bit painful to see that unraveling.
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) September 27, 2021
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हालांकि, वॉर्नर की जगह जिस प्लेयर को सनराइजर्स ने प्लेइंग इलेवन में शामिल किया था उसने फ्रेंचाइजी के फैसले को सही साबित कर दिया। वॉर्नर के स्थान पर टीम में शामिल हुए जेसन रॉय ने 42 गेंदों में 60 रन बनाए और टीम को तेज शुरूआत दी। लेकिन, टॉप ऑर्डर सनराइजर्स की समस्या कभी नही रहा है। क्योंकि मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने ही खराब खेल दिखाया है। जिस वजह से सनराइजर्स हैदराबाद पॉइंट्स टेबल पर सबसे निचले पायदान पर है।