रवि शास्त्री ने टीम इंडिया में शिखर धवन की स्थिति को लेकर किया खुलासा
भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने टीम इंडिया की टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को लेकर बड़ा खुलासा किया है। रवि शास्त्री ने कहा है कि, विराट कोहली साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में शिखर धवन को सलामी बल्लेबाज के रूप में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे। लेकिन, इसके बाद श्रीलंका के साथ हुई टेस्ट सीरीज के गाले टेस्ट में धवन को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया था।
यह वही टेस्ट मैच था, जहाँ धवन ने 110 में गेंदों में सैकड़ा जड़ा था और फिर 168 गेंदों में 190 रन बनाए थे और दोहरा शतक बनाने से चूक गए थे। रवि शास्त्री के अनुसार, श्रीलंका दौरे से पहले धवन के पास एक शानदार चैंपियंस ट्रॉफी थी। जहाँ, उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। भले ही यह एक ऐसा टूर्नामेंट था जो सफेद गेंद से खेला गया था। लेकिन, जिस तरह से धवन ने इंग्लैंड की कंडीशन में खेला था और जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहे थे, उससे रवि शास्त्री को विश्वास था कि धवन टेस्ट मैच में भी कमाल कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि, श्रीलंका दौरे से पहले शिखर धवन टीम इंडिया से बाहर हो गए थे। लेकिन, इस दौरे के लिए उन्होंने एक बार फिर टीम में वापसी की। और, उनकी इस वापसी ने श्रीलंका के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज समेत 5 वनडे और 1 टी20 यानी सभी 9 मैचों में टीम इंडिया को धमाकेदार जीत दिलाई थी।
शिखर धवन को 2018 के इंग्लैंड दौरे के बाद टेस्ट टीम से कर दिया गया था बाहर
हालांकि, भारतीय चयनकर्ताओं ने साल 2018 के इंग्लैंड दौरे पर कम स्कोर के बाद शिखर धवन को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया था। लेकिन, वह अभी भी वापसी कर सकते हैं। इतना ही नहीं, ऐसा भी माना जा रहा है कि धवन को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध होने वाली एकदिवसीय सीरीज में भी शामिल किया जा सकता है। जहाँ वह टीम इंडिया की शुरुआत करते हुए दिखाई देंगे।
शास्त्री ने अपने विशेष कार्यक्रम द रवि शास्त्री शो में स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए कहा है कि, उन्होंने कोहली से धवन के लिमिटेड ओवर्स के फॉर्म के आधार पर टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में धवन को चुनने के लिए कहा था। क्योंकि, उन्हें पता था कि अगर धवन का बल्ला चलता है तो वह एक या दो सत्र में ही अपना काम कर सकते हैं। और, मैच को विपक्षी टीम से दूर ले जाएंगे। जैसा कि उन्होंने बाद में गाले टेस्ट में भी किया था।
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रवि शास्त्री की राय में, श्रीलंका दौरे के पहले गेम में धवन ने शानदार शतक जड़ दिया था। जिसने श्रीलंका को बैक फुट पर धकेल दिया था। जिसके बाद वे दौरे के किसी भी चरण में इससे उबर नहीं पाए। धवन ने गाले टेस्ट मैच में सिर्फ 168 गेंदों में 31 चौकों की मदद से 190 रन बनाए थे। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पहले दिन दोहरा शतक बनाने के लिए बिल्कुल तैयार दिख रहा था। लेकिन, दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से वह आउट हो गए और दोहरा शतक नहीं पूरा कर सके।