भारत की प्लेइंग इलेवन जब भारत ने आखिरी बार हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच खेला था
एशिया कप 2022 क्वालिफायर जीतकर हॉन्गकॉन्ग ने टूर्नामेंट के मुख्य चरण में क्वालीफाई कर लिया है। वे उस समूह का हिस्सा होंगे जिसमें अन्य टीमों के रूप में भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। इस आर्टिकल में हम भारत की प्लेइंग इलेवन पर एक नज़र डालते हैं जब टीम ने आखिरी बार हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच खेला था।
भारत और हॉन्गकॉन्ग के बीच कभी भी टी20 मैच नहीं खेला गया है। वनडे में भारतीय टीम ने आखिरी बार 18 सितंबर 2018 एशिया कप के दौरान हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ एक मैच खेला था। उस समय के भारत के प्लेइंग इलेवन पर एक नजर।
सलामी बल्लेबाज: रोहित शर्मा (कप्तान) और शिखर धवन
रोहित शर्मा और शिखर धवन प्लेइंग इलेवन में सलामी बल्लेबाज थे जब भारत ने आखिरी बार हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच खेला था। ये दो बल्लेबाज साल 2018 में एशिया कप के लिए भारत के प्रमुख सलामी बल्लेबाज थे। इसलिए, धवन और रोहित दोनों प्लेइंग 11 का हिस्सा थे। कप्तान रोहित ने जहां 23 रन बनाए, वहीं शिखर धवन ने शतक बनाया और प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता। यह जोड़ी अभी भी भारत की पसंदीदा सलामी जोड़ी मानी जाती है।
मध्य क्रम: अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक और एमएस धोनी (विकेटकीपर)
अंबाती रायुडू 2019 एकदिवसीय विश्व कप के लिए भारतीय टीम के प्लान का हिस्सा थे। हालांकि, वह बाद में उन्हें टीम में नहीं चुना गया। आमतौर पर विराट कोहली भारत के लिए नंबर 3 पर खेलते हैं लेकिन तत्कालीन भारतीय कप्तान को इस आयोजन के लिए आराम दिया गया था। इसलिए, रायुडू ने कोहली के जगह पर बल्लेबाजी की और इस मैच में उन्होंने 60 रन बनाए और टीम की मदद की। जबकि दिनेश कार्तिक ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए 33 रन बनाए, एमएस धोनी बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे।
ऑलराउंडर: केदार जाधव
भारतीय टीम ने जब आखिरी बार हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ खेला था तब प्लेइंग इलेवन में टीम के पस कोई ऑलराउंडर नहीं था। केदार जाधव नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के अलावा गेंदबाजी विभाग में भी उन्होंने अपना योगदान दिया था और इसलिए भारतीय टीम ने उन्हें एक ऑलराउंडर के रूप में शामिल किया था। केदार ने 28 रन बनाए और फिर सात ओवरों में 28 रन दिए।
गेंदबाज: भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, खलील अहमद और युजवेंद्र चहल
हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ इस मुकाबले के लिए टीम इंडिया के पास पांच गेंदबाज थे। भारत ने पहली पारी में 285 रन बनाए थे और जिसके बाद गेंदबाजों को हॉन्गकॉन्ग के बल्लेबाजों के सामने कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बता दें हॉन्गकॉन्ग की टीम को भारत ने महज 26 रन से हराया था। चहल और खलील ने तीन-तीन जबकि कुलदीप यादव ने दो विकेट लिए थे।