विराट कोहली बन सकते हैं टी 20 विश्व कप में अर्धशतक जमाने वाले पहले भारतीय कप्तान

विराट कोहली अगर टी 20 विश्व कप 2021 में अर्धशतक जमाने में कामयाब हो जाते हैं, तो वो ऐसा करने वाले पहले भारतीय कप्तान होंगे. एम एस धोनी, जिन्होंने पिछले 6 टी 20 विश्व कप में भारत की कप्तानी की थी, उन्होंने उनमें से किसी भी टूर्नामेंट में अर्धशतक नहीं जमाया.
धोनी के टी 20 विश्व कप में अर्धशतक ना जमा पाने की एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि वो ज्यादातर निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते थे. एक ऐसे बल्लेबाज के लिए, जो ज्यादातर छठे या सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करता है, अर्धशतक लगा पाना मुश्किल है, क्योंकि टी 20 मैचों में निचले क्रम के बल्लेबाजों को उतनी गेंदें नहीं मिलती.
धोनी ने भले ही टी 20 विश्व कप में कभी भारत के लिए अर्धशतक ना लगाया हो, पर उन्होंने भारत के लिए कई महत्तवपूर्ण पारियां खेली है. 2007 के टी 20 विश्व कप में धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नॉकआउट मैच में 33 गेंदों पर 45 रन बनाए थे, जब भारत ने ऊपरी क्रम में जल्दी विकेट खो दिए थे.
धोनी ने उसके बाद सेमी फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18 गेंदों में 36 रनों की शानदार पारी खेली थी. धोनी की इन 2 पारियों ने भारत को फाइनल तक पहुंचने में मदद की थी, जहां भारत ने पाकिस्तान को हरा कर पहले टी 20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था.
विराट कोहली के पास होगा इस विश्व कप में अर्धशतक लगा कर रिकॉर्ड बनाने का मौका
विराट कोहली, जो इस समय भारत के कप्तान हैं, वो ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हैं. या तो वो टी 20 मैचों में पारी की शुरुआत करते हैं या तीसरे नंबर पर बैटिंग करते हैं. चूंकि वो ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, उनके पास पर्याप्त गेंदें होती है और अगर वो अच्छे फॉर्म में हुए, तो उनके पास टी 20 विश्व कप 2021 में अर्धशतक लगाने का मौका होगा.
विराट कोहली ने पिछले 2 टी 20 विश्व कप में भारत के लिए सबसे बेहतरीन बल्लेबाजी की है. 2016 टी 20 विश्व कप, जो भारत में खेला गया था, उस टूर्नामेंट के लगभग हर मैच में विराट ने रन बनाए थे और भारत की सभी जीतों में बल्ले के साथ योगदान दिया था.
भारतीय फैंस यही चाहेंगे कि कप्तान 2021 के टी 20 विश्व कप में भी बिल्कुल वैसी ही बल्लेबाजी करें, जैसा उन्होंने पिछले 2 टी 20 विश्व कप में किया था. विराट पहले ही इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि ये टी 20 विश्व कप भारत के टी 20 कप्तान के रूप में उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा. भारत की टीम इस बात की पूरी कोशिश करेगी कि ये विश्व कप जीत कर इस टूर्नामेंट को कप्तान के लिए यादगार बनाया जाए.