युवराज सिंह और एमएस धोनी के करियर की 5 चीजें जो एक जैसी रहीं
भारतीय क्रिकेट इतिहास के दो अनमोल सितारों के बिना भारत का इतिहास अधूरा है। जी हाँ दो मोतियों से मेरा तात्पर्य है युवराज सिंह और एमएस धोनी से है। ये ऐसे दो खिलाडी हैं , जिन्होंने भारत के लिए खेलते हुए रिकॉर्ड तोड़े भी और नए रिकॉर्ड बनाए भी है। इन दोनों क्रिकेटरों का योगदान क्रिकेट में भारत के लिए बहुत ज्यादा है। कई ऐसे मैच हुए हैं जो इन्होंने ने अपने बलबूते पर भारत को जिताए थे। दशकों में एक-दो बार ही ऐसे खिलाड़ी देखने को मिलते हैं।
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धोनी की कप्तानी के चर्चे हर देश में हैं। धोनी की कप्तानी में भारत 50 ओवर वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप और चैम्पियंस ट्रॉफ़ी जीती थी। धोनी दुनिया के सबसे सफल कप्तनों की लिस्ट में भी शामिल है। दूसरी ओर युवराज सिंह की बल्लेबाजी से भी सभी वाकिफ हैं। वर्ल्ड कप 2011 में उनका कितना महत्वपूर्ण किरदार था यह सभी जानते हैं। उनके बिना भारत वर्ल्ड कप 2011 नहीं जीत सकता था। इस आर्टिकल में हम आपको युवराज सिंह और एमएस धोनी के करियर के बीच 5 ऐसे चीजें बताने जा रहे हैं, जो लगभग एक सी हैं।
युवराज सिंह और एमएस धोनी के करियर की 5 चीजें जो एक जैसी रहीं
1. युवराज सिंह और एमएस धोनी ने अपने आखिरी टी20 मैच में 3-3 छक्के लगाए
युवराज ने भारत के लिए 58 टी20 मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 136.3 के स्ट्राइक रेट से 1177 रन बनाए थे। युवराज ने अपने आखिरी टी20 मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ 2017 में खेला था जिसमें उन्होंने 3 छक्के लगाए थे। वहीं दूसरी ओर धोनी ने भी अपने आखिरी टी20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 छक्के लगाए थे। यह संयोग बेहद रोचक है।
2. दोनों ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैच बेंगलुरु में खेला
भारतीय टीम के दोनों दिग्गजों ने अपना आखिरी मैच बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला था। यह भी एक अद्भुत संयोग है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच ज्यादातर बल्लेबाजों की लिए ही अच्छी साबित होती है। युवराज ने अपने आखिरी टी20 में 10 बॉल में 27 रन मारे थे जिसमे 3 छक्के और 1 बाउंड्री शामिल थी। उनका स्ट्राइक रेट उस मैच में 270 का था। धोनी ने अपने अंतिम मैच में 23 बॉल में 40 रन बनाए थी। इनका स्ट्राइक रेट 173.91 का था।
3. भारत में टेस्ट डेब्यू, विदेश में वनडे और टी20 डेब्यू
ज्यादातर नए खिलाड़ियों का डेब्यू घरेलू परिस्थितियों में होता है और इन दो दिग्गजों का भी टेस्ट डेब्यू भारत में हुआ था। हालाँकि इन दोनों का टी20 और वनडे डेब्यू भारत के बाहर हुआ था। युवराज सिंह ने अपने पहला वनडे केन्या में खेला था और एमएस धोनी ने अपना पहला वन डे बांग्लादेश में खेला था। जबकि इन दोनों खिलाड़ियों का टी20 डेब्यू साउथ अफ्रीका में हुआ था।
4. पहली आईपीएल टीम उसी क्षेत्र की थी जहां उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू किया था
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि धोनी और युवराज का टेस्ट डेब्यू भारत में ही हुआ था। युवराज सिंह ने पहला टेस्ट मैच मोहाली में खेला था। आईपीएल के पहले सीजन में युवराज सिंह मोहाली की टीम (पंजाब) के कप्तान बने थे। वहीं धोनी ने अपने पहला टेस्ट मैच भारत के लिए चेन्नई में खेला था और उनकी पहली आईपीएल टीम भी चेन्नई सुपर किंग्स थी। धोनी अभी भी इस टीम का हिस्सा बने हुए हैं।
5. युवराज सिंह और एमएस धोनी दोनों का एकदिवसीय क्रिकेट में स्ट्राइक रेट
वनडे क्रिकेट में 80 से ज्यादा का स्ट्राइक रेट अच्छा माना जाता है। युवराज और धोनी दोनों ने अपने-अपने वनडे करियर का अंत 87 के स्ट्राइक रेट से किया। युवराज का स्ट्राइक रेट 87.67 था, जबकि धोनी का एकदिवसीय स्ट्राइक रेट 87.56 था। इन दोनों दिग्गजों ने वनडे क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी से विश्व क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम बनाया।