आईपीएल में 8 सालों तक एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेलने वाले 5 विदेशी खिलाड़ी
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में विदेशी खिलाड़ियों का हमेशा सही बोलबाला रहा है। दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा बनते आए हैं और अपना 100 प्रतिशत योगदान देते आए हैं। पहले संस्करण से ही बड़े खिलाड़ी जैसे शेन वॉर्न, रिकी पोंटिंग , जैक कैलिस आदि बड़े नाम इस टूर्नामेंट का हिस्सा रहे हैं। आईपीएल में एक ही फ्रेंचाइजी के लिए लम्बे समय तक खेलने का मौका कुछ ही खिलाड़ियों को मिलता है।
हालांकि समय के साथ साथ टीमें बदलती रहें और खिलाड़ी एक फ्रेंचाइजी से दूसरे फ्रेंचाइजी जाने लगे। चूंकि आईपीएल का नियम है कि मुकाबले में एक टीम से केवल 4 ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं इसलिए सभी टीमों में बेहतर खिलाड़ी भरने की होड़ मचने लगी। समय बदला, फ्रेंचाइजी बदली, मगर कुछ खिलाड़ी ऐसे भी थे जिनका नाम हमेशा ही एक फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ा रहा।
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आज हम बात करेंगे ऐसे ही 5 विदेशी खिलाड़ियों के बारे में जो आईपीएल में कम से कम 8 सालों तक एक ही फ्रेंचाइजी के लिए खेलते आए हैं-
5.ड्वेन ब्रावो- चेन्नई सुपर किंग्स
ड्वेन ब्रावो ने अपनी आईपीएल करियर की शुरुआत मुंबई इंडियंस के साथ की थी और वह 2010 तक मुंबई का ही हिस्सा थे जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। मगर 2011 की आईपीएल नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने मौका पाते ही उन्हें अपनी फ्रेंचाइजी से जोड़ा और तब से लेकर अब तक वह चेन्नई सुपर किंग्स का एक नियमित हिस्सा रहे हैं।
ड्वेन ब्रावो एक शानदार ऑलराउंडर हैं जिन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से ही चेन्नई सुपर किंग्स को कई हारे हुए मुकाबले जितवाए हैं और अब तक सीएसके का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं।
4.लसिथ मलिंगा- मुंबई इंडियंस
लसिथ मलिंगा एक ऐसे विदेशी खिलाड़ी है जिन्होंने अपने आईपीएल करियर के दौरान केवल एक ही टीम के लिए खेला है। वह पहले संस्करण से लेकर अपने अंतिम मुकाबले तक मुंबई इंडियंस का हिस्सा बने रहे हैं और मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी की जान रहे हैं।
अपनी सनसनाती हुई यॉर्कर से बल्लेबाजों की कमर तोड़ देने वाले मलिंगा के नाम आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट है और वह इस टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाजों रहे हैं। उन्होंने अपनी आईपीएल करियर की आखिरी गेंद पर भी विकेट लेकर मुंबई इंडियन को चौथी बार आईपीएल विजेता बनवाया था।
3.फाफ डु प्लेसिस – चेन्नई सुपर किंग्स
ब्रावो की तरह ही फाफ डू प्लेसिस भी चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा 2011 आईपीएल से बने हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका का यह दिग्गज खिलाड़ी एक बहुत उम्दा बल्लेबाज है जो किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने को हमेशा तैयार रहता है।
सीएसके की गैरमौजूदगी में 2 साल डु प्लेसिस राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स का हिस्सा रहे थे मगर सीएसके के वापस आने के बाद वह दोबारा चेन्नई का एक नियमित हिस्सा बन गए थे। इस वर्ष हुए आईपीएल में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी के दम पर चेन्नई को कई मुकाबले जिताए हैं।
2. किरोन पोलार्ड –मुंबई इंडियंस
पोलार्ड का नाम उनके चैंपियंस लीग टी20 में किए गए शानदार प्रदर्शन के बाद सबके सामने आया जिसके चलते 2010 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपनी टीम में जोड़ा। पोलार्ड एक बेहद प्रतिभाशाली ऑलराउंडर है जो अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाज को सीमा रेखा पार पहुंचाने का दम रखते हैं।
वह पिछले 11 साल से मुंबई इंडियंस का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं और अपनी गेंदबाजी , बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों विभाग में ही शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई इंडियंस को अनेकों मुकाबले जितवाते आए हैं। पोलार्ड को मुंबई के अलावा किसी और फ्रेंचाइजी में खेलते देखना बेहद मुश्किल बात है।
1.एबी डिविलियर्स- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की जान और उनके सबसे बड़े मैच विजेता एबी डिविलियर्स के बगैर इस टीम की कल्पना करना लगभग नामुमकिन सी बात है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक एबी डी विलियर्स 2010 से आरसीबी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं और उनके रहने से टीम में एक अलग तरह का जोश देखने को मिलता है।
डिविलियर्स एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो किसी भी स्थिति से मैच को अपनी तरफ मोड़ लेने का मादा रखते हैं और पारी को संभालने के साथ-साथ वह मुकाबले को फिनिश करना भी बखूबी जानते हैं और उन्होंने अनेकों मौकों पर यह करके भी दिखाया है। आरसीबी के फैंस यह कभी नहीं चाहेंगे कि डिविलियर्स किसी और फ्रेंचाइजी के लिए खेलते नजर आए।