पंजाब किंग्स यदि टेस्ट क्रिकेट खेले तो क्या होगी उनकी सबसे मजबूत XI?
आईपीएल के इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक पंजाब किंग्स (Punjab Kings) इस सीजन में भी छठवें स्थान पर है। इस टीम की स्थिति इतनी बुरी रही है कि अब तक मात्र दो बार ही यह टीम प्लेऑफ में पहुंची है।
आज हम टी-20 खेलने वाली पंजाब किंग्स टीम की बात तो कर रहे हैं, लेकिन, आईपीएल के विषय में नही। बल्कि, इस विषय को जानने का प्रयास करेंगे कि यदि पंजाब किंग्स टेस्ट क्रिकेट खेले तो उसकी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन कैसी हो सकती है।
पंजाब किंग्स की सबसे मजबूत टेस्ट XI
सलामी बल्लेबाज: वीरेंद्र सहवाग और मुरली विजय
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने टीम इंडिया के लिए 104 टेस्ट मैच खेले हैं। हालांकि, उनकी तकनीक और क्रिकेट खेलने का आक्रामक तरीका कभी भी टेस्ट क्रिकेट के लिए अनुरूप नही रहा है लेकिन उन्हें इसमें सफलता मिली है। वीरेंद्र सहवाग ने अपने टेस्ट करियर में 82.23 के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से 8586 रन बनाए हैं।
मुरली विजय और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी पंजाब किंग्स को शानदार शुरुआत दे सकती है। मुरली विजय ने भारत के लिए 61 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 38.3 के औसत से 3982 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक भी शामिल हैं।
मध्यक्रम: चेतेश्वर पुजारा, कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने (कप्तान), केएल राहुल और ऋद्धिमान साहा
भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ चेतेश्वर पुजारा किसी भी टेस्ट टीम में तीन नम्बर के लिए चयनकर्ताओं की पहली पसंद होंगे। इस बल्लेबाज के पास न केवल टेस्ट खेलने का क्लास है बल्कि किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के विरुद्ध घण्टों तक पिच पर खड़े रहने की क्षमता भी है।
चेतेश्वर पुजारा के अलावा कुमार संगाकारा मध्यक्रम को मजबूत करते दिखाई देंगे। श्रीलंका क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक कुमार संगकारा न केवल बल्लेबाजी बल्कि विकेटकीपर के रूप में भी अच्छी भूमिका निभा सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट के आंकड़ों की बात करें तो संगाकारा ने 134 टेस्ट मैचों में 57.14 की औसत से 12400 रन बनाए हैं, जिसमें 38 शतक और 52 अर्द्धशतक भी शामिल हैं।
महेला जयवर्धने का नाम उन खिलाडियों में शामिल है जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार से अधिक रन बनाए हैं। श्रीलंका के इस पूर्व कप्तान ने टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार पारियाँ खेलीं हैं जो कि उन्हें टेस्ट महान बनाती हैं। जयवर्धने न केवल बल्ले से बल्कि अपनी कप्तानी के अनुभव से भी पंजाब किंग्स को टेस्ट मैचों में जीत दिला सकते हैं।
के एल राहुल भारतीय टीम व पंजाब किंग्स के लिए बतौर सलामी बल्लेबाज खेलते हुए नजर आते हैं लेकिन, वीरेन्द्र सहवाग और मुरली विजय जैसे ओपनर बल्लेबाज़ों के कारण उन्हें मध्यक्रम में मौका दिया जा सकता है। टेस्ट क्रिकेट के अपने डेब्यू मैच में भी राहुल 6 नम्बर पर बल्लेबाजी करते नजर आए थे, लेकिन फिर उन्हें प्रमोट किया गया और अब वह सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाते हुए नजर आते हैं।
ऋद्धिमान साहा, भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाजों की जब बात की जाएगी उसमें ऋद्धिमान साहा का नाम अवश्य आएगा। हालांकि, उन्हें भारतीय टीम में भरपूर मौके नही मिले हैं। साल 2010 में टेस्ट डेब्यू करने वाले साहा ने अब तक मात्र 38 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें 29.09 की औसत से 1251 रन बनाए हैं।
पंजाब किंग्स के ऑलराउंडर: रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन खुद को आईसीसी टेस्ट ऑल राउंडर रैंकिंग में टॉप 5 पर खुद को स्थापित कर चुके हैं। बतौर ऑलराउंडर निचले क्रम में बल्लेबाजी के साथ ही गेंदबाजी में अपनी ऑफ स्पिन से पंजाब किंग्स के लिए तुरुप के इक्के के रूप में कार्य कर सकते हैं। किसी भी स्पिन ट्रैक पर अश्विन से घातक ऑलराउंडर वर्तमान क्रिकेट में कोई अन्य नही है।
गेंदबाज: ब्रेट ली, मिशेल जॉनसन और मोहम्मद शमी
ऑस्ट्रेलिया के लिए 76 टेस्ट खेलने वाले ब्रेट ली ने 310 विकेट हासिल किए हैं। अपने अनुभव और शानदार गेंदबाजी से ब्रेट ली पंजाब किंग्स की टेस्ट टीम में गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करते हुए दिखाई देंगे।
मिशेल जॉनसन की स्विंग गेंदबाजी का हर कोई मुरीद रहा है। जॉनसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 सभी प्रारूपों में अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं। जॉनसन ने 73 टेस्ट मैचों में 28.04 की औसत से 313 विकेट झटके हैं।
54 मैचों में 195 विकेट लेने वाले मोहम्मद समी गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल कर रहे हैं यही नही वे टेस्ट मैचों में 2 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। ब्रेट ली, मिशेल जॉनसन और मोहम्मद शमी की तिकड़ी पंजाब किंग्स के गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करेगी।
टेस्ट क्रिकेट में पंजाब किंग्स की सबसे मजबूत XI इस प्रकार होगी: वीरेंद्र सहवाग, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने (कप्तान), केएल राहुल, ऋद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, ब्रेट ली, मिशेल जॉनसन और मोहम्मद शमी