
श्रीलंका ने एशिया कप 2022 के फाइनल में पाकिस्तान की टीम को हराकर छठी बार इस प्रतियोगिता को अपने नाम किया। इस साल का एशिया कप काफी रोमांचक रहा। किसी ने नहीं सोंचा था कि श्रीलंका की टीम इस साल का प्रतियोगिता जीतेगी, टूर्नामेंट की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान की टीम टूर्नामेंट जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। हालांकि, श्रीलंका ने सभी को चौंकाते हुए खिताब को अपने नाम कर लिया। इस आर्टिकल में हम उन पांच खिलाड़ियों पर नजर डालेंगे जिनसे टूर्नामेंट की शुरुआत में काफी उम्मीद थी लेकिन टूर्नामेंट के अंत में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।
बाबर आजम (पाकिस्तान)
बाबर आजम छह महीने से अधिक समय से दुनिया के नंबर 1 टी20 बल्लेबाज के रूप में राज किया। उनका फॉर्म कड़ी मेहनत और निरंतरता का एक आदर्श उदाहरण रहा है। पाकिस्तान के कप्तान टी20 विश्व कप 2021 के बाद से शानदार फॉर्म में थे।
हालांकि, एशिया कप 2022 ऐसा टूर्नामेंट नहीं था जिसे वह याद रखना चाहेंगे। अंडरडॉग श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान की टीम उनकी कप्तानी में लगातार दो मैच हार गई। उन्होंने खेले गए छह मैचों में केवल 68 रन बनाए। उन्होंने 11.3 की औसत और 107.9 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की।
केएल राहुल (भारत)
भारत के स्टार बल्लेबाज और लोकेश राहुल दुबई में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे। इस साल उनकी फॉर्म से काफी उम्मीदें थीं। सलामी जोड़ी के रूप में वह रोहित शर्मा के साथ हर मैच में रन जोड़ने में विफल रहे।
राहुल ने खेले गए पांच मैचों में कुल 132 रन बनाए। उन्होंने 130 के स्ट्राइक रेट और 26.4 की औसत से बल्लेबाजी की ।
ऋषभ पंत (भारत)
भारत के लिए मध्यक्रम के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक ऋषभ पंत का इस बार का सीजन सबसे निराशाजनक रहा। अपनी बड़ी हिटिंग क्षमताओं के लिए जाने जाने वाले पंत का प्रदर्शन निराशा जनक रहा।
उन्होंने तीन मैचों में 51 रन बनाए। पंत ने 124.3 के स्ट्राइक रेट और 25.5 की औसत से रन बनाए।
अवेश खान (भारत)
इस साल एशिया कप में भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। भारतीय तेज गेंदबाज अवेश खान भारत के तीसरे तेज गेंदबाज थे लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। हालांकि, वह बीमारी के कारण कुछ मैच नहीं खेल पाए, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने पहले ही निराश कर दिया था।
उन्होंने खेले गए दो मैचों में दो विकेट हासिल किए। उन्होंने 12 की इकॉनमी के साथ गेंदबाजी की।
शाकिब अल हसन (बांग्लादेश)
बांग्लादेश की लगातार हार के कारण खिलाड़ियों को अपनी पूरी क्षमता दिखाने का पर्याप्त मौका नहीं मिला। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए पहले दो मैच सबसे अहम थे लेकिन टीम दोनों मैच हार गई। टीम के कप्तान शाकिब अल हसन सबसे प्रमुख बांग्लादेशी खिलाड़ी रहे हैं। लेकिन उनका प्रदर्शन टीम को जीताने के लिए काफी नहीं था।
उन्होंने केवल दो मैच खेले, जिसमें उन्होंने 35 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 110 का रहा।