इंटरनेशनल क्रिकेट के नियमों में रेगुलरली बदलाव होते रहते है। इंटरनेशनल क्रिकेट में पहले टेस्ट आया उसके बाद ओडीआई और फिर टी20 इंटरनेशनल आया। आजकल, टेस्ट मैच भी लाइट में और पिंक बॉल से खेले जाते है जिसे डे-नाइट टेस्ट मैच कहते है।
पहले टाई मैच का विनर घोषित करने के लिए बॉल आउट होता था, लेकिन अब सुपर ओवर होता है। अब बाउंड्री काउंट का नियम भी खत्म हो चुका हैं। इसलिए क्रिकेट में नियम नियमित रूप से बदलते रहते है। हाल ही में एमसीसी ने क्रिकेट के मौजूदा कुछ नियमों में कुछ बदलाव किया है। तो आज हम आपको उन तीन बड़े नियमों के बारे में बताने जा रहे है जिसमें बदलाव किया गया है और ये नियम 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होंगे।
1. मांकडिंग को अब रन आउट माना जाएगा
मांकडिंग की बात की जाए तो यह क्रिकेट में आउट होने का एक ऐसा तरीका है, जिसमें नॉन स्ट्राइकर पर मौजूद बल्लेबाज गेंदबाज द्वारा गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज से बाहर आ जाता है और, ऐसी में गेंदबाज नॉट स्ट्राइकर पर मौजूद बल्लेबाज को रन आउट करता था।
इस नियम को हमेशा से क्रिकेट के नियमों के विरुद्ध माना जाता था और इस पर हमेशा बहस होती रहती थी। वहीं अब एमसीसी ने इस नियम में बदलाव करते हुए इसको लीगल कर दिया है और इस नियम को लेकर होने वाली बहसों को भी खत्म कर दिया है।
2. कैच आउट होने के दौरान बल्लेबाज नहीं बदल सकते है स्ट्राइक
अक्सर देखा जाता है जब स्ट्राइक पर मौजूद बल्लेबाज किसी गेंद को हवा में खेलता है तब उस दौरान दोनों स्ट्राइक पर खड़े बल्लेबाज रन के लिए दौड़ पड़ते है। ऐसी कंडीशन में यदि कैच होने से पहले स्ट्राइक और नॉन स्ट्राइक के बल्लेबाज एक दूसरे को क्रॉस कर लेते है तो अगली गेंद पर नॉन स्ट्राइक बल्लेबाज स्ट्राइक पर आ जाता था।
एमसीसी ने इस नियम में बदलव कर दिया है। अब जब भी कोई बल्लेबाज कैच आउट होगा तो नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक पर आएगा। हालांकि, यदि जिस गेंद पर बल्लेबाज आउट हुआ है वह ओवर की आखिरी गेंद हुई तो पहले की ही तरह नॉन स्ट्राइक वाला बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा।
3. इंटरनेशनल क्रिकेट में बदले गए लार के नियम
एमसीसी का कहना है कि स्लाइवा का क्रिकेट पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। पहले, फील्डर और गेंदबाज गेंद को स्लाइवा से चमकाते थे, लेकिन आईसीसी ने कोविड के कारण के कारण इस पर बैन लगा दिया था।
अब, एमसीसी ने स्लाइवा के इस्तेमाल पर हमेशा के लिए बैन लगा दिया है। यह देखते हुए कि इसके बिना चीजें कैसे काम कर रही है। नियम इस साल के अंत में 1 अक्टूबर से लागू कर दिए जाएंगे।