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क्रिकेट के वो नियम जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं

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क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसे अपार लोकप्रियता हासिल हुई है। क्रिकेट के कुछ नियम बेहद सरल तो कुछ बेहद पेचीदा हैं। जैसे कि, रन आउट या बोल्ड होने के नियमों को बेहद आसान कहा जा सकता है। लेकिन, वर्षा बाधित किसी मैच में डकवर्थ लुइस नियम का प्रयोग होना और इसकी समझ आसान नही है।

हालांकि, नियमों की सरलता और कठिनता को छोड़कर, क्रिकेट के उन नियमों पर बात करते हैं जिसके विषय में बहुत कम खेल प्रशंसकों को जानकारी है।

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1.) द शैडो लॉ:

द शैडो लॉ में, शैडो का अर्थ छाया है। इस नियम के अनुसार, यदि बल्लेबाज के पास अर्थात पिच पर किसी फील्डर की छाया पड़ती है। तब, यह छाया तब तक नहीं हिलनी चाहिए जब तक बल्लेबाज गेंद को खेल नही लेता है।

यह नियम क्रिकेट में अनिवार्य रूप से लागू होता है। इसका सीधा अर्थ यह है कि जब तक गेंद बल्लेबाज तक नहीं पहुंच जाती तब तक फील्डर को उसी मुद्रा में रहना होगा जिस मुद्रा में वह था। यदि छाया पड़ने के बाद और गेंद बल्लेबाज तक पहुंचने से पहले फील्डर हिल जाता है तब यह गेंद नो बॉल करार दी जाती है। क्रिकेट का यह नियम उन नियमों में से एक है। जिसके विषय में बहुत कम लोगों को जानकारी प्राप्त है।

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2.) डबल हिट डिसमिसल

क्रिकेट के नियम 34.1 के अनुसार, यदि कोई बल्लेबाज गेंद को खेलते समय बल्ले से दो बार हिट करने का प्रयास करता है तो उसे आउट दे दिया जाता है। बल्लेबाज अपने हाथ, पैर या शरीर के किसी अन्य हिस्से से भी गेंद को बल्ला लगने के बाद या पहले जानबूझकर छूने का प्रयास नही कर सकता।

यदि वह ऐसा करता है तो उसे आउट माना जाता है। हालांकि, गेंद यदि विकेट में जा रही हो तब बल्लेबाज अपने बैट से गेंद को रोक सकता है। हालांकि, यह कई बार देखा गया है कि, बल्लेबाज अपने बल्ले से गेंद को सम्हालता है जब गेंद विकेट की ओर जा रहा हो।

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3.) कपड़े/टोपी या अन्य वस्तु से फील्डिंग

क्रिकेट में फील्डिंग से जुड़े कई नियम हैं। लेकिन सभी की जानकारी खेल प्रशंसकों को नही होती है। फील्डिंग से जुड़े, ऐसे ही एक नियम में कहा गया है कि एक खिलाड़ी को किसी अन्य वस्तु जैसे कि कपड़े का टुकड़ा, यहां तक ​​कि अपनी टोपी से भी गेंद नही पकड़ सकता है।

चूंकि, कोई भी फील्डर ऐसा नहीं करता है, इसलिए सभी का मानना ​​यह है कि यह खेल भावना को बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। जबकि, सच्चाई यह है कि इस प्रकार की फील्डिंग रोकने के लिए एक सख्त नियम बनाया गया है।

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4.) लॉन्ग-स्टॉप फील्ड

क्रिकेट में लॉन्ग-स्टॉप फील्डिंग पोजीशन के बारे में कई खेल प्रशंसकों ने सुना होगा। लेकिन, यह नियम भी एक बहुत कम जानकारी वाला नियम है। इस नियम के अनुसार कोई भी टीम विकेटकीपर के पीछे बाउंड्री की ओर स्टम्प्स की सीध में फील्डर नियुक्त नही सकती है।

बीते कुछ वर्षों में देखा गया है कि, टी-20 क्रिकेट के आगमन के साथ, कई बल्लेबाज रन बनाने के लिए कीपर के पीछे के खाली क्षेत्र का उपयोग करते हैं। हालाँकि, कोई भी कप्तान किसी क्षेत्ररक्षक को लॉन्ग-स्टॉप स्थिति में नहीं रखता है। यह मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि मैदान में एक और खाली क्षेत्र उजागर हो जाएगा, जिससे बल्लेबाज के लिए लक्ष्य बनाना कम जोखिम भरा होगा।

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5) टेस्ट में जब्ती

इस नियम के अनुसार, टीमें एक टेस्ट मैच की एक पारी गंवा सकती हैं। जब कोई मैच वर्षा बाधित होता है और खेल ड्रॉ की ओर बढ़ रहा होता है। तब ऐसी स्थिति में टीमें इस विकल्प का उपयोग कर सकती हैं।

ऐसा इसलिए है, क्योंकि परिणाम की बेहतर संभावना है और जीतने वाली टीम को अधिक अंक मिलेंगे। बेशक, ऐसा तभी हो सकता है जब दोनों कप्तान इस स्थिति के लिए तैयार हों। खासकर मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के युग में ऐसा नियम बेहद मददगार साबित हो सकता है।

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