क्रिकेट के टेस्ट, वनडे और टी-20 फॉर्मेट में से सबसे लोकप्रिय यदि कोई है तो वह है टी-20 क्रिकेट। फटाफट क्रिकेट की दुनिया में टी-20 फॉर्मेट का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। कई खेल विशेषज्ञों का मानना है, यदि टी-20 क्रिकेट को सही तरीके से आगे बढ़ाया जाए तो यह फुटबॉल की तरह ही लोकप्रिय हो जाएगा।
हालांकि वर्तमान समय में, जिस तरह से इंडियन प्रीमियर लीग की तर्ज पर सभी दुनिया भर में लीग आयोजित की जा रहीं हैं उससे भी यह बेहद लोकप्रिय हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि, टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता में इजाफा करने के लिए आईसीसी ने भी कई प्रयास किए हैं। जैसे कि गत महीने ही आईसीसी ने ऐलान किया था कि, टी-20 विश्वकप में भाग लेने वाली टीमों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। टी-20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के विभिन्न कारणों में से एक है इसमें बल्लेबाजों द्वारा छक्का मारना। हालांकि, ऐसे भी कई बल्लेबाज हैं जिन्होंने टी-20 के अंतरराष्ट्रीय मैचों में आज तक एक भी छक्का नही लगाया है।
आइये एक नजर डालते हैं, उन लोकप्रिय खिलाड़ियों ने जिन्हें टी-20I तो खेला है लेकिन उनके बल्ले से एक भी छक्का नही निकला है।
1.) अंबाती रायुडू :
अंबाती रायुडू इंडियन प्रीमियर लीग के बड़े बल्लेबाजों में से एक हैं। आईपीएल में लंबे-लंबे छक्के लगाने वाले अंबाती रायुडू भारत की ओर से टी-20I खेलते हुए एक भी छक्का नही लगा सके हैं। हालाँकि, उनका अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर अधिक लंबा नही था।
भारतीय टीम की ओर अंबाती रायुडू ने कुल 6 टी-20I खेले हैं। जिनमें, 5 पारियों में उन्होंने मात्र 42 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 5 चौके अवश्य लगाए हैं। लेकिन कभी भी छक्का नही लगा सके।
2. एंड्रयू स्ट्रॉस:
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस अपने समय के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक हैं। दक्षिण अफ्रीका में जन्मे बाएं हाथ के बल्लेबाज स्ट्रॉस इंग्लैंड के लिए खेलते थे। टेस्ट और वनडे मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी कर चुके स्ट्रॉस ने अपने करियर के अंतिम दिनों में ही टी-20 क्रिकेट खेला।
स्ट्रॉस ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए केवल चार टी-20I मैच ही खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 18.25 की औसत से मात्र 73 रन बनाए, जिसमें उन्होंने नौ चौके लगाए थे। लेकिन उनके बल्ले से कोई भी छक्का नही निकल सका। इस तरह उनका टी-20I करियर बिना छक्कों के ही समाप्त हो गया।
3.) माइकल वॉन :
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन क्रिकेट पर अपने विवादित विचारों के लिए चर्चा में रहे हैं। टी-20 क्रिकेट में एक भी छक्का न लगा पाने वाले खिलाड़ियों की सूची में माइकल वॉन का होना सबसे हैरान करने वाला है। क्योंकि वॉन इंग्लैंड के पहले टी-20I कप्तान थे।
हालांकि वॉन ने अपने देश के लिए मात्र दो टी20I मैच ही खेले। जिसमें, 13.50 की औसत से उन्होंने 27 रन बनाए। अपने टी-20 करियर में वॉन ने चार, चौके भी जड़े लेकिन उनका छक्कों का खाता नही खुल सका।
4.) इमाम-उल-हक़ :
पाकिस्तानी बल्लेबाज इमाम-उल-हक वनडे फॉर्मेट में पाकिस्तान टीम के नियमित खिलाड़ी रहे हैं। इमाम नेअपने देश के लिए 43 वनडे मैच खेलते हुए 16 छक्के लगाए हैं। लंबे समय तक पाकिस्तान की वनडे टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके इमाम का टी-20I करियर कुछ खास नही रहा।
अपने वनडे डेब्यू में शतक बनाने वाले इमाम-उल-हक ने अब तक कुल दो टी-20I मैच खेले हैं। जिनमें 10.5 की औसत से मात्र 21 रन ही बना सके हैं। इन दो मैचों के दौरान उन्होंने दो चौके लगाए। लेकिन एक भी छक्का नही जड़ सके।
5.) स्टीफन फ्लेमिंग
स्टीफन फ्लेमिंग ने चेन्नई सुपर किंग्स के कोच के रूप में अपना नाम बनाया है। अपने खेल के दिनों में, वह न्यूजीलैंड टीम के बड़े बल्लेबाजों में से एक थे। फ्लेमिंग ने अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 15 हजार आए अधिक रन बनाए हैं।
स्टीफन फ्लेमिंग ने न्यूजीलैंड के लिए पांच टी20I मैच खेले, जिसमें उन्होंने 110 रन बनाए थे। दिलचस्प बात यह है कि फ्लेमिंग ने अपने टी20I करियर में 20 चौके लगाए, लेकिन कभी छक्का नहीं लगाया।
6.) रयान मैकलारेन
दक्षिण अफ्रीका के ऑल राउंडर खिलाड़ी रयान मैकलारेन आईपीएल में अपने अच्छे प्रदर्शन के बाद बेहद लोकप्रिय हुए।रयान मैकलारेन ने पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
रयान मैकलारेन ने अपने करियर में 12 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। लेकिन वो अपनी टीम के लिए इस शॉर्ट फॉर्मेट में एक भी छक्का नहीं लगा सके। हैरानी की बात यह है कि 12 टी-20 मैच खेलने के बाद भी मैकलारेन अपने करियर में केवल नौ रन ही बना सके।
7.) मारवन अटापट्टु :
श्रीलंका के पूर्व कप्तान मारवन अटापट्टू भी अंतरराष्ट्रीय टी-20 फॉर्मेट में छक्का न लगा पाने वाले बल्लेबाजों में से एक हैं। श्रीलंकाई दिग्गज अटापट्टू टेस्ट क्रिकेट में अपनी बड़ी पारियों के लिए लोकप्रिय थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने श्रीलंका के लिए 90 टेस्ट और 268 वनडे खेले हैं।
हालाँकि, इस महान दिग्गज खिलाड़ी को अपने देश के लिए सिर्फ एक टी-20 मैच खेलने का ही अवसर प्राप्त हुआ। उस पारी में वह मात्र 5 रन ही बना सके और यही उनके टी-20 करियर की आखिरी पारी साबित हुई।