
आईपीएल में खिलाड़ियों की नीलामी एक ऐसा समय होता है। जब यह निश्चित किया जाता है कि कौन सा खिलाड़ी किस टीम का भविष्य तय करेगा। आईपीएल नीलामी में भी कई बार फ्रेंचाइजी गलतियाँ करती हैं। इसके अलावा, फ्रेंचाइजी से खिलाड़ियों को रिलीज करने में गलतियाँ होती रहीं हैं।
फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज किए गए खिलाड़ी के अच्छा प्रदर्शन करने के कुछ साल बाद या तत्काल सीज़न में ही गलती सामने दिखाई दे जाती है। आइये जानते हैं, उन पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें उनकी फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज नही किया जाना चाहिए था।
1.) केएल राहुल – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
केएल राहुल उन भारतीय खिलाड़ियों की इस सूची में लोकप्रिय नामों में से एक हैं। जिन्हें, हाल ही के वर्षों में फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज नही किया जाना चाहिए था। लेकिन, आईपीएल-2018 की नीलामी से पहले केएल को आरसीबी ने रिलीज कर दिया था। हालांकि, नीलामी में बैंगलोर ने उन्हें वापस खरीदने की कोशिश की थी। लेकिन पंजाब किंग्स द्वारा लगाई गई बोली बेहद आगे निकल चुकी थी और आरसीबी उन्हें नही खरीद पायी थी। जिसके बाद पंजाब किंग्स ने उन्हें साइन कर लिया था।
पंजाब किंग्स से जुड़ने के बाद से ही राहुल आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जाने लगे थे। आरसीबी द्वारा रिलीज किए जाने के बाद से राहुल ने पंजाब किंग्स के लिए प्रत्येक सीजन में 500 से अधिक रन बनाए हैं। अगर केएल राहुल अभी आरसीबी में होते तो उसके साथ एक शानदार बल्लेबाज जुड़ा होता। साथ ही फ्रेंचाइजी की कई समस्याओं का हल भी हो जाता। जैसे कि आईपीएल 2022 के लिए नया कप्तान और एक विश्वसनीय विकेटकीपर की तलाश नही करनी होती।
2.) सूर्यकुमार यादव – कोलकाता नाइट राइडर्स
आईपीएल-2018 की नीलामी से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने उप कप्तान सूर्यकुमार यादव को रिलीज कर दिया था। सूर्यकुमार यादव आईपीएल-2014 से 2017 तक केकेआर से जुड़े हुए थे। लेकिन, इस दौरान वे किसी भी सीजन में 200 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सके थे। इसके बाद 2018 में जब उन्होंने मुंबई इंडियंस में कदम रखा तब से अब तक लगातार तीन सीज़न में 400 से अधिक रन बनाए हैं।
केकेआर में सूर्यकुमार यादव को सही तरीके से इस्तेमाल नही किया गया। अधिकांश बार उन्हें निचले-मध्यक्रम में खिलाया गया। हालांकि, तत्कालीन कप्तान गौतम गंभीर ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि वो सूर्यकुमार यादव को अच्छी पोजिशन नही दे पाए। यदि सूर्यकुमार आज केकेआर से जुड़े होते तब फ्रेंचाइजी का मध्यक्रम और भी मजबूत होता।
3.) अंबाती रायुडू – मुंबई इंडियंस
मुंबई इंडियंस आमतौर पर नीलामी या रिलीज करने में कोई गलती नहीं करती है। लेकिन आईपीएल-2018 में उन्होंने अंबाती रायुडू को रिलीज कर बहुत बड़ी गलती कर दी थी। हालांकि उन्हें इसका प्रभाव जल्द ही दिखाई दे गया था। क्योंकि, उस सीजन में अंबाती रायुडू ने 602 रन बनाए थे और सीएसके को खिताब जीतने में मदद की थी।
यदि अंबाती आज मुंबई में होते तो उन्हें ईशान किशन या सूर्यकुमार यादव के फेल होने पर अंबाती रायुडू का विकल्प आसानी से मिल सकता था। इसके अलावा, किसी अन्य खिलाड़ी के चोटिल होने पर भी वह टॉप या मिडिल ऑर्डर के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते थे।
4.) राहुल त्रिपाठी – राजस्थान रॉयल्स
राहुल त्रिपाठी भी उन भारतीय खिलाड़ियों की सूची का हिस्सा हैं। जिन्हें, हाल के वर्षों में आईपीएल फ्रेंचाइजी द्वारा रिलीज नहीं करना चाहिए था। लेकिन, राजस्थान रॉयल्स ने इस शानदार खिलाड़ी को रिलीज कर दिया।
राजस्थान रॉयल्स से केकेआर में आने के बाद से राहुल त्रिपाठी अच्छी फॉर्म में हैं। उन्होंने, अब तक एक निडर बल्लेबाज के रूप में शानदार बल्लेबाज के रूप में अपने खेल का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, राहुल त्रिपाठी ने अपनी फ्रेंचाइजी के लिए बेहतरीन फील्डिंग भी की है। यदि आज राहुल राजस्थान का हिस्सा होते तो उनके पास एक शानदार बल्लेबाज और बेहतरीन क्षेत्र रक्षक मौजूद होता।
5.) वरुण चक्रवर्ती – पंजाब किंग्स
पंजाब किंग्स ने आईपीएल-2019 में दो गलतियाँ कीं। पहले तो वरुण चक्रवर्ती को 8.40 करोड़ रुपए देकर खरीदा और फिर उन्हें पर्याप्त मौके नही दिए गए। इस सीजन उन्होंने केवल एक मैच खेला और उस मैच में केकेआर के खिलाफ उन्होंने मात्र तीन ओवर ही फेंके।
हालांकि, यह माना जा सकता है कि, 8.40 करोड़ रुपये की भारी-भरकम कीमत के साथ फ्रेंचाइजी उन्हें अपने साथ नही सकती थी। लेकिन, आईपीएल-2020 में उनके वॉलेट में इतना धन तो था ही कि वे इस प्लेयर को रिटेन कर सकें।
आज वरुण चक्रवर्ती केकेआर का हिस्सा हैं और वहाँ कमाल की गेंदबाजी कर रहे हैं। यदि वरुण पंजाब किंग्स का हिस्सा होते तो उनके पास एक बेहतरीन स्पिनर होता। जो किसी भी परिस्थिति में और किसी भी बल्लेबाजी आक्रमण के विरुद्ध गेंदबाजी कर सकता है।