चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) आईपीएल इतिहास की दूसरी सबसे सफल फ्रेंचाइजी है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले सीजन यानी आईपीएल 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स में महेंद्र सिंह धोनी को साइन करते हुए अपना कप्तान नियुक्त किया था।
उल्लेखनीय है, आईपीएल 2008 की पहली नीलामी में देश के बड़े मार्की खिलाड़ी अपनी-अपनी घरेलू फ्रेंचाइजी द्वारा साइन कर लिया गया था। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस ने, वीरेंद्र सहवाग को दिल्ली कैपिटल्स (दिल्ली डेयरविल्स) ने और सौरव गांगुली को कोलकाता नाइट राइडर्स तथा किंग्स इलेवन पंजाब (पंजाब किंग्स) द्वारा युवराज सिंह को साइन किया गया था। चूंकि, धोनी झारखंड से थे, इसलिए उनके लिए कोई घरेलू टीम उपलब्ध नहीं थी।
चूंकि, महेंद्र सिंह धोनी उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान बन चुके थे। वास्तव में, धोनी उस समय बेहद शानदार फॉर्म में थे। और उन्होंने टीम इंडिया को आईसीसी टी20 विश्वकप के पहले सीजन का विजेता भी बनाया था। इसलिए, कई फ्रेंचाइजी उन्हें साइन करने की होड़ में थीं।
आईपीएल 2008 की नीलामी में महेंद्र सिंह धोनी को ट्रेड करने को लेकर सीएसके के तत्कालीन मालिक एन श्रीनिवासन ने एक बातचीत में कहा था कि, ”उस समय बेहद कठिन परिस्थिति थी। पंजाब चाहता था कि, युवराज उनसे जुड़ें, दिल्ली के लिए सहवाग का नाम सबसे पहले था और मुंबई टीम की कल्पना सचिन तेंदुलकर के बिना नहीं की जा सकती थी।”
एन श्रीनिवासन ने आगे कहा था कि, ”सभी फ्रेंचाइजी एक आइकन प्लेयर चाहतीं थीं। इसलिए उन्हें नीलामी में बिकने वाले टीम के सबसे महंगे प्लेयर की तुलना में 10% अधिक का भुगतान करना पड़ा था। इसलिए, जब धोनी की बोली लगनी शुरू हुई तब मैं बिल्कुल स्पष्ट था कि मुझे उन्हें साइन करना है।”
मुंबई और चेन्नई के बीच महेंद्र सिंह धोनी के लिए मची हुई थी होड़
गौरतलब है कि, आईपीएल 2008 में सभी फ्रेंचाइजी को 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 20 करोड़ रुपए अधिकतम खर्च करने की अनुमति थी। लेकिन, मुंबई इंडियंस ने पहले ही तेंदुलकर को 1.65 मिलियन अमेरिकी डालर में खरीद लिया था। इसलिए वह धोनी के सचिन से बड़ी बोली लगाने के लिए नहीं जा सकते थे। दूसरी ओर, सीएसके के पास कोई मार्की खिलाड़ी नहीं था। यही कारण था कि, चेन्नई सुपरकिंग्स धोनी को साइन करने की हर संभव कोशिश में थी।
एन श्रीनिवासन ने यह भी कहा था कि, “चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच धोनी को लेकर ऑक्शन वार चल रहा था। लेकिन, जब बोली 15 लाख अमेरिकी डालर तक पहुंच गई तब मुंबई ने अपने पर्स को देखते हुए बोली रोक दी।और वह पीछे हट गए। इस प्रकार हमने धोनी को साइन किया था।”
उल्लेखनीय है कि, आईपीएल 2008 से आईपीएल 2022 तक धोनी लगातार चेन्नई सुपर किंग्स के साथ बने हुए हैं। हालांकि, जब फ्रेंचाइजी पर दो वर्षों का प्रतिबंध लगाया गया था तब वह सीएसके के साथ नहीं थे। लेकिन, अब वह एक बार फिर आईपीएल 2022 में ‘मेन इन यलो’ में खेलते हुए दिखाई देंगे।