
पृथ्वी शॉ भारतीय टीम के सबसे चमकते नौजवान टैलेंट में से हैं। शॉ पहली बार लाइमलाइट में आये थे जब 2013 में उन्होंने जूनियर क्रिकेट का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। हाल ही में एक जगह पृथ्वी ने 546 रन की उस पारी के पीछे की कहानी बतायी। उनकी कहानी पर उनके दिल्ली कैपिटल्स के साथी खिलाड़ी रोवमैन पॉवेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
पृथ्वी शॉ ने जूनियर क्रिकेट में खेली थी 546 रनों की पारी
दरअसल, पृथ्वी जब 14 साल के थे तब हैरिस शील्ड ट्रॉफी में उन्होंने एक पारी खेली थी जो उस समय जूनियर क्रिकेट में रिकॉर्ड बन गया था। पृथ्वी ने 330 गेंदों में 556 रन बनाये थे। उसी पारी की वजह से सभी लोगों का ध्यान मुंबई के इस टैलेंटेड बल्लेबाज की तरफ पहली बार गया था।
हाल ही में, द ग्रेड क्रिकेटर पॉडकास्ट पर बल्लेबाज ने उस पारी के बारे में कुछ रोचक बातें बतायीं। उन्होंने कहा,“मुझे दो बार टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। घरेलू क्रिकेट में एक पारी में सबसे अधिक रनों का रिकॉर्ड शायद सर ब्रायन लारा का 444 रनों का था। मैं 443 रनों पर था जब मेरे पिता स्टैंड्स से चिल्लाये, ‘तुम्हें ब्रायन लारा का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए 1 रन की ज़रूरत है। मुझे लगा ठीक है। फिर अगली गेंद पर एक खिलाड़ी ने मेरा कैच छोड़ दिया। अगला सबसे ज्यादा स्कोर 255 रनों का था। हमारी टीम का कुल स्कोर 998 रन था। वे 110 रनों पर आउट हो गये थे।
इस पर पॉवेल की प्रतिक्रिया
आईपीएल 2022 में अपनी लय खोज रहे रोवमैन पॉवेल, और डेविड वार्नर भी, पॉडकास्ट पर पृथ्वी के साथ थे। इस कहानी को सुनकर वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज ने कहा, “उस स्तर के क्रिकेट पर यह क्रूरता है। दूसरी टीम को इतने समय तक धूप में खड़े रहकर फील्डिंग करनी पड़ी। जमैका में यदि ऐसा हो तो निश्चित ही दूसरी टीम अपने प्लेयर्स को मैदान से बाहर बुला लेगी। वे परेशान हो जायेंगे। कोच कहेगा, ‘चलो, वापस चलो, हमें यह और नहीं चाहिए।
खैर, दिल्ली कैपिटल्स को निश्चित ही पृथ्वी शॉ की उसी तरह की फॉर्म की ज़रूरत है। अब जब डेविड वार्नर और रोवमैन पॉवेल भी फॉर्म में वापस लौट रहे हैं, दिल्ली की बैटिंग लाइन-अप सबसे मजबूत लग रही है।