हरभजन सिंह ने बताया कैसे उन्होंने 2011 विश्व कप में किया एमएस धोनी के प्लैन का पालन
भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आईसीसी विश्व कप 2011 की महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ी एक अनकही कहानी का खुलासा किया है। भारतीय टीम ने उस साल धोनी के नेतृत्व में विश्व कप जीता था। भारत ने वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के 275 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए फाइनल में छह विकेट से जीत हासिल की थी। भारत ग्रुप बी में था और एक टाई मैच सहित छह मैचों में चार में जीत के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था।
सेमीफाइनल में उनका सामना ग्रुप ए के टेबल-टॉपर्स पाकिस्तान से हुआ। भारतीय स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मैच का एक दिलचस्प वाकया सुनाया। भारतीय ऑफ स्पिनर ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 10 ओवर में 4.30 की इकॉनमी रेट से दो विकेट हासिल किए थे।
स्टार स्पोर्ट्स के दिल से इंडिया कार्यक्रम पर बोलते हुए, हरभजन सिंह ने ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान 33 वें ओवर की समाप्ति के बाद एमएस धोनी के साथ बातचीत को याद किया। उन्होंने खुलासा किया कि भारतीय कप्तान ने उन्हें उमरान अकमल को विकेट के आसपास गेंदबाजी करने की सलाह दी। ड्रिंक्स ब्रेक के समय अकमल 29 रन पर खेल रहे थे और एक बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे।
हरभजन ने सुनाई पूरी कहानी
हरभजन सिंह ने कहा, “यह उन मैचों में से एक था जहाँ मुझे लगा कि मैं थोड़ा सुन्न पड़ रहा हूँ। मैंने पांच ओवर फेंके थे और लगभग 26-27 रन दिए थे। मैच में ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान धोनी ने मुझसे कहा, ‘भज्जू पा, आप वहां से डालोगे’ (विकेट के आसपास)। कामरान (उमर) अच्छा खेल रहा था और मिस्बाह भी। और वह रन बना रहे थे और दोनों के बीच की साझेदारी खतरनाक होती जा रही थी।
34वां ओवर हरभजन सिंह ने डाला और उनकी पहली ही गेंद पर चौका लगा। उसके बाद उन्होंने एमएस धोनी की सलाह पर उमरान अकमल को चकमा देते हुए बोल्ड कर दिया। भज्जी ने आर्म बॉल फेंकी जिसे उमर समझने में नाकाम रहे और आउट होकर पवेलियन लौट गए। इस विकेट ने भारत के लिए जीत के सारे दरवाजे खोल दिए और अंततः भारत ने 29 रनों से मैच जीत लिया।