इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत से ही यानी साल 2008 से ही इसकी लोकप्रियता अपने चरम पर है। अब जबकि, आईपीएल का 15वां सीजन जल्दी ही शुरू होने वाला है। तब, भी इसकी लोकप्रियता में कोई कमी देखने को नहीं मिली है। आईपीएल में दुनिया भर के तमाम दिग्गज क्रिकेटर खेलते हुए दिखाई देते हैं। जिससे कई बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट प्रभावित होता है। इसको लेकर ही डेविड लॉयड ने सवाल उठाए हैं।
दरअसल, इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कोच डेविड लॉयड ने कहा है कि, इंडियन प्रीमियर लीग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शेड्यूल को प्रभावित कर रहा है। इसलिए, अब आईपीएल को लेकर ‘खतरे की घंटी बजनी चाहिए’ क्योंकि खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मैचों की तुलना में आईपीएल को अधिक तरजीह दे रहे हैं।
गौरतलब है कि, आईपीएल 2022 का शुभारंभ 26 मार्च से हो रहा है। इस दौरान, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और नीदरलैंड क्रिकेट टीम के अंतरराष्ट्रीय मैच भी होंगे। आईपीएल में खेलने के लिए ही न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के 12 खिलाड़ियों ने नीदरलैंड के विरुद्ध होने वाले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शामिल होने से इंकार कर दिया है।
डेविड लॉयड ने, डेली मेल के लिए लिखे एक कॉलम में, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा है कि इन दोनों ही टीमों के खिलाड़ी क्रमशः नीदरलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज में आईपीएल के कारण नहीं खेल रहे हैं।
उन्होंने अपने कॉलम में लिखा है कि, ”अब खतरे की घंटी बजनी चाहिए। पहले से ही, बांग्लादेश के खिलाफ आगामी टेस्ट के लिए दक्षिण अफ्रीका के पूरे खिलाड़ी उपलब्ध नहीं हैं।और, न्यूजीलैंड के 12 खिलाड़ी भी सलेक्शन से बाहर हो गए हैं। यानी, आईपीएल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को बाधित कर रहा है।”
आईपीएल को लेकर बदलते रहे हैं डेविड लॉयड के बयान
गौरतलब है, डेविड लॉयड ने साल 2010 में भी इंडियन प्रीमियर लीग की आलोचना की थी। हालांकि, इसके बाद पांच साल बाद, वह आईपीएल की कमेंट्री पैनल का हिस्सा थे। और, उस दौरान वह आईपीएल की तारीफ करते हुए दिखाई देते थे। हालांकि, अब एक बार फिर आईपीएल 2022 से पहले डेविड लॉयड ने अपने ही बयान से यू-टर्न ले लिया है।
बहरहाल, इन तमाम बातों के बीच एक बात तो साफ है कि वैश्विक स्तर पर भारतीय क्रिकेट को सातवें आसमान तक पहुंचाने में इंडियन प्रीमियर लीग का बड़ा योगदान है। निश्चित तौर पर, इससे अंतर्राष्ट्रीय मैच प्रभावित होते हैं। लेकिन, इसका मतलब यह कतई नहीं है कि, बीसीसीआई प्लेयर्स को जबरदस्ती आईपीएल में खेलने के लिए बाध्य करता है। बल्कि, दुनिया भर के स्टार क्रिकेटर अपनी मर्जी से नीलामी में शामिल होते हैं और खेलते हुए दिखाई देते हैं।