वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑल राउंडर कार्लोस ब्रेथवेट ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जो रूट की जमकर आलोचना की है। कार्लोस ब्रैथवेट ने कहा है कि जो रूट यह जानते थे कि मैच का परिणाम नहीं निकल सकता है। तब भी, आखिरी ओवर तक मैच को लेकर जाना वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम का अपमान है।
दरअसल, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेले गए दरअसल एंटीगुआ टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी। जिसके बाद, जॉनी बेयरस्टो की शानदार 140 रनों की बदौलत पहली पारी में 311 रन बनाए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने बल्लेबाजी करते हुए नक्रमाह बोनर के शतक की बदौलत 375 रन बनाते हुए छोटी किंतु महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की थी।
इसके बाद, इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में कप्तान जो रूट और ओपनर जैक क्रॉली के शतक के दम पर वेस्टइंडीज के सामने 286 रनों का स्कोर खड़ा किया था। जिसके जवाब में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने 147/4 रन बनाए थे। और मैच ड्रा हो गया था।
एंटीगुआ टेस्ट में गेंदबाजों को नहीं मिल रही थी पिच से मदद
एंटीगुआ की पिच पर गेंदबाजों के लिए कोई खास मदद नहीं थी। हालांकि, एक समय कैरिबियन टीम में पतझड़ लग गया था। और टीम 67 रनों पर चार विकेट खो चुकी थी। लेकिन, फिर क्रुमाह बोनर ने 38 और जेसन होल्डर ने भी 37 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए मैच को ड्रा करा लिया था।
इस मैच की समाप्ति तब हुई थी जबकि आखिरी ओवर की पहली गेंद फेकी जा चुकी थी। इस समय तक यह साफ हो चुका था कि मैच अब ड्रा होने जा रहा है। लेकिन, इंग्लैंड के कप्तान हो रूट ने आखिरी ओवर तक मैच ले जाना का फैसला किया था, जिस पर कार्लोस ब्रेथवेट ने निराशा जताई है।
ब्रैथवेट, जिन्होंने आखिरी बार 2016 में टेस्ट क्रिकेट खेला था, ने माना कि इंग्लैंड ने एशेज में या भारत, न्यूजीलैंड या पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में समान दुस्साहस नहीं दिखाया होगा ।
कार्लोस ब्रेथवेट ने की जो रूट की आलोचना
कार्लोस ब्रेथवेट ने कहा है कि ”अगर मैं वेस्टइंडीज ड्रेसिंग रूम में एक वरिष्ठ खिलाड़ी होता, तो मुझे यह मुझे अपमानजनक लगता। क्योंकि, दो बल्लेबाज दो बल्लेबाज पूरी तरह से सेट हो चुके थे। और, पिच से किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल रही थी। इसके बाद भी इंग्लैंड को लग रहा था कि वो छह विकेट हासिल कर लेंगे। और, सिर्फ पांच गेंद शेष रहते ही उन्होंने मैच समाप्त करने का फैसला किया।”
ब्रेथवेट ने आगे कहा कि, ”अगर ये एशेज सीरीज का कोई टेस्ट मैच होता तो क्या तब भी इंग्लैंड क्रिकेट टीम ऐसा ही करती। क्या वो भारत, न्यूजीलैंड या पाकिस्तान के खिलाफ भी ऐसा करते। मेरे हिसाब से ऐसा कभी नहीं होता, तो फिर हमारे खिलाफ जो रुट ने ऐसा क्यों किया।”