प्रत्येक खिलाड़ी जो खेलना शुरू करता है उसे यह पता होता है कि एक दिन उसे इस खेल को अलविदा कहना होगा। पदार्पण और सन्यास किसी भी खिलाड़ी के जीवन के अहम पड़ाव होते हैं। क्रिकेट में जहाँ कुछ खिलाड़ी 30 की उम्र के बाद सन्यास के विषय में विचार करते हैं वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जो 40 वर्ष के बाद भी अपने खेल जीवन का आनंद ले रहे हैं।
हर खिलाड़ी यह चाहता है कि उसका सन्यास बेहतरीन हो। लेकिन, दुर्भाग्य से कई महान खिलाड़ी भी अपने अंतिम मैच को सुखद अंत नही दे सके हैं। आज हम इस आंकड़े पर आधारित, ऐसे पांच खिलाड़ियों पर नजर डालेंगे जिन्होंने अपनी अंतिम टेस्ट पारी में अपना सर्वोच्च स्कोर दर्ज किया था।
1.) महमुदुल्लाह
बांग्लादेश के दिग्गज बल्लेबाज महमुदुल्लाह ने हाल ही में सन्यास की घोषण कर कई खेल विशेषज्ञों और अपने फैंस को चौंका दिया है। दाएं हाथ के शानदार बल्लेबाज महमुदुल्लाह बांग्लादेश के उन चंद बल्लेबाजों में से एक हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना नाम बुलन्द किया है।
महमुदुल्लाह ने अपने टेस्ट करियर की अंतिम पारी में शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने, अपनी अंतिम पारी में 278 गेंद खेलते हुए 150 रन बनाए जो कि उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर भी था। उनके इस शतक के बल पर बांग्लादेश ने जिम्बाब्वे के विरुद्ध टेस्ट मैच में 220 रनों से बड़ी जीत दर्ज की।
2.) विजय मर्चेंट
भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक विजय मर्चेंट एक शानदार बल्लेबाज थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की शुरुआती 18 पारियों में ही तीन शतक जड़ दिए थे। भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेलने वाले मर्चेंट ने घरेलू क्रिकेट में जमकर धमाल मचाया था। घरेलू क्रिकेट में मर्चेंट के नाम 13000 से अधिक रन हैं। विजय मर्चेंट ने साल 1951 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अपने अंतिम टेस्ट मैच में 154 रन बनाए थे।
3.) मौरिस लीलैंड
इंग्लैंड क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर मौरिस लीलैंड ने अपने घरेलू टेस्ट करियर में 33 हजार से अधिक रन बनाए थे। इंग्लैंड के लिए 41 टेस्ट मैच खेलने वाले लीलैंड ने साल 1938 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला था। ओवल में खेले गए इस टेस्ट मैच में लीलैंड ने अविश्वसनीय पारी खेलते हुए 187 रन बनाए। जो कि, उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर भी था।
4.) जेसन गिलेप्सी
कोई भी गेंदबाज यही सोचेगा कि वह अपने अंतिम मैच में अधिक से अधिक विकेट लेकर क्रिकेट करियर का अंत करे। लेकिन, ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेसन गिलेप्सी ने अपने अंतिम मैच में वह कारनामा कर दिखाया है जो आज के गेंदबाजों के लिए भी एक मिसाल की तरह है।
दरअसल, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे एक मैच में गिलेस्पी को बतौर नाइट वॉचमैन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया था। इस मैच में उन्होंने 425 गेंदों में नाबाद 201 रन की अविश्वसनीय पारी खेली। गिलेप्सी की इस पारी के बल पर ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को पारी और 80 रनों से अपने नाम किया। दिलचस्प यह रहा कि वह अपने इस अंतिम मैच में मैन ऑफ द मैच भी रहे।
5.) सीमोर नर्स
वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करने वाले सीमोर नर्स ने अपने टेस्ट करियर में कुल 29 टेस्ट खेले। इस दौरान 6 शतक और 10 अर्धशतक भी उन्होंने अपने नाम किए। क्राइस्टचर्च में वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे एक टेस्ट मैच में सीमोर ने इतिहास रच दिया। अपने टेस्ट करियर के अंतिम मैच में सीमोर ने 258 रन बनाए जो कि, किसी भी टेस्ट प्लेयर द्वारा अपने अंतिम मैच में बनाया गया सर्वाधिक स्कोर भी है। सीमोर नर्स का रिकॉर्ड आज तक नही टूट पाया है।