इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत साल 2008 में हुई थी। इसकी परिकल्पना आईसीसी टी20 विश्वकप 2007 के बाद की गई थी। तब से अब तक यह लीग विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग बन चुकी है। इस लीग को हर वर्ष करोड़ों लोग देखते हैं। हालांकि, इसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन रमीज राजा ने एक बेतुका बयान दिया है।
दरअसल, पीसीबी अध्यक्ष रमीज राजा ने पाकिस्तान में होने वाले पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के अगले सीजन के फॉर्मेट में कुछ बड़े बदलावों के संकेत दिए हैं। गौरतलब है कि, दुनिया भर के कई देशों में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत के बाद से क्रिकेट के माध्यम से रेवेन्यू जनरेट करने तथा इसे अधिक लोकप्रिय करने के उद्देश्य से लीग क्रिकेट की शुरुआत की गई थी।
उदाहरण के लिए देखें तो, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने बिग बैश लीग (बीबीएल), वेस्टइंडीज ने कैरिबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) , बांग्लादेश ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग और श्रीलका ने लंका प्रीमियर लीग (एलपीएल) शुरू किया है।
रमीज राजा ने कही पीएसएल में बदलाव की बात
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि किसी भी अन्य क्रिकेट लीग को आईपीएल की बराबरी करने में अभी कई वर्ष लग जाएंगे। लेकिन, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने पीसीबी में रेवेन्यू जनरेट करने के लिए बड़े बदलाव करने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि, हाल की स्थिति में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड किसी भी प्रकार के रेवेन्यू के लिए पाकिस्तान सुपरलीग, स्पॉन्सरशिप के साथ-साथ आईसीसी द्वारा प्राप्त फंड पर ही निर्भर है। हालांकि, अब अधिक रेवेन्यू हासिल करने के लिए इंडियन प्रीमियर लीग की तरह पाकिस्तान सुपर लीग का फॉर्मेट हो सकता है।
इस बात की चर्चा जोरों पर है कि, पीएसएल के आगामी सीजन के लिए आईपीएल की तरह नीलामी की प्रक्रिया हो सकती है। क्योंकि अब तक इस लीग में प्लेयर्स को ड्राफ्ट के माध्यम से फ्रेंचाइजी द्वारा शामिल किया जाता था।
इस को लेकर रमीज राजा ने कहा है कि ”हम पीएसएल में नीलामी शुरू करने को लेकर सभी टीमों से बातचीत करेंगे।जब पाकिस्तान में क्रिकेट की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी, तो हमारा भी सम्मान बढ़ेगा। अगर हम पाकिस्तान सुपर लीग में नीलामी का मॉडल अपनाते हैं और फ्रेंचाइजी के लिए पर्स बढ़ाते हैं तो यह आईपीएल से कहीं बेहतर हो जाएगा। फिर मैं देखता हूँ कि कौन आईपीएल खेलने जाता है।”