इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें संस्करण के 11वें मैच में पंजाब किंग्स और सीएसके आमने सामने थीं। जहाँ, पंजाब ने चेन्नई को 54 रनों की करारी शिकस्त दी थी। इस मैच में डेब्यू किए पंजाब किंग्स के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा के लिए यह मैच बेहद यादगार हो गया। दरअसल, इस मैच में जितेश में महेंद्र सिंह धोनी को आउट करने के लिए अपनी आत्मविश्वास भरी अपील की थी, जिसके बाद हर किसी का ध्यान उनकी ओर था।
गौरतलब है कि, इस मैच में जब धोनी बल्लेबाजी कर रहे थे तो लग रहा था कि वह सीएसके को जीत के करीब ले जाएंगे लेकिन तभी जितेश शर्मा ने उन्हें कैच आउट करने की अपील कर दी। जब जितेश ने अपील की तो अंपायर ने इसे सिरे से नकार दिया था।
इसके तुरंत बाद जितेश शर्मा ने कप्तान मयंक अग्रवाल से डीआरएस लेने के लिए कहा। हालांकि, मयंक को भी नहीं पता था कि गेंद बल्ले या ग्लव्स के किस हिस्से को टच करते हुए जितेश के हाथों में गई है। शायद, धोनी भी हैरान रहे होंगे जितेश शर्मा की इस अपील और डीआरएस से। लेकिन, जब डीआरएस लिया गया तो यह बात सामने आई कि गेंद धोनी के ग्लव्स को छूती हुई निकली है।
महेंद्र सिंह धोनी ने की जितेश तारीफ
इस बारे में बात करते हुए जितेश शर्मा ने कहा था कि, “मैंने आवाज सुनी थी, इसलिए कप्तान से डीआरएस लेने के लिए कहा क्योंकि मुझे पता था कि गेंद कहीं लग कर आई है।” जितेश ने यह भी कहा था कि, ”मैंने व्यक्तिगत रूप से एमएस धोनी से बात की है और उन्होंने मुझसे कहा है कि मेरे ग्लव और मेरे पैरों की पोजिशन बहुत अच्छी है।”
आईपीएल ट्रॉफी जीतना है टारगेट: जितेश शर्मा
उन्होंने इस बात को लेकर पंजाब किंग्स का धन्यवाद किया कि उन्हें इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला। बहुत कम क्रिकेट फैंस को पता होगा कि जितेश शर्मा पंजाब से पहले मुंबई इंडियंस का हिस्से थे लेकिन उन्हें वहाँ कभी भी प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। लेकिन, वह अब एक नई टीम से जुड़ गए हैं, जहाँ उनका टारगेट फ्रेंचाइजी के साथ खेलते हुए आईपीएल ट्रॉफी जीतना है।
जितेश ने यह कहा है कि, ”मैं जो भी कर सकता हूं, पूरी तरह करूँगा, मैं एक टीम मैन हूं। अगर मेरी वजह से टीम जीतती है, तो मैं निश्चित रूप से टीम में सबसे ज्यादा खुश रहूंगा। इस साल मेरा एकमात्र उद्देश्य पंजाब किंग्स को उसकी पहली ट्रॉफी जिताना है।”