आईपीएल 2022 में डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स का खराब प्रदर्शन जारी है। आईपीएल इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब चेन्नई लगातार तीन मैच हारी हो।
चेन्नई की टीम ने तीन में से दो मैच बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन प्रदर्शन के कारण हारे है। वहीं एक मैच में कप्तान जडेजा के शिवम दुबे को ओवर दे दिया था। इस ओवर में दुबे ने 25 रन खर्च कर दिए थे और टीम को हार का सामना करना पड़ा था। अभी भी चेन्नई की टीम के 11 मैच बाकि है और वो वापसी करके दिखा सकते हैं। तो आज हम आपको उन 3 कारणों के बारे में बताने जा रहे है जिस कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
1. सलामी बल्लेबाजों का ना चल पाना
आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में उन्होंने कई पुराने खिलाड़ियों को अपनी टीम में दोबारा शामिल कर लिया है। हालांकि वो टीम के लिए पिछले साल शानदार प्रदर्शन करने वाले सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस को रिटेन नहीं कर पाए। वहीं उन्होंने मेगा नीलामी में उन्होंने न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे को शामिल किया।
हालांकि उन्हें एक मैच में ही खेलने का मौका मिला जिसमें वो अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं रहे। वहीं पिछले सीजन में ऑरेंज कैप अपने नाम करने वाले रुतुराज गायकवाड़ इस सीजन में बेहद खराब प्रदर्शन से गुजर रहे है। वो तीन मैचों में मात्र 2 रन ही बना पाए है।
2. दीपक चाहर की कमी साफ दिखाई देना
आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने ऑलराउंडर दीपक चाहर को 14 करोड़ रुपये की बड़ी रकम में अपनी टीम में दोबारा शामिल कर लिया था। हालांकि वो चोट के चलते अभी तक इस सीजन में नहीं खेल पाए है। दीपक शुरूआती ओवर में टीम को विकेट निकालकर देते थे। कहा ये जा रहा है कि वो मिड अप्रैल में टीम के साथ जुड़ सकते है।
दीपक चाहर ने पिछले कई सीजन में चेन्नई के लिए अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया था। इसी वजह से टीम ने उन्हें इतनी बड़ी रकम में अपने साथ जोड़ा था। उनके आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 63 मैच खेले है और 7.8 के इकॉनमी रेट की मदद से 59 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
3. अनुभवहीन गेंदबाजी अटैक
जोश हेजलवुड के जानें से टीम की तेज गेंदबाजी कमजोर हुई है। ड्वेन ब्रावो लय में नजर नहीं आ रहे है। वहीं क्रिस जॉर्डन ने एक ही मैच खेला है जिसमें उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। युवा तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं रहे है। वहीं ड्वेन प्रीटोरियस ने अच्छी गेंदबाजी की है लेकिन बाकी गेंदबाजों को भी उनका साथ देना होगा।
चेन्नई को अगर टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाना है तो उन्हें एक ऐसे गेंदबाज की जरूरत होगी जो टीम को विकेट निकालकर दे सके। अभी 11 मैच बचे हुए है और रविंद्र जडेजा की कप्तानी वाली टीम वापसी करने में माहिर है।