किसी भी खिलाड़ी के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी करना बहुत बड़ा कार्य होता है। खासतौर से भारत जैसे देश में जहां, क्रिकेट बहुतायात में खेला जाता है। कई बार कप्तानी के दबाव के कारण खिलाड़ी अपनी प्राथमिक भूमिका यानी बल्लेबाजी या गेंदबाजी में अपने प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष करते हुए भी दिखाई देते हैं। कम से कम, कप्तानी की शुरुआत पर, किसी भी खिलाड़ी का नर्वस होना निश्चित माना जाता है।
हालांकि, ऐसे कई खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने तमाम समस्याओं से पार पाते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। आज इस लेख में, हम उन भारतीय क्रिकेटर्स पर एक नज़र डालते हैं जिन्होंने अपनी एकदिवसीय कप्तानी की शुरुआत में सर्वोच्च स्कोर बनाया है।
5.) अजय जड़ेजा:
अपनी शानदार बल्लेबाज़ी के अलावा, अजय जडेजा अपनी क्रिकेटिंग दिमाग के लिए भी जाने जाते थे। हालांकि, उन्हें कभी भी टीम इंडिया के पूर्णकालिक कप्तान के रूप में नियुक्त नहीं किया गया था। लेकिन फिर भी, अपने पूरे करियर में अजय जडेजा ने 13 एकदिवसीय मैचों में कप्तानी की जिसमें उन्होंने 61.57 का जीत प्रतिशत बनाए रखा।
अजय जडेजा ने अपनी कप्तानी की शुरुआत बैंगलोर में केन्या के विरुद्ध हुए मैच में की थी। इस मैच में, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए केन्या 223 रन बनाए थे। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत अच्छी नही थी। लेकिन, चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अजय जड़ेजा ने तेज-तर्रार अर्धशतक बनाया और अपनी कप्तानी की अच्छी शुरुआत की थी।
4.) रवि शास्त्री:
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपने क्रिकेट करियर में लंबे सनी तक उप कप्तान की भूमिका निभाई थी। लेकिन, बतौर कप्तान उन्हें सिर्फ ग्यारह एकदिवसीय मैच मिले। हालांकि, इन 11 मैंचों में वह सिर्फ 4 मैचों ही जीत दिला सके।
रवि शास्त्री भी उन भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं जिन्होंने अपनी एकदिवसीय कप्तानी की शुरुआत में सर्वोच्च स्कोर बनाया है। इंदौर में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने पहली बार एकदिवसीय प्रारूप में कप्तानी की टोपी पहनी थी। इस मैच में, उन्होंने शानदार अर्धशतक बनाया था जिसमें पांच चौके और एक छक्का शामिल था। उन्होंने इस मैच में, तीन विकेट भी हासिल किए थे। हालांकि, अंततः भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा था।
3.) अजीत वाडेकर:
टेस्ट में एक कप्तान के रूप में अच्छी सफलता पाने के बाद, अजीत वाडेकर साल 1974 में पहले भारतीय एकदिवसीय कप्तान बने। हालांकि, वाडेकर की कप्तानी में भारत दोनों मैच हार गया, और उन्हें एकदिवसीय मैचों में भारत का नेतृत्व करने का एक और मौका नहीं मिला। दरअसल, वाडेकर ने इस सीरीज के बाद संन्यास ले लिया। बाद में उन्होंने टीम इंडिया के प्रबंधक और मुख्य चयनकर्ता के रूप में कार्य किया।
अजीत वाडेकर उन भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी एकदिवसीय कप्तानी की शुरुआत में सर्वोच्च स्कोर बनाया है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए लॉर्ड्स की कठिन पिच पर कुल 267 रन बनाए थे। तीसरे नंबर पर वाडेकर के 67 रनों के योगदान ने भारत को शुरुआती ओवरों में गति प्रदान की। हालांकि भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा था।
2.) शिखर धवन:
शिखर धवन ने टी 20 विश्वकप से पहले श्रीलंका दौरे में कप्तानी की शुरुआत की थी। जिस समय भारत का श्रीलंका दौरा तय था, ठीक उसी समय भारतीय टीम इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेल रही थी। इसलिए, धवन को भारतीय युवा क्रिकेटर्स की टीम का नेतृत्व करने का काम सौंपा गया था। दिलचस्प है कि, भारत के 25वें वनडे कप्तान हैं और कप्तानी में पदार्पण करने वाले सबसे उम्रदराज भारतीय भी हैं।
अपनी कप्तानी के डेब्यू मैच में धवन की टीम ने श्रीलंका को 262 रनों पर रोक दिया था। युवाओं से भरी हुई इस टीम के लिए यह लक्ष्य बड़ा नही था लेकिन, इसे आसान कहना भी उचित नही होगा। इस मैच में, धवन ने एंकर की भूमिका निभाते हुए शानदार अर्धशतक जड़ा था जबकि उनके साथ बल्लेबाजी करते हुए पृथ्वी, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने चौकों छक्कों की बरसात की थी।
1.) सचिन तेंदुलकर:
क्रिकेट की प्रत्येक रिकॉर्ड सूची में अपना नाम दर्ज करा चुके सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम ही नही बल्कि विश्व क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज हैं। हालांकि, वह बतौर कप्तान उतने अच्छे साबित नही हुए। भारत के एकदिवसीय कप्तान के रूप में उनके दो कार्यकाल थे, लेकिन दोनों अवसरों पर वह अपने चयन को सही नहीं ठहरा सके। सचिन ने कुल मिलाकर 72 मैचों में भारत की कप्तानी की है जिसमें वह सिर्फ 23 में ही जीत दिलाने में कामयाब हो पाए थे।
हालांकि, बाद में इसका असर उनकी बल्लेबाजी पर भी पड़ा, लेकिन बतौर कप्तान सचिन का पहला मैच यादगार रहा। इस मैच में, उन्होंने शानदार शतक लगाया था। हालांकि दूसरे छोर के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे। इसलिए, भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा था।