रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानि आरसीबी आईपीएल की सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी में से एक है। हालांकि, विराट कोहली की अगुवाई वाली आरसीबी अब तक आईपीएल ट्रॉफी जीतने में कामयाब नही हो पाई है लेकिन इस फ्रेंचाइजी की फैन फॉलोइंग में कोई कमी नही हुई है।
आरसीबी ने साल 2009, 2011 और 2016 में आईपीएल सीज़न के फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन, इन तीनों ही सीजन में उसे क्रमशः डेक्कन चार्जर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों हार नसीब हुई थी।
विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, देवदत्त पडिक्कल, युजवेंद्र चहल, ग्लेन मैक्सवेल और हर्षल पटेल जैसे स्टार क्रिकेटर वाली यह फ्रेंचाइजी ने इस सीजन अच्छे खेल का प्रदर्शन किया था। यहाँ तक कि फ्रेंचाइजी ने प्लेऑफ में भी प्रवेश किया था। लेकिन, करीबी मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों मिली हार के बाद आरसीबी आईपीएल-2021 से बाहर हो चुकी है।
आज यह हर कोई जानता है कि, आईपीएल के पहले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को विजय माल्या ने खरीदा था। लेकिन, आर्थिक संकटों से जूझने के बाद उसे इस फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक छोड़ना पड़ा था।
विजय माल्या द्वारा आरसीबी का स्वामित्व त्यागने के बाद तुरंत ही इस फ्रेंचाइजी को नया मालिक मिल गया था। हालांकि, इस पर न तो तत्कालीन स्थिति में मीडिया में अधिक चर्चा हुई और न ही सब कोई बड़ी चर्चा की जाती है। जिस कारण बहुत से लोगों को आरसीबी के मालिक के विषय में जानकारी नही है।
आज के इस लेख में, हम आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मालिक और इस फ्रेंचाइजी से उन्हें होने वाले आर्थिक लाभ के विषय में चर्चा करेंगे।
जैसा कि, ऊपर बताया गया है कि विजय माल्या, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मालिक थे। लेकिन, यह अधूरा सच है। क्योंकि माल्या वास्तव में आरसीबी टीम के निदेशक थे। जबकि असली मालिक यूनाइटेड स्पिरिट्स थी। जो कि एक शराब निर्माता कंपनी है।
वास्तव में, यूनाइटेड स्पिरिट्स दुनिया भर के 35 से अधिक देशों में अपना कारोबार करती है। यह कम्पनी लंदन स्थित डियाजियो की सहायक कंपनी भी है। यूनाइटेड स्पिरिट्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेट है, जबकि डियाजियो न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के साथ-साथ लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेट है।
आपने आईपीएल के शुरुआती सीजन में देखा होगा कि, विजय माल्या और उनके बेटे सिद्धार्थ माल्या दोनों ही आरसीबी के मैच देखने आते थे। साथ ही इस फ्रेंचाइजी के लिए चियर-अप भी करते थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि, विजय माल्या यूनाइटेड स्पिरिट्स के मालिक थे।
गौरतलब है कि, आईपीएल के शुरुआती तीन सीजन के बाद भी आरसीबी का मालिकाना हक यूनाइटेड स्पिरिट्स के पास ही है। लेकिन, अब विजय माल्या इस कम्पनी के मालिक नही हैं। बल्कि, डियाजियो इंडिया के सीईओ आनंद कृपालु ने उनकी जगह ले ली है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने बीते एक वर्ष में अपनी ब्रांड वैल्यू में महज 4 प्रतिशत का ही इज़ाफ़ा किया है। इस बढ़ोतरी के साथ आरसीबी की कुल सम्पत्ति 600 करोड़ से अधिक हो गई है। चूंकि, आरसीबी अब तक आईपीएल के किसी भी सीजन में ट्रॉफी जीतने में कामयाब नही रही है, साथ ही बीते कुछ वर्षों में खराब प्रदर्शन ने भी फ्रेंचाइजी की छवि को नुकसान पहुंचाया है।
उल्लेखनीय है कि, इस सीजन आरसीबी ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन, लंबे समय से टीम की कप्तानी कर रहे दिग्गज बल्लेबाज और इंडियन क्रिकेट स्टार विराट कोहली ने अब फ्रेंचाइजी की कप्तानी छोड़ने का ऐलान भी कर दिया है। ऐसे में, यदि वह फ्रेंचाइजी से भी अलग हो जाते हैं तब आरसीबी की ब्रांड वैल्यू और घटने की उम्मीद जताई जा रही है।