टेस्ट में शतक लगाना हर बल्लेबाज का सपना होता है। इस प्रारूप में बल्लेबाजों के पास भरपूर समय होता है और बिना कोई जोखिम उठाए बड़े स्कोर करने का मौका भी। मगर क्रिकेट के बदलते प्रारूपों के साथ टेस्ट खेलने का अंदाज भी बदलता गया। बात की जाए भारतीय बल्लेबाजों की तो कई खिलाड़ियों ने इस प्रारूप में जबर्दस्स्त सफलता हासिल की ढेर सारे शतक बनाये। वहीं कुछ भारतीय बल्लेबाजों ने टेस्ट में भारत की तरफ से सबसे तेज शतक लगाने में भी कामयाबी हासिल की।
वैसे तो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के नाम है, जिन्होंने 54 गेंदों में ही शतक जड़ दिया था। लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको उन भारतीय बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने टेस्ट में सबसे तेज शतक बनाए है।
6 भारतीय बल्लेबाज जिन्होंने टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाया
6. हार्दिक पांड्या (86 गेंद बनाम श्रीलंका, 2017) बतौर भारतीय बल्लेबाज सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने के मामले में छठवें नंबर पर हैं
हार्दिक पांड्या अपने धुआंधार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते है। क्रिकेट का फॉर्मेट कोई भी हो, उनके खेलने का अंदाज एक जैसा ही होता है। सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने के सूची में हार्दिक का भी नाम आता है।
वह साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ 86 गेंदों में शतक जड़ चुके है। इस मैच में पांड्या ने 96 गेंदों में 8 चौके और 7 छक्के की मदद से 108 रन बनाए। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 487 रन बनाए और 171 रनों से इस मैच को जीत लिया था। शानदार शतकीय पारी के लिए पंड्या को मैच ऑफ द मैच चुना गया।
5. कपिल देव (86 गेंद बनाम इंग्लैंड, 1982)
पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव भी 86 गेंदों में शतक लगा चुके है। कपिल देव ने यह कारनामा 1982 में इंग्लैंड के खिलाफ लखनऊ के मैदान पर किया था। कपिल देव ने 98 गेंदों में 16 चौके और दो छक्के की मदद से 116 रन बनाए। भारत ने इंग्लैंड के स्कोर 378/9 के जवाब में 377/7 का स्कोर खड़ा किया। हालाकि, यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
4. शिखर धवन (85 गेंद बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2013)
शिखर धवन ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करते हुए अपने पहले ही मैच में 85 गेंदों में शतक जड़ दिया था। गब्बर ने 174 गेंदों में 33 चौके और दो छक्के की मदद से 187 रन बनाए, जोकि डेब्यू में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाया सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
इस मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 408 रन के जवाब में 499 रन बनाए थे। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 233 रन पर सिमट गई और भारत को 133 रन का लक्ष्य मिला, जिसे भारत ने 6 विकेट रहते हासिल कर लिया। बेहतरीन शतकीय पारी के लिए शिखर धवन को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
3. वीरेंद्र सहवाग (78 गेंद बनाम वेस्टइंडीज, 2006) बतौर भारतीय बल्लेबाज सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं
अपने विस्फोटक अंदाज से विरोधियों को खौफजदा कर देने वाले सहवाग इस सूची में तीसरे स्थान पर है। सहवाग के खेलने का अंदाज ही निराला था, वह टेस्ट क्रिकेट को भी वनडे की तरह खेलते थे।
सहवाग ने 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए 78 गेंदों में शतक जड़ा था। वीरू ने 190 गेंदों में 20 चौके और 2 छक्के जड़कर 180 रन बनाए। इस मैच में भारत ने पहली पारी में 588/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की पहली पारी 215 रन पर सिमट गई मगर फॉलोऑन खेलते हुए वेस्टइंडीज ने मैच ड्रॉ करा लिया। इस मैच में सहवाग को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
2. मोहम्मद अजहरुद्दीन (74 गेंद बनाम साउथ अफ्रीका, 1996)
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का भी नाम इस सूची में शामिल है। उन्होने साल 1996 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में खेले गए टेस्ट में 74 गेंदों में शतक लगाया था। इसी शतक के साथ अजहर ने कपिल देव के द्वारा लगाए गए 74 गेंदों में शतक की बराबरी कर ली थी। इस मैच में अजहरुद्दीन ने 77 गेंदों में 18 चौके और 1 छक्के की मदद से 109 रन बनाए थे। हालाकि, अजहर के रिकॉर्ड शतक के बावजूद टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था।
1. कपिल देव (74 गेंद बनाम श्रीलंका, 1986)
पूर्व भारतीय कप्तान और विश्व के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक कपिल देव सबसे तेज टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय हैं। हालांकि, 1996 में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी 74 गेंदों में शतक लगा कर इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
कपिल देव ने साल 1986 में श्रीलंका के खिलाफ तूफानी पारी खेलते हुए यह रिकॉर्ड बनाया था। इस मैच में उन्होंने 165 गेंदों में 163 रन बनाए। श्रीलंका ने पहली पारी में 420 रन बनाए थे। जवाब में सुनील गावस्कर, कपिल देव और मोहम्मद अजहरूद्दीन के शतक के मदद से भारत ने 676/7 का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह मुकाबला ड्रॉ रहा था। सुनील गावस्कर को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था।