किसी भी खेल में अपनी टीम के लिए सर्वस्व समर्पण और अच्छे प्रदर्शन के साथ खेलने वाले खिलाड़ी की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जाती है। फैंस भी यही चाहते हैं कि उनका चहेता स्टार प्लेयर अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करे। हालांकि, आईपीएल जैसे फ्रेंचाइजी क्रिकेट में ऐसा बहुत कम होता है कि कोई खिलाड़ी लंबे समय तक एक ही टीम के लिए खेलता हुआ दिखाई दे।
आज के इस लेख में, हम ऐसे ही लोकप्रिय खिलाड़ियों को देखेंगे जिन्होंने अब तक सिर्फ एक ही आईपीएल टीम का प्रतिनिधित्व किया है।
5.) राशिद खान:
राशिद खान ने आईपीएल 2016 में तब सुर्खियां बटोरी थीं जब उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने साइन किया था। इन सुर्खियों का सबसे बड़ा कारण राशिद की राष्ट्रीयता थी, क्योंकि वह आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले अफगान खिलाड़ी थे। आपको जानकर आश्चर्य हो सकता है लेकिन, राशिद ने महज 17 वर्ष की उम्र में ही आईपीएल में डेब्यू कर लिया था।
आईपीएल के हर सीजन के साथ, पूरे इंडियन प्रीमियर लीग पर राशिद खान का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। राशिद खान के आंकड़े बताते हैं कि वह टी-20 क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। साथ ही आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के सबसे बड़े गेंदबाज भी राशिद ही हैं। वह अपने पूरे करियर के लिए SRH में बहुत अच्छी तरह से बने रह सकते हैं, क्योंकि वह फैनबेस के प्रिय हैं और फ्रैंचाइज़ी मालिकों द्वारा उनका सम्मान किया जाता है। आईपीएल 2016 से अब तक राशिद सनराइजर्स हैदराबाद का ही हिस्सा हैं।
4.) सुनील नरेन:
सुनील नरेन उन स्टार खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने सिर्फ एक आईपीएल टीम का प्रतिनिधित्व किया है। केकेआर में सुनील नरेन का पहला सीजन अविस्मरणीय रहा है क्योंकि उन्होंने इस धारणा को बदल दिया कि स्पिनर टी-20 में महंगे साबित होते हैं। उन्होंने आईपीएल 2012 में अपने पहले सीजन के दौरान 5.47 की शानदार इकॉनमी से 24 विकेट चटकाए और मैन ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता। 2014 में, वह एक बार फिर केकेआर के प्रमुख विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इस बार केकेआर ने दूसरी बार आईपीएल खिताब जीता था।
अपने एक्शन में बदलाव के बाद पिछले कुछ सीज़न में केकेआर पर नरेन का प्रभाव कम हुआ है। हालाँकि, उन्होंने खुद को पिंच हिटर के रूप में भी खुद को स्थापित किया है। वास्तव में, नरेन की हिटर वाली छवि केकेआर में ही प्रसिद्ध हुई है।
3.) लसिथ मलिंगा:
मलिंगा आईपीएल के इतिहास में सबसे शानदार गेंदबाज हैं और मुंबई इंडियंस के लिए प्रमाणित दिग्गज हैं। जहां हर गेंदबाज डेथ पर गेंदबाजी करने से पहले विचार करता है। वहीं,मलिंगा ने इसे अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर के रूप में देखा। उनकी पैर की अंगुलियों को कुचलने वाली यॉर्कर बल्लेबाजों के लिए एक खतरा थी।
मलिंगा ने इंडियन प्रीमियर लीग के नौ सत्रों में मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया और 170 विकेट लिए। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वह मुंबई इंडियंस के कोचिंग सेटअप का हिस्सा हैं। मलिंगा का रिकॉर्ड भले ही भविष्य में टूट जाए, लेकिन उनका आइकॉनिक एक्शन और डेथ ओवर्स में उनकी गेंदबाजी वर्षों तक बताई जाती रहेगी।
2.) कीरोन पोलार्ड
कैरीबियाई ऑल राउंडर कीरोन पोलार्ड पिछले 12 सीज़न के लिए मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग 2010 में डेब्यू किया था। इस सीजन मुंबई इंडियंस पहली बार आईपीएल फाइनल पहुंचने में कामयाब हुई थी। लेकिन, फाइनल में पोलार्ड की 10 गेंदों में 27 रन की पारी काम नही आ सकी थी। इसके बाद, उन्होंने साल 2013 में 32 गेंदों में 60 रन बनाकर मुंबई इंडियंस को पहली बार आईपीएल का खिताब जिताया था।
तब से, उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए महत्वपूर्ण नॉकआउट मैचों में अविस्मरणीय पारियां खेली हैं। कोरोना महामारी आने से पहले यानि आईपीएल 2021 के पहले चरण में उन्होंने सीएसके के खिलाफ धुंआधार पारी खेली थी। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि, आईपीएल 2022 के लिए भी मुंबई पोलार्ड को रिटेन करेगी।
1.) विराट कोहली:
विराट कोहली इस सूची के अंतिम लेकिन सबसे बड़े नायक हैं। वह उन स्टार खिलाड़ियों में भी शामिल हैं जिन्होंने केवल एक आईपीएल टीम का प्रतिनिधित्व किया है। विराट आईपीएल के पहले संस्करण से ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से जुड़े हुए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग 2016, निस्संदेह, एक व्यक्ति और एक कप्तान दोनों के रूप में उनका सबसे बड़ा आईपीएल सीजन है। इस सीजन न केवल उन्होंने रनों की वर्षा की बल्कि चार शतक भी जड़े थे।
विराट कोहली ने बार-बार कहा है कि वह आईपीएल खिताब की तलाश में आरसीबी को कभी नहीं छोड़ेंगे। अगर वह आईपीएल ट्रॉफी के साथ आरसीबी से संन्यास लेते हैं तो उनके नाम यह क्रिकेट की सबसे बड़ी कहानियों में से एक होगा। हालांकि, भले ही वह कभी आईपीएल नहीं जीत पाए, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि कोहली से ज्यादा किसी भी खिलाड़ी ने किसी एक फ्रेंचाइजी के लिए इतना नही किया है।