महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के 5 रिकॉर्ड जिन्हें तोड़ना बेहद मुश्किल है
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) क्रिकेट की दुनिया का वह बड़ा नाम है जिसने मैदान में कदम रखते ही तहलका मचा दिया था। बेहद कड़ी मेहनत और परिश्रम के बाद जब आखिरकार वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह बना पाए तो उसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
विश्व के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने बतौर कप्तान अपने पहले ही टी20 विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाया और यहां से उनके सुनहरे समय का आगमन हुआ। भारत के इस पूर्व कप्तान ने महानता की कई मिसालें रची और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए व तोड़े।
उन्होंने अकेले दम पर भारत को कई मुकाबले जिताये हैं, जिसमें 2011 विश्व कप का फाइनल भी शामिल है, जहां उन्होंने अपनी बेहतरीन 93 नाबाद रनों की पारी खेल कर भारत को 28 साल बाद विश्व कप जिताया। इसके अलावा धोनी एक बेहतरीन विकेटकीपर हैं और उनके नाम अनगिनत कैच एवं स्टंपिंग भी हैं।
आइए जानते हैं महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के ऐसे ही पांच रिकॉर्ड के बारे में जिन्हें तोड़ना बेहद मुश्किल है
#5-बतौर कप्तान सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच
ऐसे बहुत से कप्तान रहे हैं जिन्होंने काफी लंबे समय तक अपनी टीम को सफलता दिलाई है। रिकी पोंटिंग, स्टीफन फ्लेमिंग और ग्रीम स्मिथ जैसे कप्तानों ने अपने देशों का 300 से अधिक मैचों में नेतृत्व किया है मगर धोनी का नाम इस सूची में सबसे ऊपर है।
इस दिग्गज खिलाड़ी ने बतौर कप्तान 332 मैचों में भारत का नेतृत्व किया है जिसमें से 178 मुकाबलों में भारत को जीत मिली है। बिना किसी संदेह के वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तान रहे हैं।
#4- इकलौते कप्तान जिन्होंने T20 विश्व कप में छह बार नेतृत्व किया
जैसा कि हमने बताया कि महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन कप्तान रहे हैं, उन्होंने भारत का नेतृत्व बहुत सारे बड़े टूर्नामेंट में किया है और कई बार उनमें भारत को जीत दिलाई है। उन्होंने अपनी कप्तानी की शुरुआत सबसे पहले टी-20 विश्व कप में की जहां उन्होंने भारत को चैंपियन बनाया।
एक तरफ जहां बाकी कप्तान दो या तीन विश्व कप से ज्यादा नेतृत्व करने में असफल रहते हैं वही धोनी एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने पूरे 6 T20 विश्व कप में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली है। उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ना बेहद ही मुश्किल है।
#3-बतौर कप्तान नंबर 7 या उससे नीचे आकर शतक जड़ना
जब एम एस धोनी अपने करियर के शिखर पर थे तब शायद ही कोई उनसे बेहतर वनडे बल्लेबाज था। इस बेहतरीन बल्लेबाज ने अपने करियर में अनगिनत बार भारत को हारे हुए मुकाबले से बाहर निकाल कर जीत दिलाई है। वह एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने 7 नंबर पर आकर भी वनडे इंटरनेशनल में शतक जमाया है।
पाकिस्तान के विरुद्ध हुए मुकाबले में एक समय भारत का स्कोर मात्र 29 रन पर पांच विकेट था। तब बल्लेबाजी करने आए एमएस धोनी ने 113 रन की शानदार पारी खेली और टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक ले गए। हालांकि भारत वह मैच हार गया था मगर अपनी इस बेहतरीन पारी के लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
#2-अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग
एक सफल कप्तान होने के साथ-साथ धोनी एक अव्वल दर्जे के विकेटकीपर भी हैं। स्टंप के पीछे से धोनी क्या जादू करते हैं यह हमें बताने की जरूरत नहीं है। अपनी तेज नजर और शातिर दिमाग की बदौलत धोनी ने कुछ ऐसी स्टंपिंग की है जिन को देखकर दर्शकों को विश्वास ही नहीं होता था।
धोनी के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 195 स्टंपिंग है जो आज तक की गई किसी भी विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक हैं। मौजूदा समय में खेलने वाले विकेटकीपर की सूची में इसके बाद मुशफिकुर रहीम आते हैं जिन के नाम मात्र 90 स्टंपिंग है जो यह बात साबित करता है कि उनका यह रिकॉर्ड तोड़ना बहुत ज्यादा ही मुश्किल होने वाला है।
#1-तीनों मुख्य आईसीसी खिताब जीतने वाले इकलौते कप्तान
धोनी को क्रिकेट के इतिहास का सबसे महान कप्तान कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं है। 39 वर्षीय यह खिलाड़ी एकमात्र ऐसा कप्तान है जिसने आईसीसी के तीनों टूर्नामेंट की ट्रॉफी यानी t20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी तीनों अपने नाम की है।
धोनी ने 2007 में सबसे पहले टी-20 विश्व कप में भारत को अपनी कप्तानी में जीत दिलाई वह भी सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे महान खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद।
उन्होंने 2011 में 28 साल के बाद भारत का इंतजार खत्म करवाते हुए उन्हें विश्वकप दिलवाया और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की। किसी भी कप्तान के लिए यह तीनों बड़े टूर्नामेंट जीतना किसी सपने से कम नहीं है और धोनी ऐसा करने वाले एकमात्र कप्तान रहे हैं।