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5 खिलाड़ी जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के बाद संन्यास लिया

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आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट हो दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए इसका खास महत्व होता है। क्रिकेट में हर एक टीम आईसीसी टूर्नामेंट का इंतजार करती है। एक टीम चाहे कितने ही मैच जीत जाए लेकिन अगर टूर्नामेंट नहीं जीत पाई तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाता है। कुछ ऐसा ही खिलाड़ियों के साथ भी होता है और कई खिलाड़ी तो आईसीसी टूर्नामेंट जीत के बाद संन्यास भी ले लेते हैं।

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हालांकि ऐसे बहुत से खिलाड़ी हुए, जिनका करियर बिना आईसीसी टूर्नामेंट जीते ही समाप्त हो गया। वहीं कुछ खिलाड़ियों ने इस उम्मीद में अपने करियर को थोड़ा खींचा ताकि उन्हें कोई आईसीसी ट्रॉफी जीतने में कामयाबी मिले। इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करेंगे जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के बाद संन्यास ले लिया।

5 लोकप्रिय खिलाड़ी जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के बाद संन्यास लिया

1. इमरान खान (1992 एकदिवसीय विश्व कप)

पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी इमरान खान फिलहाल वहां के प्रधानमंत्री हैं। इमरान खान श्रेष्ठ खिलाड़ी थे। इमरान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में वर्ल्ड कप जीता था। 1992 के फाइनल मैच में इंग्लैंड के खिलाफ इमरान खान ने कप्तानी पारी खेलते हुए 72 रन बनाए थे और 1 विकेट भी अपने नाम किया था। साल 1992 में ही इमरान खान ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वर्ल्ड कप में इनकी कप्तानी तारीफ के काबिल थी।

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2. ग्लेन मैक्ग्रा (2007 एकदिवसीय विश्व कप)

मैक्ग्रा का टेस्ट डेब्यू पर्थ में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुआ था। ग्लेन मैकग्रा सटीक लाइन और लेंथ बनाए रखने के लिए अपने पूरे करियर में जाने जाते थे। 2007 के वर्ल्ड कप में उन्होंने सबसे ज्यादा 26 विकेट मैक्ग्रा ने ही लिए थे। इन्होंने अपना आखिरी वनडे इंटरनेशनल साल 2007 में ही खेला था।

मैक्ग्रा भी आईसीसी टूर्नामेंट जीत कर रिटायर हो गए थे। ग्लेन मैक्ग्रा क्रिकेट के इतिहास के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक थे। वह एक अनुशासित गेंदबाज थे जिसकी वजह से उनकी गेंदबाजी ने बल्लेबाजों की नाक में दम कर रखा था।

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3. माइकल क्लार्क (2015 एकदिवसीय विश्व कप)

ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज माइकल क्लार्क की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2015 में वर्ल्ड कप जीता था। इसी साल एशेज सीरीज के बाद क्लार्क ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। क्लार्क का अंतरराष्ट्रीय करियर शानदार रहा।

क्लार्क ने 115 टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 49.10 की औसत से 8643 रन बनाये। इनका सर्वाधिक स्कोर टेस्ट में नाबाद 329 रन है। क्लार्क ने 245 वन डे इंटरनेशनल खेले जिसमें उन्होंने 7981 रन बनाए। वनडे में क्लार्क की औसत 44.58 थी।

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4. ब्रैड हैडिन (2015 एकदिवसीय विश्व कप)

ब्रैड हैडिन ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक हैं। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले हैडिन स्टंप्स के पीछे भी शानदार थे। 2015 के वर्ल्ड कप में जीत हासिल करने के बाद मई 2015 में हैडिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के इतिहास में हैडिन एक दिग्गज विकेट कीपर हैं। हैडिन 126 वनडे और 66 टेस्ट खेले हैं। अपने करियर में हैडिन ने 6 शतक और 34 अर्धशतक लगाए थे।

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5. बीजे वाटलिंग ने भी आईसीसी टूर्नामेंट जीत के बाद संन्यास ले लिया 

हाल ही मे अयोजित वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड ने भारत को मात दी थी जिसके बाद बीजे वाटलिंग में संन्यास ले लिया। दक्षिण अफ्रिका में जन्मे वाटलिंग न्यूजीलैंड के लिए खेलते थे। वाटलिंग ने न्यूजीलैंड के लिए 75 टेस्ट में 37.52 की औसत से 3790 रन बनाए थे। इनके नाम न्यूजीलैंड की तरफ से सर्वाधिक शिकार करने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।

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Utkarsh Mishra

Utkarsh Mishra is a professional content writer in sports domain and currently works as the Editor in Chief of Cricket Ki Baat.

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