5 खिलाड़ी जिन्होंने खेल के तीनों प्रारूपों में भारत की कप्तानी की
भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करना किसी भी व्यक्ति का सपना होता है जो देश में क्रिकेटर बनने की इच्छा रखता है। हालाकि, सम्मान बहुत ज़िम्मेदारी के साथ आती है। हालांकि, विभाजित कप्तानी के प्रारूप को अभी भारतीय क्रिकेट टीम ने नहीं अपनाया है, ऐसे में इस अर्टिकल में, हम उन पांच खिलाड़ियों पर एक नज़र डालेंगे जिन्होंने खेल के तीनों प्रारूपों में भारत की कप्तानी की है।
एमएस धोनी
टेस्ट: 60 || वनडे: 200 || टी20: 72
भारत के अब तक के सबसे सफल कप्तानों में और कोई नहीं बल्कि एमएस धोनी हैं। उनके नेतृत्व में, देश ने खेल के दोनों छोटे संस्करणों में कई ट्राफियां जीतीं। जब धोनी कप्तान थे तब देश ने टेस्ट में नंबर 1 रैंकिंग भी हासिल की थी।
खेल के छोटे प्रारूपों में धोनी को अपार सफलता मिली। वह उन गिने-चुने कप्तानो में से एक थे जिन्होंने अपनी रणनीति से खेल का पूरा रुख अपनी ओर कर लिया करते थे। जिसके कराण भारत ने तीन ट्राफियां जीतीं और सीमित ओवरों की एक अच्छी टीम बनने में भी कामयाब रही।
विराट कोहली
टेस्ट: 68 || वनडे: 95 || टी20: 50
विराट कोहली हाल ही में भारत के ऑल-फॉर्मेट कप्तान थे। धोनी के टेस्ट में कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया। एमएस धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के बाद ही विराट ऑल-फॉर्मेट के कप्तान बने ।
खेल के छोटे प्रारूपों में कोहली का बतौर कप्तान रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन ट्राफी नहीं जीतने के कारण उन्हें एलीट कप्तान का दर्जा नहीं मिला। हालांकि, विराट भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। उन्होंने अपनी टेस्ट कप्तानी के दौरान 68 मैचों में 40 जीत हासिल की है।
रोहित शर्मा*
टेस्ट: 2 || वनडे: 13 || टी20: 28
रोहित शर्मा टीम इंडिया के मौजूदा ऑल-फॉर्मेट कप्तान हैं। ऋषभ पंत और केएल राहुल इस टीम के नेतृत्व समूह का हिस्सा हैं और रोहित की अनुपस्थिति में कप्तान हैं।
जब भी विराट कोहली ब्रेक पर थे रोहित नियमित रूप से टी20 में भारत की कप्तानी कर रहे थे, हाल ही में उन्होंने अन्य दो प्रारूपों में टीम का नेतृत्व करना शुरू किया है। श्रीलंका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में पहली बार रोहित ने टेस्ट में भारत की कप्तानी की।
अजिंक्य रहाणे
टेस्ट: 6 || वनडे: 3|| टी20: 2
रहाणे अब ज्यादातर लंबे प्रारूप में खेलते हुए दिखाई देते हैं। रहाणे भी टीम इंडिया के सभी प्रारूपों का हिस्सा थे। इसलिए उन्हें छोटे प्रारूपों में देश का नेतृत्व करने का मौका मिला था। यह तब हुआ जब भारत ने 2015 में जिम्बाब्वे का दौरा किया था।
टेस्ट में रहाणे टीम के उप-कप्तान थे। उन्होंने 2020/21 के सीजन में ऑस्ट्रेलिया टूर पर तब के नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम का कमान संभालने का मौका मिला था जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
वीरेंद्र सहवाग
टेस्ट: 4 || वनडे: 12 || टी20: 1
टीम इंडिया के कप्तान के रूप में वीरेंद्र सहवाग का कभी भी पूर्ण कार्यकाल नहीं रहा। एमएस धोनी के कप्तान बनने से पहले उन्हें कभी-कभी मौके मिले। धोनी के सभी प्रारूपों में कप्तानी का पदभार संभालने के बाद, सहवाग को देश का नेतृत्व करने का मौका मिला जब धोनी मैच के लिए उपलब्ध नहीं होते थे।
सहवाग भारत के पहले T20I कप्तान हैं। साल 2006 में जब भारत ने अपने पहले टी20 मैच में दक्षिण अफ्रीका का सामना किया था तब सहवाग ने टीम का कमान संभाला था।