30 से अधिक आयु के 2 खिलाड़ी जो ट्रेंट बोल्ट के नक्शेकदम पर चलते हुए अपने राष्ट्रीय अनुबंध से कर सकते हैं रीलीज की मांग
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने न्यूजीलैंड क्रिकेट के केंद्रीय अनुबंध से रीलीज की मांग कर दुनिया को चौंका दिया है। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपनी सहमती देकर बोल्ट को अनुबंध से रीलीज कर दिया है। इस बदलाव के कारण जब चयन समिति किसी भी सीरीज के लिए कीवी टीम का चयन करेगी तब बोल्ट को अब पहली तरजीह नहीं दी जाएगी।
यह न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए बहुत बड़ा नुकसान है क्योंकि बोल्ट दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने अपने परिवार के साथ समय बिताने के साथ-साथ न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड से बिना किसी NOC के स्वतंत्र रूप से टी20 लीग में खेलने की अनुमति मांगी है।
हाल ही में, कई क्रिकेटरों ने व्यस्त कार्यक्रम पर अपनी चिंता व्यक्त की है और खेल के एक प्रारूप को छोड़ने का निर्रणय लिया है। साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जबकि बेन स्टोक्स ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया। अगर क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों के शेड्यूल पर ध्यान नहीं देती है तो क्रिकेट के एक प्रारूप से संन्यास लेने का चलन जारी रह सकता है। ऐसे में इस आर्टिकल मे हम उन दो खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जो ट्रेंट बोल्ट के नक्शेकदम पर चलते हुए अपने राष्ट्रीय अनुबंध से रीलीज की मांग कर सकते हैं।
केन विलियमसन
केन विलियमसन न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के हर प्रारूप में कप्तान हैं, लेकिन आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 के बाद अधिकांश मैचों में ब्लैककैप की अगुवाई टॉम लैथम या मिशेल सेंटनर ने की है। विलियमसन एक क्लास खिलाड़ी हैं, लेकिन उनकी उम्र अभी 32 है और उन्होंने चोट की वजह से पिछले वर्षों की तुलना में बहुत कम क्रिकेट खेला है। अपनी चोट के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए, ऐसी संभावना है कि विलियमसन या तो एक प्रारूप को छोड़ दें या केंद्रीय अनुबंध से रीलीज की मांग कर सकते हैं।
डेविड वार्नर
ऑस्ट्रेलियाई धाकड़ सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर की उम्र 35 साल है, लेकिन दुनिया भर की टी20 लीग में उनकी मांग आसमान छू रही है। इस समय ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग और यूएई की इंटरनेशनल लीग टी20 प्रारूप में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को साइन करने के लिए तैयार है। ऑस्ट्रेलिया के लिए वार्नर का तीनों प्रारूपों में उपलब्ध होना और दुनिया भर की सभी लीगों में खेलना मुश्किल होगा। ऐसे में अगले एक या दो साल में वॉर्नर अपनी क्रिकेट करियर को लेकर कड़ा फैसला लेने के बारे में सोच सकते हैं।