आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा 5 सबसे खराब साइनिंग
चेन्नई सुपर किंग्स बिना किसी संदेह के आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक है। महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में रहने वाली इस टीम ने तीन बार आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा किया है और रिकॉर्ड 8 बार इस बहुचर्चित टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले का हिस्सा बन चुकी है। वैसे तो चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) नीलामी में बढ़िया खिलाड़ियों पर दांव लगाती है और अक्सर उनके फैसले सही भी साबित होते हैं मगर कुछ अवसरों पर उन्होंने कुछ ऐसे खिलाड़ियों को भी खरीदा है, जिन्हें सबसे खराब साइनिंग कहा जा सकता है।
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सबसे खराब साइनिंग से आशय ऐसे खिलाड़ियों से हैं, जिन पर इस फ्रेंचाइजी ने काफी ज्यादा पैसा खर्च किया लेकिन वो खिलाड़ी उन उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। आइए नजर डालते हैं ऐसे ही 5 सबसे खराब साइनिंग पर जो सीएसके ने आईपीएल इतिहास में की हैं।
आईपीएल में सीएसके द्वारा 5 सबसे खराब साइनिंग
5. टिम साउदी
टिम साउदी ने अपना आईपीएल पदार्पण 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हुए किया था जहां वह कुछ खास प्रदर्शन ना कर सके और पांच मुकाबलों में 8.73 की इकॉनमी से मात्र 4 विकेट झटके। चूंकि भारतीय पिचों में वे इतने कारगर नहीं साबित हुए इसलिए 2012 में उन्हें रिलीज कर दिया गया।
इस प्रकार साउदी को लेना चेन्नई सुपर किंग्स की एक बड़ी गलती मान सकते हैं। इसके बाद साउदी को 2014 में राजस्थान रॉयल्स की टीम में चुना गया मगर उस सीजन उन्हें एक भी विकेट ना मिल सका।
4. स्कॉट स्टाइरिस
इस सूची में मौजूद दूसरे कीवी खिलाड़ी स्कॉट स्टायरिस की गिनती सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में से होती थी जो अंत में बेहतरीन गेंदबाजी के साथ साथ बड़े बड़े शॉट खेलने का भी माद्दा रखते थे। मगर आईपीएल में उनका जादू देखने को ना मिल सका और 2011 जो कि उनके आईपीएल करियर का एकमात्र सीजन था, उसमें वह कुछ खास प्रदर्शन ना कर सके।
उन्हें चेन्नई की ओर से मात्र 2 मुकाबले खेलने का मौका मिला जिसमें वह केवल 5 रन बना सके और गेंदबाजी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। ऐसे में स्टाइरिस को भी सीएसके की सबसे खराब साइनिंग में से एक कहा जा सकता है।
3. जॉर्ज बेली
बहुत ही कम दर्शक यह बात जानते होंगे कि जॉर्ज बेली का आईपीएल करियर चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से शुरू हुआ था और चेन्नई ने उन्हें 4 सीजन तक रिटेन कर रखा था। 2009 से लेकर 2012 तक चेन्नई ने उनकी प्रतिभा का बेहद कम इस्तेमाल किया और उन्हें केवल चार मुकाबले खेलने का मौका दिया जहां वह मात्र 63 रन बना सके।
वह चेन्नई के लिए तो कारगर सिद्ध ना हो सके मगर वहां से जाने के बाद जब पंजाब किंग्स ने उन्हें खरीदा तब जॉर्ज बेली ने अपनी कप्तानी में पंजाब को उनके पहले आईपीएल फाइनल में प्रवेश करवाया, हालांकि वह जीतने में असफल रहे।
2. जेसन होल्डर भी सीएसके की सबसे खराब आईपीएल साइनिंग में से एक हैं
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि चेन्नई सुपर किंग्स ने युवा जेसन होल्डर को 2013 में खरीद कर उनकी प्रतिभा के साथ पूरा न्याय किया था। लंबे कद के जेसन होल्डर के पास वह सब खूबियां थी जो एक तेज गेंदबाज में होना चाहिए। मगर अफसोस वह लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके और खेले गए छह मुकाबलों में मात्र 2 विकेट ले पाए।
रिलीज किए जाने के बाद उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी खेले और मौजूदा समय में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा बने हुए हैं।
1. एंड्रयू फ्लिंटॉफ
इंग्लैंड का यह शानदार हरफनमौला खिलाड़ी आईपीएल 2009 का सबसे महंगा खिलाड़ी बना था जहां चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 7.55 करोड रुपए में अपनी टीम में शामिल किया था। एंड्रयू फ्लिंटॉफ का नाम दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर में आता था और आईपीएल में आते ही सबकी निगाहें उन पर जमी हुई थी।
हालांकि उनका इस लीग में खराब प्रदर्शन देखने को मिला। फ्लिंटॉफ की गेंदों को बल्लेबाज मैदान के हर कोने पर मार रहे थे और उनका बल्ले से भी प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। उनके इस खराब प्रदर्शन को देखकर चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें रिलीज करने का फैसला लिया और उसके बाद से ही फ्लिंटॉफ के आईपीएल करियर का अंत हो गया।