भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग दुनिया के उन बल्लेबाजों में से एक हैं जिन्हें बिल्कुल निडर माना जाता है। सहवाग ने हमेशा ही बड़े शॉट खेलने का प्रयास किया है। चाहे स्थितियां जैसी भी हों। यानि कि यदि विकटों का पतन हो रहा है तब भी और यदि वह अपने शतक के करीब हैं तब भी।
वीरेंद्र सहवाग ने साल 2011 के विश्वकप में भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वीरू के नाम से पहचाने जाने वाले सहवाग ने विश्वकप में भी अपनी निडरता का परिचय देते हुए हर मैच में बड़े शॉट का प्रयास किया था।
बड़े शॉट के इस खूबसूरत नोट के साथ, आज हम आईसीसी विश्वकप-2011 के उन मौकों पर नजर डालेंगे जब वीरेन्द्र सहवाग ने चौके के साथ पारी की शुरुआत की थी।
1.) बांग्लादेश के खिलाफ:
विश्वकप में जब ग्रुप स्टेज के मैच चल रहे थे तब भारत और बांग्लादेश आमने सामने थे। विश्वकप में भारत और बांग्लादेश ग्रुप बी का हिस्सा थे। बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच में सहवाग ने सिर्फ 140 गेंदों में 175 रन बनाए थे और अपनी इस शानदार बल्लेबाजी से बांग्लादेश के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया था।
इस मैच में सहवाग ने पहली ही गेंद पर शफीउल इस्लाम की गेंद पर चौका लगाकर अपनी पारी की शुरुआत की। इस्लाम ने बांग्लादेश के लिए गेंदबाजी की शुरुआत की थी और सिर्फ 7 ओवर में 69 रन दिए थे। सहवाग ने अपनी पारी में 14 चौके और 5 छक्के लगाए। जिनके बल पर भारत ने यह मैच 87 रन से जीत लिया था।
2.) इंग्लैंड के खिलाफ:
भारत ने साल 2011 में आईसीसी विश्वकप के 11वां मैच बेंगलुरु में इंग्लैंड के साथ खेला था। इस मैच में एक बेहद ही दिलचस्प घटना घटी जो कि आमतौर पर टी-20 क्रिकेट में भी देखने को नही मिलती। दरअसल, भारत और इंग्लैंड के बीच हुआ यह मुकाबला टाई हो गया था। क्योंकि, इंग्लैंड ने भारत द्वारा खड़े किए गए 338 के स्कोर की बराबरी कर ली थी। वीरेंद्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ इस पारी शुरुआत की थी।
सहवाग ने मैच की पहली गेंद पर एक जोरदार शॉट जड़ा। जेम्स एण्डरसन की यह गेंद बल्ले में लगते ही थर्ड मैन बाउंड्री के पार चली गई। हालाँकि, सहवाग इस मैच में कुछ खास नही कर सके लेकिन सचिन ने शानदार सैकड़ा जड़ते हुए टीम का स्कोर 338 रन तक पहुंचा दिया था।
3.) आयरलैंड के खिलाफ:
वीरेंद्र सहवाग ने विश्वकप फाइनल तक हर मैच की पहली ही गेंद पर चौका लगाया। इस बार टीम इंडिया का प्रतिद्वंद्वी आयरलैंड था। आयरिस गेंदबाज बॉयड रैनकिन ने इस मैच का पहला ओवर फेंका था। बॉयड की पहली गेंद गिरने के बाद थोड़ा अंदर की ओर आयी और सहवाग के बल्ले से लगती ही सीधे बॉउंड्री के पार।
इस मैच में आयरलैंड ने भारत को 208 रनों का आसान लक्ष्य दिया था। हालाँकि, सहवाग इस मैच में कुछ खास नही कर सके। क्योंकि, वह 3 गेंदों पर सिर्फ 5 रन बनाकर ही आउट हो गए थे। किन्तु, सहवाग ने पहली गेंद पर चौका जड़ते हुए इस मैच को भी अपनी बाउंड्री वाली लिस्ट में शामिल कर लिया था।
4.) नीदरलैंड के खिलाफ:
भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी विश्वकप-2011 का 25 वां मैच नीदरलैंड के विरुद्ध खेला। इस मैच में नीदरलैंड का बल्लेबाजी क्रम भारतीय गेंदबाजों के सामने महज 189 रन पर सिमट गया। भारत ने इस लो सकोरिंग इस मैच को बेहद आसानी के साथ जी लिया।
नीदरलैंड की ओर से इस मैच में मुदस्सर बुखारी ने पहला ओवर फेंका और उनकी पहली ही गेंद को सहवाग ने बाउंड्री पर भेज दी थी। इस मैच में सहवाग भारत के लिए दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने सिर्फ 26 गेंदों में 39 रन बनाए। और, भारत ने महज 36.3 ओवर में हीलक्ष्य हासिल कर लिया था।
5.) दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ:
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुआ यह मैच एक थ्रिलर था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने अपना ‘चोकर’ टैग हटाकर भारत को 3 विकेट से हरा दिया था। सचिन तेंदुलकर ने इस मैच शानदार शतक बनाया। जबकि, सहवाग और गौतम गंभीर दोनों ने अर्द्धशतक बनाया था। सहवाग ने ओपनिंग करते हुए 73 रन बनाए, जबकि गंभीर ने 69 रन बनाए थे।
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सहवाग ने पहली ही गेंद से अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। उन्होंने, इस मैच में डेल स्टेन की पहली गेंद पर शानदार चौका जड़ा। सहवाग ने तेज गति की इस गेंद को मिड-ऑन की ओर एक भेज दिया था। भारत के टॉप ऑर्डर ने इस मैच में शानदार खेल दिखाया था। लेकिन, दक्षिण अफ्रीका ने दो गेंद शेष रहते इस रोमांचक मैच को जीत लिया।