आईपीएल मेगा ऑक्शन से पहले 8 पुरानी आईपीएल टीमों को बीसीसीआई ने अधिकतम 4 खिलाड़ियों को रीटेन करने का विकल्प दिया था. हालांकि ज्यादातर टीमों ने समझदार फैसले किए, पर कुछ टीमों द्वारा किए गए फैसले बिल्कुल चौंका देने वाले थे.
आरसीबी द्वारा युजवेंद्र चहल को रीटेन ना करना
ऐसा माना जा रहा था कि युजवेंद्र चहल उन चार खिलाड़ियों में होंगे जिन्हें आरसीबी रीटेन करेगी, पर आखिरकार जब आरसीबी की रिटेंशन लिस्ट निकल कर आई तो उसमें चहल का नाम नहीं था. ख़बरों के मुताबिक़, आरसीबी चहल को चौथे प्लेयर के तौर पर रीटेन करना चाहती थी, पर उस परिस्थिति में चहल को 6 करोड़ रुपये ही मिलते. चहल ने ये ऑफर अस्वीकार कर दिया.
सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा राशिद खान को रीटेन ना करना
राशिद खान को कुछ महीने पहले ही आईसीसी द्वारा सदी का महानतम टी 20 प्लेयर घोषित किया गया था. ऐसे खिलाड़ी को सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा रीटेन ना करना शायद आईपीएल इतिहास के सबसे ज्यादा चौंका देने वाले फैसलों में से एक है.
कुछ पत्रकारों द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है कि सनराइजर्स राशिद खान को दूसरे खिलाड़ी के तौर पर रीटेन करना चाहती थी, जबकि राशिद पहले खिलाड़ी के तौर पर रीटेन होना चाहते थे, क्योंकि उस परिस्थिति में उन्हें 16 करोड़ रुपये मिलते. फ्रैंचाइज और खिलाड़ी के बीच बात नहीं बनी और सनराइजर्स ने राशिद को रिलीज़ कर दिया.
5 बार के आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस द्वारा हार्दिक पंड्या को रीटेन ना करना
पिछले साल तक परिस्थिति कुछ ऐसी थी कि हार्दिक पंड्या को दुनिया के बेहतरीन टी 20 खिलाड़ियों में से एक माना जा रहा था, पर उनका फिटनेस की वजह से बॉलिंग ना करना एक ऐसा कारण रहा जिसकी वजह से मुंबई इंडियंस ने उनके बदले किसी प्रमुख बल्लेबाज को रीटेन करना बेहतर समझा.
मुंबई इंडियंस ने अपने कप्तान रोहित शर्मा, प्रमुख गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, जाने माने फिनिशर काइरन पोलार्ड और 2020 के आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार यादव को रीटेन करने का फैसला किया.