रोहित शर्मा मेरी तरह है वह हमेशा अपने खिलाड़ियों को सपोर्ट करते है- अजिंक्य रहाणे
पूर्व भारतीय टेस्ट उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने नए भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि वह अपने खिलाड़ियों का काफी सपोर्ट करते हैं और बुरे दौर से गुजरने पर भी उन्हें बहुत कॉन्फिडेंस देते रहते है। रहाणे का यह कमेंट काफी हैरान कर देने वाला है क्योंकि रहाणे कभी भी रोहित की कप्तानी में एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेले है।
जब भी विराट कोहली चोट के कारण या अन्य किसी कारण से टीम में नहीं थे तो रोहित शर्मा ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में टेम्पररी कप्तान की भूमिका निभाई थी और उस दौरान रहाणे टीम का हिस्सा नहीं थे। हालांकि रहाणे ने कोहली की गैरहाजिरी में कुछ टेस्ट मैचों में कप्तानी की है और रोहित शर्मा ने उनकी कप्तानी में खेल चुके हैं।
जब विराट कोहली भारतीय टीम की कमान संभाल रहे थे तो बहुत सारी अफवाहें और कहानियां उड़ रही थीं कि खिलाड़ियों और मैनेजमेंट के बीच बातचीत नहीं होती थी। जो खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजर रहे थे उनका टीम में क्या रोल रहेगा वो साफ नहीं था। वो खुद को अलग-थलग महसूस किया करते थे।
अजिंक्य रहाणे ने बोरिया मजूमदार के शो बैकस्टेज विद बोरिया में वो जो बातचीत कर रहे थे उससे ऐसा लग रहा था कि वह पिछली भारतीय टीम मैनेजमेंट से खुश नहीं थे। वहीं अब रोहित शर्मा जो भारत के सभी प्रारूपों के कप्तान बन सकते है रहाणे द्वारा उनका समर्थन करना काफी दिलचस्प है। रहाणे की बातचीत से ये भी पता चलता है कि शायद कुछ महीने पहले भारतीय खेमे में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा था।
अजिंक्य रहाणे का टेस्ट करियर नया टीम मैनेजमेंट तय करेगा
अब ये देखना भी काफी दिलचस्प रहने वाला है अगर रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तानी भी दे दी जाती है तो वह भारत की टेस्ट टीम को लेकर किस तरह के फैसले लेंगे। रोहित ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह वास्तव में टेस्ट कप्तानी के बारे में नहीं सोच रहे हैं और उनका ध्यान सीमित ओवरों की क्रिकेट पर है।
रोहित शर्मा के अलावा केएल राहुल भी टेस्ट कप्तानी के लिए एक अन्य विकल्प हो सकते है। टेस्ट टीम की कमान कौन संभालेगा यह फैसला चयनकर्ता श्रीलंका टेस्ट सीरीज से पहले हेड कोच और बीसीसीआई अधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद ले सकते है।
अजिंक्य रहाणे अगर इस समय अच्छी फॉर्म में होते तो विराट कोहली के इस्तीफे के बाद टेस्ट कप्तानी संभालने के लिए प्रबल दावेदार थे।