रवि शास्त्री ने की धोनी की तारीफ बताया सचिन तेंदुलकर से भी बेहतर प्लेयर
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भले ही आज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय न हों। लेकिन, आईपीएल में वह आज भी खेल रहे हैं। इस बात में कोई दो राय नही है कि धोनी के बड़े खिलाड़ी हैं। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इस बात पर मुहर लगाते हुए कहा है कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में महेंद्र सिंह धोनी जैसा प्लेयर कभी नहीं देखा है।
रवि शास्त्री ने कहा है कि, उन्होंने कई पीढ़ियों में बहुत से क्रिकेट प्लेयर को देखा है। लेकिन, कोई भी धोनी जैसा नहीं है। धोनी के लिए यह मायने नहीं रखता कि वह बिना खाता खोले आउट होते हैं या फिर वह शतक बनाते हैं। यहां तक कि विश्व कप जीतना और पहले दौर से बाहर हो जाने के बाद भी उनकी प्रतिक्रिया हमेशा समान होती है।
शास्त्री ने यह भी खुलासा किया कि, उनके पास आज तक धोनी का फोन नंबर नहीं है। अगर उन्हें धोनी से बात करनी है, तो उन्हें पता है कि उन तक कैसे पहुंचा जाए। लेकिन, धोनी के पास फोन नहीं है। उन्हें फोन रखना पसंद नहीं है। धोनी ऐसे व्यक्ति हैं, जो हर चीज में अलग हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शास्त्री ने कहा कि, वह काफी समय से क्रिकेट से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कई पीढ़ियों के क्रिकेटरों को देखा है। उनमें से कई स्वभाव से अच्छे थे। यहां तक कि सचिन तेंदुलकर भी स्वभाव से बहुत अच्छे थे। लेकिन, धोनी जैसा कोई नहीं था।
शोएब अख्तर ने रवि शास्त्री से विभिन्न भारतीय खिलाड़ियों के व्यक्तित्व के बारे में पूछा था। जिस पर शास्त्री ने कहा कि, विराट एक तेज और गुस्से वाले व्यक्ति हैं। जबकि, रोहित बेहद ही शांत स्वाभाव वाले हैं। इस मायने में, रोहित धोनी से बहुत मिलते-जुलते हैं पर वह धोनी नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि, शोएब अख्तर ने कुछ साल पहले रोहित के साथ अपनी एक कहानी साझा की थी। जब वह कमेंट्री असाइनमेंट के लिए बांग्लादेश में थे। उस दौरान उन्होंने रोहित से एक जिम में मुलाकात की थी। अख्तर ने याद किया कि, उन्होंने उस समय ही रोहित से कहा था कि, उनमें दुनिया के किसी भी बॉलिंग अटैक को नष्ट करने और क्रिकेट के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक बनने की क्षमता है।
ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतना थी बड़ी उपलब्धि: रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने अपने कोचिंग के तहत भारतीय टेस्ट टीम की उपलब्धियों के बारे में भी बात की। रवि शास्त्री ने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया में दो बार टेस्ट सीरीज जीतना उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि, ऑस्ट्रेलिया में किसी टीम को दौरे पर जाने के लिए शायद सबसे कठिन देश है। यह पिछले कुछ वर्षों में भारत के ऑस्ट्रेलिया में बनाये रिकॉर्ड को दर्शाता है।
वास्तव में, धोनी की खेल तकनीक किसी से पीछे नहीं है। किसी भी मेहमान टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया जाकर टेस्ट क्रिकेट में एक के बाद एक दो बार उन्हें हराना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।