
भारतीय क्रिकेट टीम 4 मार्च को श्रीलंका के विरुद्ध दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेलने उतरेगी। इस टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में बदलाव किये गए हैं। चयनकर्ताओं ने अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे सीनियर खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। चयन समिति ने हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों पर विश्वास दिखाया है।
पहले टेस्ट मैच में खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं हनुमा विहारी
हनुमा विहारी, जो पिछले कुछ सालों से भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा रहे है लेकिन प्लेइंग इलेवन में रहाणे के कारण शायद ही उन्हें खेलने का मौका मिला हो। वहीं एक समय ऐसा भी आया जब विहारी ने खुद सुझाव दिया था कि उन्हें इस टेस्ट मैच में नहीं खेलना चाहिए था। भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2019 में हुई इस घेरलू टेस्ट सीरीज के उस पल को याद किया।
श्रीधर ने क्रिकबज को दिए इंटरव्यू में कहा, “विज़ाग टेस्ट के दौरान मुझे याद है कि वह मेरे पास आये और कहा ‘सर, मुझे यह टेस्ट नहीं खेलना चाहिए था’। हनुमा ने वह टेस्ट इसलिए खेला था क्योंकि उन्होंने जमैका में खेले पिछले टेस्ट में शतक जड़ा था। भारत में, हम कुछ कॉम्बिनेशन के साथ खेला करते है और हमने वो टेस्ट मैच पांचवें दिन जीता था। शमी ने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर अपनी क्लास दिखा दी थी।”
श्रीधर ने खुलासा किया कि विहारी ने इस टेस्ट मैच के बाद उनसे कहा था कि उन्हें अगले टेस्ट में नहीं खेलना चाहिए और टीम को उनकी जगह एक अतिरिक्त गेंदबाज को खिलाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “सर, अगला टेस्ट मुझे नहीं खेलना चाहिए। हमें एक अतिरिक्त गेंदबाज के साथ खेलना चाहिए क्योंकि जिस तरह से हम बल्लेबाजी कर रहे हैं, हमें छह बल्लेबाजों की जरूरत नहीं है। उस सीरीज में रोहित बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे और मयंक भी शानदार फॉर्म में थे और यह उनका भारत में पहला टेस्ट भी था। हनुमा जानते थे कि टीम का कप्तान हमेशा टीम को अपने से आगे रखेगा। वह इस बात को अच्छे से समझते है।”