भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने हाल ही में मुंबई में पूर्व भारतीय बल्लेबाज विनोद कांबली के साथ कुछ समय बिताया और क्रिकेट ट्रेनिंग सेशन में शामिल हुए।
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली ऐसे व्यक्ति हैं जिनका वास्तव में भारत के लिए बहुत लंबा टेस्ट करियर नहीं रहा है। लेकिन, उन्हें मुंबई क्रिकेट से बाहर निकलने वाले सर्वश्रेष्ठ युवाओं में से एक के रूप में दर्जा दिया गया था। खासतौर से तब जब उन्होंने घरेलू सर्किट में अच्छा प्रदर्शन किया और फिर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के डेब्यू किया।
वास्तव में, उस दौर के कई क्रिकेट दिग्गजों ने विनोद कांबली को उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के शुरुआती दिनों में सचिन तेंदुलकर जितना अच्छा आंका था। दरअसल, टेस्ट क्रिकेट में कदम रखने के कांबली ने जब बैक टू बैक दो दोहरे शतक जड़े थे। यह भी माना जा रहा था कि, कांबली के पिटारे में हर वह शॉट है जो सचिन तेंदुलकर के पास में है।
हालांकि, वक्त के साथ सबकुछ बदलता चला गया। जहाँ एक ओर तेंदुलकर आसमान की बुलंदियों को छू रहे थे। वहीं दूसरी ओर कांबली के पास निरन्तरता की कमी थी। 90 के दशक में कांबली के साथ खेलने वाले अधिकांश साथी क्रिकेटर अभी भी उन्हें एक असाधारण और विशेष प्रतिभा वाले प्लेयर के रूप में आंकते हैं। गौरतलब है कि, कांबली का टेस्ट करियर महज 17 टेस्ट मैचों के बाद ही समाप्त हो गया था। बावजूद इसक टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 55 के करीब है।
विनोद कांबली कोचिंग में नहीं हैं, लेकिन मुंबई क्रिकेट सर्कल के आसपास रहते हैं:
विनोद कांबली, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद, कोचिंग में शामिल नहीं हुए हैं। लेकिन वह मुंबई क्रिकेट सर्कल के आसपास रहते हैं। चूंकि, बीते कुछ दिनों से रहाणे और पंत मुंबई में ही थे। इसलिए, शायद उन्होंने यह सोचा कि कुछ प्रशिक्षण सत्र होना अच्छा है।
गौरतलब है कि, अजिंक्य रहाणे रहाणे लंबे समय से अपने फॉर्म से दूर दिखाई दे रहे हैं। खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्ला बेहद खामोश है। यही कारण है कि, प्लेइंग इलेवन में निश्चित स्थान और टेस्ट मैच में अपनी उप कप्तानी दोनों से ही उन्हें हाथ धोना पड़ा है।
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जबकि, विकेटकीपिंग के लिए टीम इंडिया की पहली पसंद बन चुके ऋषभ पंत लगातार स्कोर करते जा रहे हैं। यही कारण है कि, वह इस समय भारत के प्लेइंग इलेवन के एक स्थापित सदस्य हैं। लेकिन, चूंकि विनोद कांबली भी ऋषभ पंत की तरह बाएं हाथ के बल्लेबाज थे, इसलिए उन्होंने पंत को बल्लेबाजी के कुछ तकनीकी पहलुओं में निश्चित रूप से मदद की होगी।
बहरहाल, अब देखना यह है कि अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया के ये दो प्रमुख सदस्य अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत क्या कुछ खास प्रदर्शन कर पाते हैं। क्योंकि, यदि सीरीज में रहाणे का बल्ला नही चला तो ऐसा माना जा रहा है कि चयनकर्ता उन्हें अब और अधिक मौके देने पर विचार नही कर रहे हैं।