2 अहम बदलाव जो भारत को ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ करने चाहिए
भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने लॉर्ड्स टेस्ट (ENG vs IND) में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए एक यादगार जीत हासिल की थी और सभी को उम्मीद थी कि टीम लीड्स में भी अपनी इसी लय को कायम रखते हुए सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाएगी। हालांकि लीड्स में टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा और भारत को एक पारी और 76 रन से हार मिली। पांच मैचों की सीरीज का अब अगला टेस्ट ओवल में 2 सितम्बर से खेला जायेगा, जहां विराट की टीम वापसी जरूर करना चाहेगी।
लीड्स में हार के बाद भारत की प्लेइंग XI में शामिल कुछ खिलाड़ियों की जगह पर भी सवाल उठने लगे हैं और टीम में लगातार बदलाव की मांग भी हो रही है। खराब फॉर्म से जूझ रहे कई खिलाडियों को लगातार मौका मिल रहा है और ये खिलाड़ी उन मौकों का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। ऐसे में हम उन दो बदलावों की बात करने जा रहे हैं, जो भारत को ओवल टेस्ट में करने चाहिए।
इन दो खिलाड़ियों को ओवल टेस्ट में मौका दिया जाना चाहिए
इशांत शर्मा की जगह रविचंद्रन अश्विन
नॉटिंघम टेस्ट में इशांत को चोटिल होने की वजह से नहीं खिलाया गया था। इसके बाद उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट में वापसी की और अहम मौकों पर विकेट निकालते हुए भारत की जीत में अहम रोल अदा किया तथा पांच विकेट चटकाए। हालांकि लीड्स में भारत का यह अनुभवी तेज गेंदबाज पूरी तरह से फिट नजर नहीं आ रहा था और काफी थके हुए भी लग रहे थे। इशांत पूरे मैच में एक भी विकेट हासिल करने में सफल नहीं हुए।
ऐसे में कप्तान विराट कोहली को ओवल टेस्ट में इशांत शर्मा की जगह इस सीरीज में मौके का इन्तजार कर रहे दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को खिलाना चाहिए। अश्विन का हालिया प्रदर्शन विदेशों में काफी बेहतरीन रहा है और वह निचले क्रम में बल्लेबाजी में भी उपयोगी पारियां खेल सकते हैं।
रविंद्र जडेजा की जगह हनुमा विहारी को ओवल टेस्ट में खिलाना चाहिए
भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को सीरीज की शुरुआत से रविचंद्रन अश्विन पर तरहीज देते हुए बतौर स्पिनर खिलाया गया। जडेजा ने इस सीरीज में बल्ले के साथ ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है लेकिन गेंद के साथ वह उतना असरदार नजर नहीं आये हैं। इसके अलावा बल्ले के साथ भी वो छोटी पारियां ही खेल पाए हैं।
इस दौरे पर भारत की प्रमुख समस्या अभी तक उसकी बल्लेबाजी रही है और इससे निपटने के लिए टीम को ओवल में खेले जाने वाले अगले टेस्ट में जडेजा की जगह स्पेशलिस्ट बल्लेबाज हनुमा विहारी को शामिल करना चाहिए। विहारी ने मुश्किल परिस्थितियों में अच्छा किया है और वो काफी समय से इंग्लैंड में ही हैं तो उन्हें वहां अपने आप को ढालने में कोई भी कठिनाई नहीं होगी। इसके अलावा विहारी गेंदबाजी भी कर सकते हैं, जो भारत को एक अतिरिक्त विकल्प प्रदान करता है।