आईपीएल की शुरुआत यानी साल 2008 से ही चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी एमएस धोनी के पास थी। हालांकि, धोनी के रिटायरमेंट के करीब होने के कारण, सीएसके उनकी जगह भरने के लिए विकल्प की तलाश कर रही है। हालांकि, इस सीजन की शुरुआत में रवींद्र जडेजा के साथ प्रयोग किया गया था लेकिन वह पूरी तरह फ्लॉफ रहा है।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए क्रिकेट विशेषज्ञों से लेकर फैंस तक की यह राय है कि सीएसके का मैनेजमेंट धोनी के रहते हुए ही किसी अन्य को बतौर कप्तान तैयार करने पर विचार कर सकता था। जैसा कि, धोनी ने टीम इंडिया के लिए किया और विराट कोहली सामने आए। यदि चेन्नई सुपर किंग्स द्वारा बीते कुछ सालों में कप्तानी के विकल्पों पर गौर किया गया होता तो वर्तमान स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।
आज के इस लेख में, हम तीन विकल्पों पर एक नजर डालेंगे जिन पर चेन्नई सुपर किंग्स का मैनेजमेंट विचार करते हुए कप्तानी के लिए तैयार कर सकता था।
1.) फाफ डु प्लेसिस:
आईपीएल 2016 और 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स में अपने कार्यकाल के अलावा, फाफ डु प्लेसिस सीएसके के साथ तब से हैं जब से उन्होंने आईपीएल में डेब्यू किया था।बीते कुछ सीज़न में, फाफ यकीनन फ्रैंचाइज़ी के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे हैं। चूंकि, फाफ बतौर बल्लेबाज लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते जा रहे थे इसलिए वह इस स्थिति में चेन्नई के लिए फायदेमंद हो सकते थे
आईपीएल 2022 में फाफ डु प्लेसिस रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कप्तानी कर रहे हैं। अगर सीएसके ने इस भूमिका के लिए उन्हें तैयार किया होता और इस सीजन रिटेन किया होता, तो सीएसके फिलहाल बेहतर स्थिति में होती।
2.) अंबाती रायडू:
एमएस धोनी और रवींद्र जडेजा के अलावा, अंबाती रायडू उन वरिष्ठ भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जो 2018 से सीएसके का हिस्सा रहे हैं। हालांकि अंबाती रायडू एक उपयुक्त नेतृत्व विकल्प नहीं हो सकते थे, फिर भी विकल्पों की सूची को देखते हुए, सीएसके उन पर विचार कर सकती थी।
एक क्रिकेटर को कप्तानी की भूमिका में आने के लिए मानसिकता की जरूरत होती है। अगर रायुडू को कप्तानी के लिए तैयार किया गया होता, तो वह अब तक इसके लिए पूरी तरह तैयार होते और चेन्नई विकल्पों की कमी से नहीं जूझ रही होती।
3.) सुरेश रैना:
सुरेश रैना चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प होते यदि फ्रेंचाइजी ने उन्हें तैयार किया होता। आईपीएल 2018 इसके लिए एकदम सही समय होता। लेकिन, फ्रेंचाइजी ने इसके लिए कोई भी विचार नहीं किया।
वास्तव में, रैना आईपीएल में सीएसके का नेतृत्व करने के लिए एक अच्छा विकल्प होते। क्योंकि, अगर कप्तानी को ध्यान में रखते हुए रैना को देखा जाए तो वह बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हालांकि, सीएसके और रैना के बीच के बीच विवाद सामने आया और वह इस आईपीएल में अनसोल्ड रह गए।