पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान केएल राहुल की आलोचना की है। संजय मांजरेकर ने कहा है कि, केएल राहुल की टीमों में बल्लेबाजी की गहराई होने का कोई फायदा ही नहीं है। क्योंकि वह खुद पारी के माध्यम से बल्लेबाजी करने का फैसला करते हैं और बल्लेबाज, जिस बैटिंग आर्डर में आते हैं वह सही नहीं होता है। इसलिए, प्रभाव छोड़ने में असफल रहते हैं।
आईपीएल 2022 में लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) की कप्तानी कर रहे केएल राहुल ने कल आरसीबी के खिलाफ एलिमिनेटर में 208 के स्कोर का पीछा करते हुए 59 गेंदों पर 79 रन बनाए। केएल राहुल को उनकी इस धीमी पारी के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा क्योंकि राहुल तेज गति से बल्लेबाजी करते तो लखनऊ मैच जीत सकता था।
अधिकांश फैंस का यह मानना है कि, राहुल ने पारी के मिडिल ओवर्स में गियर नहीं बदले। जिस कारण रिक्वॉयर्ड रन रेट बढ़ता चला गया। और, अंतिम ओवर्स में वह व अन्य बल्लेबाज कुछ नहीं कर सके। अंततः लखनऊ सुपर जायंट्स को हार कर आईपीएल 2022 से बाहर होना पड़ा।
संजय मांजरेकर, ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर आरसीबी और लखनऊ के मैच का विश्लेषण कर रहे थे। इस दौरान वह फैंस की राय से सहमत दिखाई दिए। और, उन्होंने जोर देकर कहा है कि केएल राहुल इतने लंबे समय तक बल्लेबाजी करते हैं कि फिनिशरों के आने में देरी हो रही है। लंबी बल्लेबाजी करना कोई मुद्दा नहीं है, लेकिन टी20 क्रिकेट में लंबी बल्लेबाजी करने से ज्यादा जरूरी है तेजी से बल्लेबाजी करना।
केएल राहुल पहले भी ऐसी बल्लेबाजी कर चुके हैं : संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब केएल राहुल तेजी से बल्लेबाजी करने के बजाय लक्ष्य का पीछा करते हुए लंबी बल्लेबाजी करते दिखे। वह ऐसा तब भी कर रहे थे जब वह पंजाब किंग्स के कप्तान थे और वहां भी, निकोलस पूरन जैसे फिनिशरों के पास बहुत कम गेंदें बचती थीं। ठीक ऐसा ही कल एविन लुइस के साथ हुआ।
एविन लुईस को लखनऊ द्वारा बैटिंग ऑर्डर में बतौर फिनिशर यूज किया गया था। लेकिन जब वह क्रीज पर पहुंचे, तो उनके पास एक-दो गेंदों को देखने और पिच को समझने के लिए बिल्कुल भी समय नहीं था। वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को सीधे बल्लेबाजी करनी पड़ी और वह कुछ खास नहीं कर सके।