
हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस ने आईपीएल 2022 का खिताब अपने नाम किया। गुजरात ने अपने पहले सीजन में ही खिताब अपने नाम कर लिया जोकि पूरी टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हार्दिक पांड्या ने आईपीएल 2022 में अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कॅप्टेन्सी स्किल्स से सभी को प्रभावित किया था।
हालांकि हार्दिक का सफर कभी आसान नहीं रहा। वह पांच महीने के लिए भारतीय टीम से बाहर थे। वह फिटनेस की समस्या से जूझ रहे थे। इससे पहले भी हार्दिक को एक कठिन समय का सामना करना पड़ा था जब “कॉफी विद करण विवाद” के बाद उन पर बैन लगा दिया गया था। हाल ही में हार्दिक के बचपन के कोच जितेंद्र ने बताया कि कैसे हार्दिक ने इन मुश्किलों को पार किया।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में जितेंद्र ने कहा कि बैन के बाद हार्दिक पूरी तरह से अपने क्रिकेट पर फोकस कर रहे थे।
जितेंद्र ने हार्दिक से आत्मविश्वास की बात बढ़ाते हुए कहा, “तनाव नहीं लेना है (तनाव मत लो)। आप बहुत जल्द भारत के लिए खेलने के लिए वापस आ जाएंगे। जो हो गया, वो हो गया (जो हो गया हो गया), उसके बारे में चिंता करने का कोई फायदा नहीं है। कल रिलायंस स्टेडियम आओ। अब, मुस्कुराओ।”
हार्दिक पांड्या के बचपन के कोच ने आगे कहा, “मैंने हमारे लिए खेलने के लिए बैडमिंटन कोर्ट बुक किया था। मैं उनके अंदर कॉम्पिटिशन की भावना और स्पोर्ट्स को दोबारा एंजॉय करने के लिए कहा।
मैं चाहता था कि वह पसीना बहाए। उन्होंने खुद को मुक्त कर दिया, हमें एहसास हुआ (उसे एहसास हुआ) कि वह एक खिलाड़ी है और यही वह करने के लिए पैदा हुआ है। चैट शो नहीं।”
हार्दिक पांड्या के कोच ने कहा “उनके पिता को आज उन पर बहुत गर्व होता”
जितेंद्र ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, “हार्दिक पांड्या ने भी अपने कोच को आश्वासन दिया कि वह पिछली गलतियों को दोबारा नहीं दोहराएंगे।
जितेंद्र ने खुलासा किया कि हार्दिक ने अपनी बात रखी और निराश नहीं किया।”कोच, आप इसके बाद मेरे बारे में कोई नेगेटिव बातें नहीं सुनेंगे। उन्होंने उस शब्द को फॉलो किया है, उनके पिता को आज उन पर बहुत गर्व होता।”
गुजरात के आईपीएल 2022 जीतने की सबसे बड़ी वजह हार्दिक ही थे। उन्होंने कप्तानी के साथ-साथ तीनों डिपार्टमेंट में अपना योगदान दिया। उन्होंने इस सीजन में 15 मैच खेले है और 131.27 के स्ट्राइक रेट की मदद से 487 रन बनाये । वहीं गेंदबाजी करते हुए 8 बल्लेबाजों को भी अपना शिकार बनाया है।