
आईपीएल ट्रॉफी जीतना इस लीग में हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी का सपना होता हैहैं। कई दिग्गज खिलाड़ी इस बड़ी लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद ट्रॉफी जीतने में नाकाम रहे हैं। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने बिना कोई मैच खेले ट्रॉफी जीती हैं।
वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होने रिटायरमेंट लेने से पहले ट्रॉफी जीती थी और फिर उन्होंने एक टीम के कोच के रूप में भी आईपीएल ट्रॉफी जीती हैं। तो आज हम आपको ऐसे ही चार खिलाड़ियों के बारे में आपको बताने जा रहे है।
1. आशीष नेहरा
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आशीष नेहरा (Ashish Nehra) ने 2016 के आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ अपना पहला खिताब जीता। वहीं फिर 6 साल बाद उन्होंने गुजरात टाइटंस के हेड कोच के रूप में ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया। नेहरा यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय बने।
नेहरा के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने 88 मैच खेले है और 7.85 के इकॉनमी रेट की मदद से 106 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।
2. रिकी पोंटिंग
रिकी पोंटिंग ( Ricky Ponting) 2013 में मुंबई इंडियंस के कप्तान बने। उन्होंने पद छोड़ दिया और अपने खराब फॉर्म के कारण खुद को टीम से बाहर कर दिया, लेकिन एमआई उस साल चैंपियन बना।
इसके तुरंत बाद, पोंटिंग मुंबई इंडियंस के कोच बन गए और मुंबई को 2015 में खिताब जितवाया। पोंटिंग के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 10 मैच खेले है और मात्र 71.09 के स्ट्राइक रेट के साथ 91 रन ही बनाये है।
3. डैरेन लेहमन
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डैरेन लेहमैन (Darren Lehmann) राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा थे जिसने आईपीएल का पहला सीजन (2008) जीता था। लेहमैन 2009 में इस लीग में अब नहीं खेल रही फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स के कोच बने और दक्षिण अफ्रीका में हुए उस सीजन का खिताब जीता। उन्होंने अपने करियर में सिर्फ 2 मैच खेले है और सिर्फ 18 रन बनाये है।
4. शेन वार्न
शेन वॉर्न (Shane Warne) शुरुआती सीज़न में राजस्थान रॉयल्स टीम के कोच और कप्तान थे। जब राजस्थान रॉयल्स ने 2008 सीजन जीता, तो वॉर्न कप्तान और कोच के रूप में ट्रॉफी जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने।
दिवगंत ऑस्ट्रलियाई स्पिनर के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने 55 मैच खेले है और 7.27 के इकॉनमी रेट की मदद से 57 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।