भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को एक अलग मुकाम पर पहुंचाया है। हम सभी जानते हैं कि, टेस्ट क्रिकेट में नम्बर वन से लेकर आईसीसी टूर्नामेंट तक में धोनी ने भारत को सफलता दिलाई है।
साल 2007 में आईसीसी टी-20 क्रिकेट वर्ल्डकप हो या फिर साल 2011 का क्रिकेट विश्वकप और साल 2014 में चैम्पियंस ट्रॉफी में भी भारत की जीत के महानायक धोनी ने बतौर विकेटकीपर, बल्लेबाज व कप्तान लाजवाब प्रदर्शन किया है।
ऐसा बहुत कम देखा गया है जब धोनी खुशियाँ मनाते हुए दिखाई दिए हों। क्रिकेट के मैदान में बेहद गंभीर रहने वाले एमएस धोनी विकेट के पीछे से गेंदबाजों और फील्डर्स को हर बार निर्देशित करते हुए दिखाई देते रहे हैं। इस दौरान कई बार धोनी की आवाज विकेट के पीछे लगे हुए माइक पर साफ सुनी जा चुकी है।
आज हम महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ी ऐसी घटनाओं पर नज़र डालेंगे जब उन्होंने अपने कमेंट्स से अपनी ही टीम के प्लेयर्स को ट्रॉल किया है।
1.) रविचंद्रन अश्विन:
भारतीय ऑल राउंडर रविचंद्रन अश्विन ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ काफी वक्त साथ में क्रिकेट खेला है। महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के पूर्व कप्तान होने के साथ ही आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान भी हैं। और, अश्विन भी टीम इंडिया के अलावा, चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए भी खेल चुके हैं।
धोनी और अश्विन से जुड़ा यह वाकया है जब अश्विन सीएसके की ओर से गेंदबाजी कर रहे थे। तब धोनी ने बल्लेबाज की ओर इशारा करते हुए अश्विन से कहा था कि ‘इसको तारक मेहता डाल’। अब आप सोच रहे होंगे कि क्रिकेट में तारक मेहता जैसी तो कोई गेंद होती नही है। फिर, धोनी ने अश्विन से ‘तारक मेहता’ डालने के लिए क्यों कहा होगा।
दरअसल, तारक मेहता का उल्टा चश्मा, एक काफी प्रसिद्ध कॉमेडी शो है। तो धोनी ने अश्विन से उल्टा यानि कि कैरम बॉल फेंकने के लिए कहा था। जोकि बल्लेबाज के लिए उल्टा साबित हो सकती थी और अश्विन को इससे सफलता भी मिल सकती थी।
2.) एस. श्री संत:
भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए एक मैच में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे। विलियमसन की बल्लेबाजी के बल पर कीवी टीम एक मजबूत स्कोर की ओर बढ़ रही थी। जब कोई बल्लेबाज लगातार अच्छा खेल रहा हो तब फील्डर्स को चाहिए कि वह कसी हुआ फील्डिंग करें। लेकिन एस. श्री संत को धोनी ने जिस स्थान पर फील्डिंग के लिए सेट किया था वह उस स्थान से दूर जा चुके थे।
श्रीसंत को खराब फील्डिंग पोजिशन में खड़े हुए देखकर धोनी ने बड़े ही मज़ाकिया लहजे में श्री संत से कहा ‘ओए श्री, गर्लफ्रेंड नहीं है उधर, इधर आजा थोड़ा’। धोनी की यह बात सुनकर श्री संत अपने स्थान पर तो चले गए लेकिन धोनी की यह आवाज स्टम्प माइक पर रिकॉर्ड हो चुकी थी। जिस सुनकर कमेंटेटर भी हंस पड़े थे।
3.) रॉबिन उथप्पा:
किसी भी खेल में प्रत्येक प्लेयर को बेहद तेज होना चाहिए। यदि वह सुस्त है तो यह खेल पर प्रतिकूल असर कर सकता है। धोनी और रॉबिन उथप्पा से जुड़ा हुआ एक ऐसा ही घटना है जो हर किसी को हंसने पर मजबूर कर सकती है।
दरअसल, बैट्समैन द्वारा खेली गई गेंद को फील्ड करने के बाद उथप्पा धोनी तक गेंद वापस पहुंचाने में अधिक समय ले रहे थे। इससे धोनी ने उथप्पा पर कटाक्ष करते हुए कहा ‘गर्लफ्रेंड से रात में बात कर लेना, पहले बॉल फेक दे’।
4.) रविन्द्र जड़ेजा:
आईपीएल के एक मैच में महेंद्र सिंह धोनी हमेशा की तरह कीपिंग कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि गेंद नो-मैंस लैंड यानि जहाँ कोई फील्डर नही है उस क्षेत्र में लुढ़क कर चली गई है। धोनी जानते थे कि यदि बल्लेबाज की नज़र इस गेंद पर पड़ गई तो वह रन लेने से नही चुंकेगे।
इसलिए धोनी ने तेज गति से दौड़ते हुए इस गेंद को उठा लिया। लेकिन, धोनी यहीं नही रुके। गेंद को फील्ड करने के बाद उन्होंने दौड़ते हुए ही जड़ेजा की ओर एक थ्रो फेंका। जिसे देखकर जड़ेजा आश्चर्यजनक रूप से बेहद डरे हुए दिखाई दिए। चूंकि, धोनी का ऐसा मज़ाकिया अंदाज बेहद कम ही दिखाई देता है इसलिए धोनी और जड़ेजा का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया था।
5.) सुरेश रैना:
भारत और आयरलैंड के बीच खेले गए एक मैच में हमेशा की तरह भारत मज़बूत स्थिति में था। यदि यह कहा जाए कि यह मुकाबला भारत की मुट्ठी में था और एकतरफा हो चुका था तो गलत नही होगा। इस मैच में भारत की जीत लगभग पक्की हो चुकी थी। लेकिन धोनी मैच को जल्द खत्म करना चाहते थे।
आयरलैंड के विकेटों की तलाश में धोनी ने पार्ट टाइम गेंदबाज सुरेश रैना को गेंदबाजी का प्रभार सौंप दिया था। लेकिन, रैना धोनी की अपेक्षा के अनुसार गेंदबाजी नही कर पा रहे थे। और, धोनी ने देखा कि आयरलैंड के बल्लेबाज विलियम पोर्टरफील्ड धीरे-धीरे विकेट पर जम सकते हैं। इसलिए धोनी ने रैना को कहा ‘वो वॉलीबॉल के तरह बीच में खड़ा हुआ है’। यानि कि विलियम पोर्टफील्ड विकेटों के एकदम सामने खड़े हुए थे। यदि रैना विकेट टू विकेट गेंदबाजी करें और गेंद पोर्टफील्ड के पैड से टकराए तो भारत को विकेट मिल सकती थी।