सीमित ओवरों के प्रारूपों को मिलाने के लिए भारतीय टीम की चयन रणनीति बदनाम रही है। हालांकि, अगले साल घर में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के साथ, मैनेजमेंट उस गलती को बर्दाश्त नहीं कर सकता हैं। भारतीय टीम को यह सुनिश्चित करना होगा कि कुछ खिलाड़ी वनडे प्रारूप तक ही सीमित हों।
इन खिलाड़ियों को कम से कम अगले साल के अंत तक 50 ओवर के प्रारूप के लिए तैयार किया जाना चाहिए। इस तरह, वे प्रारूप के लिए बेहतर अभ्यस्त हो सकते हैं और टीम की बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। तो आज हम चार भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में वनडे तक ही सीमित रखा जाना चाहिए।
1) श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) उन भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में वनडे तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। अय्यर ने टी20 प्रारूप में स्ट्रगल किया है, लेकिन वनडे प्रारूप उनके स्किल्स के अनुरूप है। विशेष रूप से वह स्पिन को बहुत अच्छा खेलते हैं। वह भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में बहुत उपयोगी होंगे।
इसके अलावा, टी20 में, उनकी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नंबर 3 है, जिसमें पहले से ही विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव के रूप में प्रबल दावेदार हैं। इसलिए, यह सबसे अच्छा है कि भारत अय्यर का उपयोग केवल वनडे मैचों के लिए किया जाए।
2) मोहम्मद शमी
अगर 2022 टी20 वर्ल्ड कप से पहले जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को चोट नहीं लगी होती तो मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) इस इवेंट में नहीं खेलते। हालाँकि, लंबे समय तक टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेलने के बावजूद, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप 2022 में अच्छा प्रदर्शन किया था।
हालांकि मैनेजमेंट को प्रारूप में उनके साथ नहीं रहना चाहिए क्योंकि कई युवा बेहतरीन गेंदबाज आ रहे हैं। दूसरी ओर, शमी मैचों में प्रभावी रहे हैं और उन्हें केवल 50 ओवर के प्रारूप में ही खेलना चाहिए।
3) शुभमन गिल
शुभमन गिल (Shubman Gill) भी उन भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में वनडे तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। सलामी बल्लेबाज को हाल ही में भारतीय टी20 इंटरनेशनल टीम के लिए चुना गया था। हालांकि उन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन टी20 इंटरनेशनल टीम के लिए, पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी टॉप आर्डर में बेहतर फिट हैं।
इसलिए, मैनेजमेंट को गिल को केवल वनडे मैचों के लिए रखने का फैसला करना चाहिए। युवा खिलाड़ी 50 ओवर के प्रारूप में शानदार फॉर्म में रहा है और शुरुआती स्लॉट में से एक के लिए सबसे अच्छा बैकअप विकल्प या प्राथमिक विकल्प होगा।
4) दीपक हुड्डा
टी20 इलेवन में दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नंबर 3 या 4 है। फिलहाल इन दोनों जगह पर विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव है जिन्हें फिलहाल रिप्लेस नहीं किया जा सकता हैं।
चूंकि दीपक एक फिनिशर की भूमिका नहीं निभा सकते हैं, यह सबसे अच्छा है अगर उन्हें वनडे के लिए उपयोग किया जाता है, जिसमें वह आगे के बल्लेबाजी आर्डर में भी खेल सकते हैं। इसके अलावा, भारत को टॉप 6 में गेंदबाजी विकल्पों की आवश्यकता है और ऐसे में वो दीपक को तैयार सकते हैं।