4 भारतीय कप्तान जिन्हें टेस्ट में सबसे ज्यादा पारी से हार का सामना करना पड़ा
टेस्ट मैच क्रिकेट के खेल का सबसे पुराना और लंबा चलने वाला प्रारूप है। क्रिकेट के खेल ने पिछले कुछ दशकों में कई बदलाव देखे हैं। मगर टेस्ट क्रिकेट आज भी अपनी बादशाहत बरकरार रखें हुए है। बात अगर कप्तानी की करे तो टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करना अधिक जिम्मेदारी का काम माना जाता है। इस प्रारूप में जीत, हार और ड्रॉ के अलावा पारी से मिली हार और जीत बहुत मायने रखती है। कोई भी टीम पारी से हारना पसंद नही करती क्योंकि यह सिर्फ एक हार नहीं बल्कि भयावह हार होती है।
आपको बता दे कि यदि कोई टीम किसी टेस्ट मैच को पारी से जीतने में सफल होती है तो इसका मतलब है कि उन्होंने एक बार में उतने रन बनाए, जितने कि उनके विरोधी दो पारियों में भी नहीं बना पाए। अभी हाल ही में इंग्लैंड की टीम ने भारतीय टीम को एक पारी और 76 रन से हरा दिया।
यह दूसरी बार था जब भारत को विराट कोहली की कप्तानी में पारी से हार मिली हो। इस लेख में हम उन 4 भारतीय कप्तानों पर नज़र डालेंगे, जिन्हें टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के रूप में सबसे अधिक पारी से हार का सामना करना पड़ा।
4 भारतीय कप्तान जिन्हें टेस्ट में सबसे ज्यादा पारी से हार का सामना करना पड़ा
4. बिशन सिंह बेदी
अपनी स्पिन गेंदबाजी से दुनिया भर के बल्लेबाजों को चकमा देने वाले पूर्व भारतीय खिलाड़ी बिशन सिंह बेदी ने भी टेस्ट प्रारूप में भारत की कप्तानी की है। हालांकि उनका कप्तानी का रिकॉर्ड बहुत ज्यादा शानदार नहीं रहा है। बेदी ने 22 मैचों में भारत की कप्तानी की और इस दौरान उन्होंने 6 मैच जीते तथा 11 में हार मिली। इस दौरान उन्हें 3 बार पारी की हार का भी सामना करना पड़ा।
3. मंसूर अली खान पटौदी
नवाब मंसूर अली खान सिद्दीकी पटौदी भारत के लिए खेले गए सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्हें 21 साल की उम्र में ही भारतीय टीम की कप्तानी सौंप दी गई थी। उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिसमें 9 मैचों में भारत को जीत मिली। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम को 4 बार पारी से हार का सामना करना पड़ा।
2. लाला अमरनाथ
लाला अमरनाथ आजाद भारत के पहले कप्तान थे। उन्होंने साल 1947 से 1952 तक भारतीय टीम की कप्तानी की थी। उनकी ही कप्तानी में भारतीय टीम ने 1952 में पाकिस्तान को 2-1 से सीरीज हराई थी। वह टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय भी है। उनकी कप्तानी में भारत ने दो टेस्ट मैच जीते और 6 मैच में हार का सामना करना पड़ा। उनकी कप्तानी में भारत को 4 बार पारी से हार का सामना करना पड़ा।
1. एमएस धोनी पारी से हार के मामले में टॉप पर हैं
महेंद्र सिंह धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में की जाती है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दर्ज की। इसमें कोई दोराय नहीं है कि सीमित ओवर के खेल में धोनी की कप्तानी का मुकाबला नहीं।
मगर बात अगर टेस्ट क्रिकेट की करे तो उनकी कप्तानी में भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। धोनी ने भारत के लिए 60 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिसमें 27 में भारत को जीत मिली, 18 में हार और 15 मैच ड्रॉ रहे। धोनी की कप्तानी में भारत को सर्वाधिक 8 टेस्ट मैचों में पारी से हार का सामना करना पड़ा।